भोपाल। बीजेपी और संघ के गढ़ माने जाने वाले इलाके मालवा में विधानसभा चुनाव में सेंध लगाने के बाद अब कांग्रेस लोकसभा में बीजेपी की सीट को छीनने की कोशिश में जुट गई है. जहां लंबे समय से बीजेपी का दबदबा है. बात कर रहे हैं इंदौर लोकसभा सीट की, जिसका प्रतिनिधित्व वर्तमान में लोकसभा के स्पीकर सुमित्रा महाजन करती हैं.
सुमित्रा महाजन पिछले लगातार आठ लोकसभा चुनाव से जीत हासिल करती आ रही हैं. अपने सरल और सहज स्वभाव के कारण इंदौर की लोकसभा सीट पर उनका दबदबा कायम है. कांग्रेस इस सीट पर जीत के लिए जी तोड़ कोशिश कर रही है. हालांकि इंदौर सीट से कांग्रेस के कई दावेदार सामने आ रहे हैं, लेकिन एक चौंकाने वाला नाम भी सुनने मिल रहा है और वह नाम है अरुण गोविल का, यह वही अरुण गोविल हैं, जिन्होंने रामानंद सागर के धारावाहिक रामायण में राम की भूमिका निभाई थी.
वैसे भी बदलते राजनीतिक समीकरणों के कारण कांग्रेस साफ्ट हिंदुत्व को अपना चुकी है और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में राम वन गमन पथ जैसे मुद्दे को उठाकर बीजेपी की राम नाम की सियासत पर भी सवाल खड़े कर चुकी है. ऐसे में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस रामायण के राम को सुमित्रा महाजन के सामने उतारती हैं तो कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए, लेकिन खुद अरुण गोविल की तरफ से कांग्रेस को यह पेशकश भेजे जाने के बाद तरह तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि आमतौर पर टेलीविजन के धार्मिक कार्यक्रमों से जुड़े अभिनेताओं का बोलबाला बीजेपी में ज्यादा रहा है.
अप्रत्यक्ष रूप से पहुंचा संदेश
बीजेपी ऐसे कलाकारों को पार्टी में महत्व देती है, लेकिन बीजेपी छोड़कर कांग्रेस टिकट की उम्मीद लगा रहे अरुण गोविल को इंदौर में क्या संभावनाएं नजर आ रही हैं, यह विश्लेषण का विषय हो सकता है. हालांकि कांग्रेस ने खुले तौर पर स्वीकार किया है कि प्रत्यक्ष नहीं अप्रत्यक्ष रूप से अरुण गोविल का उन तक संदेश पहुंचा है. मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा का कहना है कि अरुण गोविल का संदेश मुझे हमारे कार्यकर्ताओं ने दिया है. अरुण गोविल ने इंदौर से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है.
'पूरे देश में चल रही कांग्रेस की लहर'
उन्होंने कहा कि हमारी सीधी तौर पर अरुण गोविल से कोई बात नहीं हुई है और ना ही हमारी पार्टी को कोई आवेदन मिला है, लेकिन उनकी इच्छा किसी माध्यम से हमें जरूर मिली है कि वह इंदौर से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं और कांग्रेस से टिकट चाहते हैं. निश्चित तौर पर अगर पुख्ता बातचीत होती है और सीधा संपर्क होता है और वह अगर आवेदन करते हैं तो उनके नाम पर जरूर विचार किया जाएगा. हालांकि इंदौर से दावेदारों की संख्या बहुत अधिक है और नरेंद्र सलूजा बताते हैं कि इंदौर से लेकर सभी 29 सीटों पर दावेदारों की संख्या काफी ज्यादा है. हमारी 135 वर्ष पुरानी पार्टी है और अब हम मध्य प्रदेश में सत्ता में हैं. पूरे देश में कांग्रेस की लहर चल रही है और हमें उम्मीद है कि हम केंद्र की सत्ता में भी बैठेंगे. हालांकि फिलहाल छानबीन का काम चल रहा है और हम उचित प्रत्याशी होगा हम उसे टिकट देंगे.