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NO डिनर नो शूटिंग: जब अभिनेत्री विद्या बालन ने वन मंत्री की ठुकराई पेशकश तो मंत्री ने रुकवा दी 'शेरनी' की शूटिंग

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Published : Nov 28, 2020, 4:16 PM IST

Updated : Nov 28, 2020, 7:23 PM IST

फिल्म अभिनेत्री विद्या बालन की फिल्म की शूटिंग रोक दी गई है, बताया जा रहा है कि मंत्री विजय शाह की फरमाइश नहीं मानने पर ऐसा किया गया है. जिसके बाद एमपी कांग्रेस ने शिवराज सरकार से अपील की है कि मंत्रियों के व्यवहार में संयम की हिदायत दें, और प्रदेश की लाज बचाएं. हालांकि अब इस पूरे विवाद में एक नया मोड आ गया है, फिल्म के निर्देशक ने कहा कि विद्या बालन के पास ऐसा कोई डिनर ऑफर नहीं आया और न ही हमारी शूटिंग रोकी गई.

Vidya Balan rejected the minister's offer
विद्या बालन ने मंत्री का ठुकराया ऑफर

भोपाल। मध्यप्रदेश के वन मंत्री विजय शाह (Forest Minister Vijay Shah) पर आरोप लगा है कि उन्होंने अभिनेत्री विद्या बालन ( Vidya Balan) को डिनर का ऑफर किया था. लेकिन विद्या बालन ने डिनर की पेशकश ठुकरा दी. जिसके बाद मंत्री ने फिल्म 'शेरनी' की शूटिंग रोकने का प्रयास किया. लेकिन अब शेरनी फिल्म के निर्देशक सैयद जैद अली ने निजी अखबार में छपी खबर का खंडन किया है. सैयद अली की माने तो विद्या डिनर को लेकर कोई मनमुटाव नहीं हुआ था. यह मामला 8 और 9 नवंबर का है. दरअसल, विद्या बालन की फिल्म 'शेरनी' की शूटिंग मध्य प्रदेश के बालाघाट टाइगर रिजर्व में हो रही थी. फिल्म की प्रोडक्शन यूनिट ने शूटिंग के लिए 20 अक्टूबर से 21 नवंबर तक बालाघाट फारेस्ट डिपार्टमेंट से परमिशन ले रखी थी. शूटिंग के लिए विद्या 8 नवंबर को मध्य प्रदेश आई थीं और गोंदिया में रुकी थीं. उसी दिन विद्या बालन से मिलने प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह पहुंच गए. वन मंत्री ने मुलाकात के बाद विद्या बालन को डिनर का न्योता दिया तो विद्या बालन ने मंत्री जी की पेशकश को ठुकरा दिया.

विजय शाह वन मंत्री

विवाद के बाद शेरनी फिल्म के निर्देशक का बयान

शेरनी फिल्म के निर्देशक सैयद जैद अली ने निजी अखबार में छपी खबर का खंडन किया है. सैयद जैद अली ने कहा कि विद्या बालन और मंत्री का किसी को लेकर कोई मनमुटाव नहीं हुआ. हमारी शूटिंग पूरी हो गई है शूटिंग एक मिनट के लिए भी नहीं रोकी गई. जब निर्देशक से पूछा गया कि गाड़ी भी रोकी गई तो उन्होंने कहा कि फॉरेस्ट नियमों की वजह से गाड़ी रोकी गई थी. लेकिन फिल्म की शूटिंग नहीं रोकी गई.

कांग्रेस ने मंत्री से की माफी की मांग

कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया है कि अगले दिन जब शूटिंग यूनिट टाइगर रिजर्व पहुंची तो साउथ डीएफओ जीके बरकड़े ने उनकी गाडियां रोक दीं. वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि केवल 2 ही गाड़ियों के प्रवेश की अनुमति है. इस बारे में जब उच्च अधिकारियों को पता चला तो उन्होंने तुरंत फिल्म यूनिट को शूटिंग के लिए टाइगर रिजर्व में प्रवेश दिए जाने का आदेश स्थानीय फारेस्ट डिपार्टमेंट को दिया. इसके बाद शूटिंग दोबारा शुरू हो सकी. कांग्रेस का कहना है कि इस व्यवहार के लिए विजय शाह को माफी मांगनी चाहिए.

