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तो क्या मिल गई है सोनिया गांधी की हरी झंडी, सीएम कमलनाथ जल्द कर सकते हैं इसका ऐलान !

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Published : Sep 17, 2019, 10:06 PM IST

मुख्यमंत्री कमलनाथ की सोनिया गांधी से अलग से भी मुलाकात हुई थी, जिसमें उन्हें निगम मंडल नियुक्तियों के लिए हरी झंडी मिल गई है. सीएम और सिंधिया की मुलाकात को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है.

फाइल फोटो

भोपाल। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए मचे रहे घमासान के बाद अब कमलनाथ सरकार द्वारा निगम मंडल की नियुक्तियों की चर्चा ने जोर पकड़ा है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि 13 सितंबर को कांग्रेस शासित राज्यों के सीएम की बैठक में इन सभी पहलुओं पर चर्चा हुई है, वहीं सीएम की सोनिया गांधी से अलग से भी मुलाकात हुई थी, जिसमें उन्हें निगम मंडल नियुक्तियों के लिए हरी झंडी मिल गई है. मुख्यमंत्री कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुलाकात को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है.

निगम मंडल नियुक्तियों के लिए मिली हरी झंडी
इन दिनों मुख्यमंत्री कमलनाथ भारी बारिश के के बार बने बाढ़ के हालातों को लेकर व्यस्त हैं, लेकिन कांग्रेस सूत्रों की माने तो निगम मंडल नियुक्तियों को लेकर कमलनाथ को सोनिया गांधी की हरी झंडी मिल गई है और वह जल्द से जल्द ये नियुक्तियां कर सकते हैं.


न बढ़े सीएम कमलनाथ की परेशानी
प्रदेशाध्यक्ष पद की दावेदारी को लेकर जो घमासान के बाद सोनिया गांधी नाराज हुई थीं, उनकी नाराजगी के बाद चर्चा है कि सोनिया गांधी ने फिलहाल झाबुआ चुनाव तक प्रदेशाध्यक्ष बदले जाने की कवायद को ठंडे बस्ते में डाल दिया है. चर्चा ये भी है कि प्रदेशाध्यक्ष को लेकर सोनिया गांधी कोई ऐसा फैसला नहीं लेना चाहती हैं, जो कमलनाथ सरकार के लिए परेशानी का सबब बने, वहीं दूसरी तरफ हाल ही में 13 सितंबर को सोनिया गांधी ने कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री की बैठक ली थी.

पढ़ेंः सीएम कमलनाथ से मिलेंगे ज्योतिरादित्य सिंधिया, कई मुद्दों पर हो सकती है चर्चा

विचार विमर्श में जुटे सीएम
सूत्रों की माने तो सोनिया गांधी ने निगम मंडल नियुक्तियों को लेकर कमलनाथ को हरी झंडी दे दी थी, अब कमलनाथ सभी गुट और सभी नेताओं को साधकर निगम मंडल नियुक्तियों पर विचार- विमर्श लगे हैं. आज की ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ की मुलाकात को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है. ऐसी स्थिति में माना जा रहा है कि इस महीने के अंत या अक्टूबर की शुरुआत तक निगम मंडल की नियुक्तियों का फैसला हो सकता है.

पढ़ेंः कांग्रेस विधायक ने बंदर से की शिवराज सिंह की तुलना, नौटंकी बंद करने की दी सलाह

मैं समझता हूं कि ये निर्णय जल्द हो जाएंगेः राजीव सिंह
इस बारे में मध्यप्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री राजीव सिंह का कहना है कि यह नियुक्तियां मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है कि वह इनको कब तक करते हैं. प्रदेश में लगातार कुछ ना कुछ ऐसी परिस्थितियां बनी रही हैं, जिसकी वजह से नियुक्तियों में विलंब हुआ है. अगर देखें तो मुख्यमंत्री और सरकार का ध्यान प्रदेश के बाढ़ ग्रस्त इलाकों की तरफ है, राजीव सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री पिछले दिनों दिल्ली गए थे और वहां राष्ट्रीय अध्यक्ष से भी चर्चा हुई है 'मैं समझता हूं कि ये निर्णय जल्द हो जाएंगे, सभी नेताओं में विचार-विमर्श भी चल रहा है.'

