भोपाल। गृह मंत्री अमित शाह के नाम से राज्यपाल लालजी टंडन को फोन करने वाले एयर फोर्स के विंग कमांडर कुलदीप बाघेला की परेशानियां अब बढ़ती जा रही हैं. जहां एक तरफ उन्हें राज्यपाल को केंद्रीय मंत्री के नाम से झूठा फोन करने के चलते गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं अब उनसे इस मामले में एयर फोर्स की टीम भी पूछताछ करने के लिए भोपाल पहुंच चुकी है.
देर शाम एयरफोर्स की एक टीम गोपनीय रूप से भोपाल पहुंची है जो विंग कमांडर से पूछताछ करेगी. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि एयर फोर्स को विंग कमांडर से पूछताछ करने की इजाजत न्यायालय से मिली है या नहीं. क्योंकि कुलदीप इस समय एसटीएफ की कस्टडी में है और एसटीएफ ने न्यायालय से विंग कमांडर कुलदीप बाघेला और डॉक्टर चंद्रेश शुक्ला को 2 दिन के रिमांड पर लिया गया है.
बता दें कि विंग कमांडर कुलदीप और डेंटिस्ट चंद्रेश शुक्ला के द्वारा 3 जनवरी को राज्यपाल लालजी टंडन को फोन किया गया था. करीब 2 मिनट 14 सेकंड बातचीत भी की गई थी, जिसमें चंद्रेश ने फोन पर खुद को अमित शाह का पीए बताया था जबकि कुलदीप ने अमित शाह बनकर चंद्रेश को कुलपति बनाने की सिफारिश की थी. बातचीत में शंका होने पर राज्यपाल कार्यालय ने गृहमंत्री के दिल्ली कार्यालय से इस विषय में संपर्क किया था वहां से जानकारी मिली की यहां से कोई फोन नहीं किया गया है.
मामले में राज्यपाल कार्यालय ने एसटीएफ से शिकायत कर दी थी, जिसके बाद एसटीएफ तुरंत कार्रवाई करते हुए इन दोनों आरोपियों को पकड़ लिया था. अगर इस मामले में कुलदीप के ऊपर आरोप सिद्ध होता है तो उनके ऊपर एयरफोर्स बड़ी कार्रवाई भी कर सकती है. जिसके तहत उन्हें नौकरी से भी हाथ धोना पड़ सकता है.