शिवराज सरकार मांगे माफी

विद्या बालन से माफी मांगें शिवराज सरकार
कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि मध्यप्रदेश की साढ़े 7 करोड़ जनता की तरफ से शिवराज सरकार को विद्या बालन से माफी मांगनी चाहिए, और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में इस तरह की किसी भी गतिविधि में अपनी शक्ति दिखाने के लिए बाधाएं उपस्थित नहीं की जाएंगी. दरअसल मंत्री विजय शाह ने विद्या बालन को डिनर पर बुलाया था, लेकिन वह जब डिनर पर नहीं पहुंची तो मंत्री ने अपने ओहदे का उपयोग करते हुए शूटिंग बंद करा दी.

मध्यप्रदेश सरकार ने 75 फीसदी तक रियायत दी

इस मामले में कांग्रेस के सवाल उठाने के बाद अब वन एवं वन्य प्राणियों के लिए काम करने वाली संस्था प्रयत्न के संयोजक अजय दुबे ने वन मंत्री विजय शाह पर गंभीर आरोप लगाए हैं. अजय दुबे का कहना है कि इस मामले के खुलासे की एक वजह वन विभाग के अधिकारियों की अंदरूनी लड़ाई है. उन्होंने खुलासा करते हुए कहा कि फिल्म अभिनेत्री की शूटिंग के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने 75 फीसदी तक रियायत दी है.

ये भी पढ़ें: अभिनेत्री विद्या बालन से क्षमा मांगे शिवराज सरकार, मंत्रियों को संयम सिखाएं सीएम: एमपी कांग्रेस

वन विभाग के अधिकारियों की अंदरूनी लड़ाई के कारण हुआ खुलासा

अजय दुबे ने बताया कि विद्या बालन ने शूटिंग की मदद के लिए एक अधिकारी की मांग रखी थी. जिसे शासन ने प्रदान नहीं किया. इस मामले की जानकारी भी सरकार को सार्वजनिक करनी चाहिए. निश्चित ही यह मामला वन विभाग की आपसी लड़ाई का नतीजा है. जो बालाघाट से निकलकर मीडिया की सुर्खियों में आ गया है. वन मंत्री की इस शर्मनाक हरकत से मध्य प्रदेश की जनता को नुकसान पहुंचा है.

संस्था प्रयत्न के संयोजक अजय दुबे

वन मंत्री ने कम किया शूटिंग का 75 फीसदी किराया

वन मंत्री की इस हरकत के बाद इस घटना से जुड़े कई पहलू सामने आ गए हैं. अजय दुबे ने आरोप लगाया है कि वन मंत्री ने फिल्म की शूटिंग का किराया प्रति दिन 40 हजार रूपए की जगह 10 हजार रुपए किया हुआ है. जो सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचा कर राहत प्रदान की गई है, उसकी जांच होनी चाहिए.

वन्य प्राणियों को छोड़, फिल्म स्टार के इर्द-गिर्द घूम रहे वन मंत्री

अजय दुबे का कहना है कि मध्यप्रदेश में इस समय बाघ, तेंदुए के साथ हाथियों का भी शिकार हो रहा है. कल ही जबलपुर के बरगी में हाथी को करंट से मारा गया है, दूसरा हाथी लापता बताया जा रहा है. वन मंत्री पर्यटन और फिल्म स्टार के इर्द-गिर्द घूम रहे हैं, लेकिन वन की क्षति और वन्य प्राणियों की मौत के प्रति असंवेदनशील और लापरवाह हैं. मध्य प्रदेश सरकार को उन पर कार्रवाई करनी चाहिए.

