भोपाल। कोरोना काल में हर विधा का मेडिकल स्टाफ इससे लड़ने में लगा हुआ है फिर चाहे वह एलोपैथी, होम्योपैथिक चिकित्सा हो या आयुष चिकित्सक. आयुष चिकित्सक भी एलोपैथी चिकित्सक की तरह ही कंधे से कंधा मिलाकर लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं पर मध्यप्रदेश में इनके साथ भेदभाव किया जा रहा है जिसे लेकर यह लंबे समय से संघर्षरत है. इसीलिए आयुष इंटर्न डॉक्टर्स अपनी मांग को लेकर मंगलवार को आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामकिशोर कावरे से मुलाकात की और स्टाइपेंड बढ़ाने सहित अपनी कई मांगों का ज्ञापन दिया.
कोरोना ड्यूटी में लगे आयुष डॉक्टर शशांक राय ने बताया कि आयुष इंटर अन्य डॉक्टरों की तरह ही कोविड 19 स्क्रीनिंग, सर्वे और फीवर क्लीनिक में लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं पर उन्हें किसी भी तरह की प्रोत्साहन राशि या बोनस नहीं मिल रहा है, जबकि इसके विपरीत एनएचएम के एक आदेश के मुताबिक कोविड सैंपलिंग में प्रति सैंपल 100 रुपये और अधिकतम 2000 रुपये प्रतिदिन बोनस दिए जाने का प्रावधान है,लेकिन इससे आयुष इंटर्न वंचित हैं.
आयुष इंटर्न का स्टाइपेंड 7000 रुपये प्रतिमाह है, वो उसे बढ़ाकर बढ़ाकर 10 हजार रुपये प्रतिमाह किए जाने की मांग कर रहे हैं. ज्ञापन में मांग की गई है कि आयुष चिकित्सकों को भी मुख्यमंत्री की घोषणा के मुताबिक कोविड-19 कार्य हेतु 10000 रुपये प्रति माह की प्रोत्साहन राशि भी दी जाए. आयुष मंत्री ने इस बारे में आश्वासन दिलाया है कि मांगों पर वह जल्द से जल्द कोई कार्रवाई करेंगे.