भोपाल। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए मचे रहे घमासान के बाद अब कमलनाथ सरकार द्वारा निगम मंडल की नियुक्तियों की चर्चा ने जोर पकड़ा है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि 13 सितंबर को कांग्रेस शासित राज्यों के सीएम की बैठक में इन सभी पहलुओं पर चर्चा हुई है, वहीं सीएम की सोनिया गांधी से अलग से भी मुलाकात हुई थी, जिसमें उन्हें निगम मंडल नियुक्तियों के लिए हरी झंडी मिल गई है. मुख्यमंत्री कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुलाकात को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है.

निगम मंडल नियुक्तियों के लिए मिली हरी झंडी
इन दिनों मुख्यमंत्री कमलनाथ भारी बारिश के के बार बने बाढ़ के हालातों को लेकर व्यस्त हैं, लेकिन कांग्रेस सूत्रों की माने तो निगम मंडल नियुक्तियों को लेकर कमलनाथ को सोनिया गांधी की हरी झंडी मिल गई है और वह जल्द से जल्द ये नियुक्तियां कर सकते हैं.


न बढ़े सीएम कमलनाथ की परेशानी
प्रदेशाध्यक्ष पद की दावेदारी को लेकर जो घमासान के बाद सोनिया गांधी नाराज हुई थीं, उनकी नाराजगी के बाद चर्चा है कि सोनिया गांधी ने फिलहाल झाबुआ चुनाव तक प्रदेशाध्यक्ष बदले जाने की कवायद को ठंडे बस्ते में डाल दिया है. चर्चा ये भी है कि प्रदेशाध्यक्ष को लेकर सोनिया गांधी कोई ऐसा फैसला नहीं लेना चाहती हैं, जो कमलनाथ सरकार के लिए परेशानी का सबब बने, वहीं दूसरी तरफ हाल ही में 13 सितंबर को सोनिया गांधी ने कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री की बैठक ली थी.

पढ़ेंः सीएम कमलनाथ से मिलेंगे ज्योतिरादित्य सिंधिया, कई मुद्दों पर हो सकती है चर्चा

विचार विमर्श में जुटे सीएम
सूत्रों की माने तो सोनिया गांधी ने निगम मंडल नियुक्तियों को लेकर कमलनाथ को हरी झंडी दे दी थी, अब कमलनाथ सभी गुट और सभी नेताओं को साधकर निगम मंडल नियुक्तियों पर विचार- विमर्श लगे हैं. आज की ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ की मुलाकात को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है. ऐसी स्थिति में माना जा रहा है कि इस महीने के अंत या अक्टूबर की शुरुआत तक निगम मंडल की नियुक्तियों का फैसला हो सकता है.

पढ़ेंः कांग्रेस विधायक ने बंदर से की शिवराज सिंह की तुलना, नौटंकी बंद करने की दी सलाह

मैं समझता हूं कि ये निर्णय जल्द हो जाएंगेः राजीव सिंह
इस बारे में मध्यप्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री राजीव सिंह का कहना है कि यह नियुक्तियां मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है कि वह इनको कब तक करते हैं. प्रदेश में लगातार कुछ ना कुछ ऐसी परिस्थितियां बनी रही हैं, जिसकी वजह से नियुक्तियों में विलंब हुआ है. अगर देखें तो मुख्यमंत्री और सरकार का ध्यान प्रदेश के बाढ़ ग्रस्त इलाकों की तरफ है, राजीव सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री पिछले दिनों दिल्ली गए थे और वहां राष्ट्रीय अध्यक्ष से भी चर्चा हुई है 'मैं समझता हूं कि ये निर्णय जल्द हो जाएंगे, सभी नेताओं में विचार-विमर्श भी चल रहा है.'