ये भी पढ़ें: जबलपुर में जंगली हाथी की मौत, विवेक तन्खा ने ट्वीट कर वन विभाग पर उठाए सवाल

वन मंत्री के आचरण पर कार्रवाई करें मुख्यमंत्री

अजय दुबे का कहना है कि मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने बेहद शर्मनाक हरकत की है. बालाघाट में प्रसिद्ध अभिनेत्री विद्या बालन की फिल्म शेरनी की शूटिंग कर रही थी, उनके साथ डिनर का निवेदन किया गया था. जिसे विद्या बालन ने स्वीकार नहीं किया, तो बालाघाट डीएफओ ने उनकी गाड़ी को रोका और शूटिंग में करने में बाधा उत्पन्न की. वन मंत्री के इस आचरण पर मुख्यमंत्री को कार्रवाई करनी चाहिए.

भोपाल। मध्यप्रदेश के वन मंत्री विजय शाह (Forest Minister Vijay Shah) पर आरोप लगा है कि उन्होंने अभिनेत्री विद्या बालन ( Vidya Balan) को डिनर का ऑफर किया था. लेकिन विद्या बालन ने डिनर की पेशकश ठुकरा दी. जिसके बाद मंत्री ने फिल्म 'शेरनी' की शूटिंग रोकने का प्रयास किया. लेकिन अब शेरनी फिल्म के निर्देशक सैयद जैद अली ने निजी अखबार में छपी खबर का खंडन किया है. सैयद अली की माने तो विद्या डिनर को लेकर कोई मनमुटाव नहीं हुआ था. यह मामला 8 और 9 नवंबर का है. दरअसल, विद्या बालन की फिल्म 'शेरनी' की शूटिंग मध्य प्रदेश के बालाघाट टाइगर रिजर्व में हो रही थी. फिल्म की प्रोडक्शन यूनिट ने शूटिंग के लिए 20 अक्टूबर से 21 नवंबर तक बालाघाट फारेस्ट डिपार्टमेंट से परमिशन ले रखी थी. शूटिंग के लिए विद्या 8 नवंबर को मध्य प्रदेश आई थीं और गोंदिया में रुकी थीं. उसी दिन विद्या बालन से मिलने प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह पहुंच गए. वन मंत्री ने मुलाकात के बाद विद्या बालन को डिनर का न्योता दिया तो विद्या बालन ने मंत्री जी की पेशकश को ठुकरा दिया.

विजय शाह वन मंत्री

विवाद के बाद शेरनी फिल्म के निर्देशक का बयान

शेरनी फिल्म के निर्देशक सैयद जैद अली ने निजी अखबार में छपी खबर का खंडन किया है. सैयद जैद अली ने कहा कि विद्या बालन और मंत्री का किसी को लेकर कोई मनमुटाव नहीं हुआ. हमारी शूटिंग पूरी हो गई है शूटिंग एक मिनट के लिए भी नहीं रोकी गई. जब निर्देशक से पूछा गया कि गाड़ी भी रोकी गई तो उन्होंने कहा कि फॉरेस्ट नियमों की वजह से गाड़ी रोकी गई थी. लेकिन फिल्म की शूटिंग नहीं रोकी गई.

कांग्रेस ने मंत्री से की माफी की मांग

कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया है कि अगले दिन जब शूटिंग यूनिट टाइगर रिजर्व पहुंची तो साउथ डीएफओ जीके बरकड़े ने उनकी गाडियां रोक दीं. वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि केवल 2 ही गाड़ियों के प्रवेश की अनुमति है. इस बारे में जब उच्च अधिकारियों को पता चला तो उन्होंने तुरंत फिल्म यूनिट को शूटिंग के लिए टाइगर रिजर्व में प्रवेश दिए जाने का आदेश स्थानीय फारेस्ट डिपार्टमेंट को दिया. इसके बाद शूटिंग दोबारा शुरू हो सकी. कांग्रेस का कहना है कि इस व्यवहार के लिए विजय शाह को माफी मांगनी चाहिए.

शिवराज सरकार मांगे माफी

विद्या बालन से माफी मांगें शिवराज सरकार
कांग्रेस प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि मध्यप्रदेश की साढ़े 7 करोड़ जनता की तरफ से शिवराज सरकार को विद्या बालन से माफी मांगनी चाहिए, और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में इस तरह की किसी भी गतिविधि में अपनी शक्ति दिखाने के लिए बाधाएं उपस्थित नहीं की जाएंगी. दरअसल मंत्री विजय शाह ने विद्या बालन को डिनर पर बुलाया था, लेकिन वह जब डिनर पर नहीं पहुंची तो मंत्री ने अपने ओहदे का उपयोग करते हुए शूटिंग बंद करा दी.

