भोपाल। पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पत्र लिखा है. उन्होंने आरोप लगाया है कि कोरोना संक्रमण से हो रही मौतों के मामले में आंकड़ों की बाजीगरी की जा रही है. जबकि श्मशान घाट और कब्रिस्तान कुछ और कहानी कह रहे हैं. उन्होंने कहा है कि महामारी को छुपाने के लिए मीडिया मैनेजमेंट के जरिए बाजीगरी नहीं करें, जिससे लोग भ्रमित ना हो. ऐसी स्थिति में लोगों को सही जानकारी दी जाए, जिससे वे महामारी के प्रति सतर्क रहें और लॉकडाउन के नियमों का पालन करें.
कोरोना वायरस के मामले में तीसरे स्थान पर मध्यप्रदेश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को लिखे पत्र में अरुण यादव ने कहा है कि समूचा मध्य प्रदेश पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में तीसरे स्थान पर आ चुका है. प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित व्यवसायिक राजधानी इंदौर संक्रमण की भीषण चपेट में हैं. सरकारी आंकड़ों की जादूगरी सरकार और प्रशासनिक अधिकारी कितनी भी कर लें, लेकिन इस संक्रमण से भयभीत नागरिक अभी भी भयमुक्त नहीं हुए हैं. श्मशान में दाह संस्कार और कब्रिस्तान में दफनाने के मामले से संबंधित आंकड़ों पर अगर नजर डाला जाए और उसके आधे आंकड़ों पर ही यकीन कर लें, तो स्वाभाविक मौतों से इतर सैकड़ों मौतें कोरोना संक्रमण से होने के पर्याप्त आधार के रूप में सामने आ रहे हैं.
अपने पत्र में उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री किसी रणनीति के तहत और मीडिया मैनेजमेंट के माध्यम से सरकार और प्रशासनिक अधिकारी मौत के आंकड़ों को लेकर झूठ परोस रहे हैं. तात्कालिक तौर पर तो अच्छी दिखाई दे सकती है, लेकिन भविष्य में उसके दुष्परिणाम कई निर्दोष मौतों के आमंत्रण का एक बड़ा संकेत हो सकते हैं.
अरुण यादव ने सरकार से की आग्रह
अरुण यादव ने कहा कि मेरा आपसे विनम्र आग्रह है कि संक्रमण की चुनौती को राजनीतिक सफलता-असफलता के रूप में ना देखते हुए कृपा कर आम नागरिकों के बीच हकीकत परोसने की कोशिश करें. जिससे इस गंभीर महामारी को लेकर आम जनों के बीच निश्चिंता कायम रहे और वे लॉकडाउन जैसे महत्वपूर्ण निर्णयों के साथ सुरक्षात्मक उपायों को लेकर बेपरवाह ना हो. जरा सी असावधानी, लापरवाही आने वाले वक्त को और अधिक भयावह कर सकती है.
आमजन को हकीकत से कराएं रूबरू
जब तक आमजन इस महामारी के भय और सकारात्मक प्रयासों का पालन करता रहेगा, अतः सादर आग्रह है कि सरकार और उसके अधीनस्थ प्रशासनिक अमला आम जनों को हकीकत से रूबरू करवाएं. साथ ही कहा कि लापरवाह ना होकर अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से इस महामारी का डटकर मुकाबला करते हुए इसे परास्त कर सकें.