भोपाल। शहर के सिग्नल और चौराहों पर भीख मांगने वाले बच्चों के लिए भोपाल संभागायुक्त, सामाजिक संस्थाओं और महिला एवं बाल विकास विभाग ने मिलकर एक अभियान चलाया है. जिसके तहत आज ''खुशहाल नौनिहाल अभियान'' के तहत "भिक्षामुक्त बचपन" का आयोजन किया गया. इसके तहत पेंटिंग और स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया.
प्रतियोगिता खासकर बच्चों के लिए रखी गई थी, लेकिन इसमें हर उम्र के लोगों ने भाग लिया. महिला एवं बाल विकास के नोडल अधिकारी और को-ऑर्डिनेटर कमल ठाकुर ने बताया कि प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य भीख मांगने वाले बच्चों के बारे में सोच को सामने लाना है, ताकि पता चल सके कि खुद बच्चे इस बारे में क्या सोचते हैं और कैसे इस समस्या को दूर करना चाहते हैं.
प्रतियोगिता में बतौर जज की भूमिका निभा रही शिक्षिका भारती हिंगे ने बताया कि जिन बच्चों के आइडिया सबसे अलग होंगे, उन्हें पुरस्कार दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि पुरस्कार देने से ज्यादा इसका उद्देश्य बच्चों के आइडिया को जानना और उनके अंदर छिपी प्रतिभा को बाहर लाकर निखारना है.