Intro:भोपाल। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए मचे रहे घमासान के बाद अब कमलनाथ सरकार द्वारा निगम मंडल की नियुक्तियों की चर्चा ने जोर पकड़ा है।राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि 13 सितंबर को कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री की बैठक में इन सभी पहलुओं पर चर्चा हुई है। वहीं मुख्यमंत्री की सोनिया गांधी से अलग से भी मुलाकात हुई थी, जिसमें उन्हें निगम मंडल नियुक्तियों के लिए हरी झंडी मिल गई है।मुख्यमंत्री कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुलाकात को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।हालांकि इन दिनों मुख्यमंत्री कमलनाथ भारी बाढ़ के कारण बने हालातों को लेकर व्यस्त हैं। लेकिन कांग्रेस सूत्रों की माने तो निगम मंडल नियुक्तियों को लेकर कमलनाथ को सोनिया गांधी की हरी झंडी मिल गई है और वह जल्द से जल्द यह नियुक्तियां कर सकते हैं।


Body:दरअसल इस महीने के शुरुआती दौर में प्रदेशाध्यक्ष बदले जाने की चर्चा ने जोर पकड़ा था। लेकिन प्रदेशाध्यक्ष पद की दावेदारी को लेकर जो घमासान की स्थिति बनी और कांग्रेसी नेता आपस में ही एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करते नजर आए। उसको लेकर सोनिया गांधी जमकर नाराज हुई थी और चर्चा है कि सोनिया गांधी ने फिलहाल झाबुआ चुनाव तक प्रदेशाध्यक्ष बदले जाने की कवायद को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।चर्चा यह भी है कि प्रदेशाध्यक्ष को लेकर सोनिया गांधी कोई ऐसा फैसला नहीं लेना चाहती हैं। जो कमलनाथ सरकार के लिए परेशानी का सबब बने। वहीं दूसरी तरफ हाल ही में 13 सितंबर को सोनिया गांधी ने कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री की बैठक ली थी।इस बैठक में जहां सामूहिक रूप से सभी कांग्रेस शासित राज्यों की सरकारों की एजेंडे और रणनीति पर चर्चा हुई थी। वही अलग-अलग राज्यों की मंत्रिमंडल और अन्य नियुक्तियों को लेकर भी विचार विमर्श हुआ था। इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ और सोनिया गांधी से अलग से भी मुलाकात हुई थी। चर्चा है कि इस मुलाकात में सोनिया गांधी ने नियुक्तियों को लेकर कमलनाथ को हरी झंडी दे दी थी।अब कमलनाथ सभी गुट और सभी नेताओं को साधकर निगम मंडल नियुक्तियों पर विचार-विमर्श लगे हैं. आज की ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ की मुलाकात को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। ऐसी स्थिति में माना जा रहा है कि इस महीने के अंत या अक्टूबर की शुरुआत तक निगम मंडल की नियुक्तियों का फैसला हो सकता है।


Conclusion:इन संभावनाओं को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री राजीव सिंह का कहना है कि यह नियुक्तियां मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है कि वह इनको कब तक करते हैं। प्रदेश में लगातार कुछ ना कुछ ऐसी परिस्थितियां बनी रही हैं कि जिसकी वजह से नियुक्तियों में विलंब हुआ है। वर्तमान समय में ही अगर देखें तो मुख्यमंत्री और सरकार का ध्यान प्रदेश के बाढ़ ग्रस्त इलाकों की तरफ है। जो लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, उन तक सहायता पहुंच जाए और उनकी मदद हो जाए। अभी सभी उसी काम में लगे हैं। मुख्यमंत्री पिछले दिनों दिल्ली गए थे और वहां राष्ट्रीय अध्यक्ष से भी चर्चा हुई है मैं समझता हूं कि यह निर्णय जल्द हो जाएंगे।सभी नेताओं में विचार-विमर्श भी चल रहा है।
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