भोपाल। 3 जनवरी को देश की पहली महिला शिक्षक और समाज सेविका सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई जा रही है. 3 जनवरी 1831 को सावित्रीबाई फुले का जन्म महाराष्ट्र के सतारा जिले के नायगांव में हुआ था. ज्योति बाई फुले की जयंती पर भोपाल के एम्स में भी रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया(Bhopal aiims celebrate savitribai anniversary). इसमें छात्राएं उन्हीं की वेशभूषा में प्रस्तुत हुई. इस दौरान उनके बताए गए मार्ग पर चलने का भी संकल्प भी लिया. कार्यक्रम में एम्स के डायरेक्टर ने यहां लगी चित्र प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया.
सावित्रीबाई फुले की वेशभूषा में छात्रा: क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले की जयंती पर भोपाल के एम्स में उनकी विरासत और रोगी देखभाल सेवा पर एक स्मरणीय कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान प्रोफेसर डॉ. अजय सिंह, कार्यपालक निदेशक और सीईओ एम्स भोपाल ने संस्थान में एक आर्ट गैलरी का उद्घाटन किया. इसमें समाज में सावित्रीबाई फुले की करुणापूर्ण सेवाओं को संस्थान के नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं द्वारा निर्मित पेंटिंग के जरिए प्रदर्शित किया गया. कार्यक्रम में छात्राओं ने कई प्रस्तुतियां की, जिसमें वह खुद भी ज्योति सावित्रीबाई फूले की वेशभूषा में प्रस्तुत हुई और सभी का मन मोह लिया(girl become savitribai in bhopal AIIMS). छात्राओं ने कहा कि, "करुणा और सहानुभूति स्वास्थ्य पेशेवरों का व्यावहारिक आचरण है. इससे रोगी की संतुष्टि में वृद्धि होती है. डॉ. अमित अग्रवाल, डीन और डॉ. सैकत दास, एसोसिएट डीन ने अस्पताल सेवा में करूणापूर्ण देखभाल में सुधार के लिए नर्सिंग कॉलेज द्वारा किए जा रहे विभिन्न शैक्षणिक और अनुसंधान संबंधी कार्यों का उल्लेख किया."
सावित्रीबाई फुले की याद में समारोह का आयोजन, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह हुए शामिल
महिला सशक्तिकरण पर बनेगी आर्ट गैलरी: इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक, चिकित्सा अधीक्षक और उप निदेशक ने डॉ. ममता वर्मा प्राचार्या, नर्सिंग कॉलेज द्वारा लिखित "एप्लाइड सोशियोलॉजी" नामक पुस्तक का विमोचन किया. डॉक्टर अजय सिंह ने इस अवसर पर घोषणा करते हुए कहा, भोपाल एम्स में भारतीय महिलाओं और महिला सशक्तिकरण पर समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली प्रसिद्ध समाज सुधारकों की स्थायी गैलरी स्थापित की जाएगी.