मध्यप्रदेश सरकार ने 75 फीसदी तक रियायत दी

इस मामले में कांग्रेस के सवाल उठाने के बाद अब वन एवं वन्य प्राणियों के लिए काम करने वाली संस्था प्रयत्न के संयोजक अजय दुबे ने वन मंत्री विजय शाह पर गंभीर आरोप लगाए हैं. अजय दुबे का कहना है कि इस मामले के खुलासे की एक वजह वन विभाग के अधिकारियों की अंदरूनी लड़ाई है. उन्होंने खुलासा करते हुए कहा कि फिल्म अभिनेत्री की शूटिंग के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने 75 फीसदी तक रियायत दी है.

ये भी पढ़ें: अभिनेत्री विद्या बालन से क्षमा मांगे शिवराज सरकार, मंत्रियों को संयम सिखाएं सीएम: एमपी कांग्रेस

वन विभाग के अधिकारियों की अंदरूनी लड़ाई के कारण हुआ खुलासा

अजय दुबे ने बताया कि विद्या बालन ने शूटिंग की मदद के लिए एक अधिकारी की मांग रखी थी. जिसे शासन ने प्रदान नहीं किया. इस मामले की जानकारी भी सरकार को सार्वजनिक करनी चाहिए. निश्चित ही यह मामला वन विभाग की आपसी लड़ाई का नतीजा है. जो बालाघाट से निकलकर मीडिया की सुर्खियों में आ गया है. वन मंत्री की इस शर्मनाक हरकत से मध्य प्रदेश की जनता को नुकसान पहुंचा है.

संस्था प्रयत्न के संयोजक अजय दुबे

वन मंत्री ने कम किया शूटिंग का 75 फीसदी किराया

वन मंत्री की इस हरकत के बाद इस घटना से जुड़े कई पहलू सामने आ गए हैं. अजय दुबे ने आरोप लगाया है कि वन मंत्री ने फिल्म की शूटिंग का किराया प्रति दिन 40 हजार रूपए की जगह 10 हजार रुपए किया हुआ है. जो सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचा कर राहत प्रदान की गई है, उसकी जांच होनी चाहिए.

वन्य प्राणियों को छोड़, फिल्म स्टार के इर्द-गिर्द घूम रहे वन मंत्री

अजय दुबे का कहना है कि मध्यप्रदेश में इस समय बाघ, तेंदुए के साथ हाथियों का भी शिकार हो रहा है. कल ही जबलपुर के बरगी में हाथी को करंट से मारा गया है, दूसरा हाथी लापता बताया जा रहा है. वन मंत्री पर्यटन और फिल्म स्टार के इर्द-गिर्द घूम रहे हैं, लेकिन वन की क्षति और वन्य प्राणियों की मौत के प्रति असंवेदनशील और लापरवाह हैं. मध्य प्रदेश सरकार को उन पर कार्रवाई करनी चाहिए.

ये भी पढ़ें: जबलपुर में जंगली हाथी की मौत, विवेक तन्खा ने ट्वीट कर वन विभाग पर उठाए सवाल

वन मंत्री के आचरण पर कार्रवाई करें मुख्यमंत्री

अजय दुबे का कहना है कि मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने बेहद शर्मनाक हरकत की है. बालाघाट में प्रसिद्ध अभिनेत्री विद्या बालन की फिल्म शेरनी की शूटिंग कर रही थी, उनके साथ डिनर का निवेदन किया गया था. जिसे विद्या बालन ने स्वीकार नहीं किया, तो बालाघाट डीएफओ ने उनकी गाड़ी को रोका और शूटिंग में करने में बाधा उत्पन्न की. वन मंत्री के इस आचरण पर मुख्यमंत्री को कार्रवाई करनी चाहिए.

Last Updated : Nov 28, 2020, 7:23 PM IST
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