भोपाल। प्रदेश में कुछ दिनों बाद मानसून पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा, इसे देखते हुए प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश स्तरीय विभागीय समीक्षा की है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को बोवनी के पहले हर हाल में बीज और उर्वरक उपलब्ध कराया जाए, किसान को खाद-बीज संबंधी किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए, इसका अधिकारियों को भलीभांति ध्यान रखना होगा.
मंत्री ने शिवपुरी-हरदा सोसाइटी की जांच रिपोर्ट 24 घंटे में पेश करने के निर्देश संबंधित जिलों के कृषि उपसंचालकों को दिए हैं कि जहां से भी खाद-बीज का परिवहन हो रहा है या जहां पर उन्नत किस्म के बीज तैयार किए जा रहे हैं, उन स्थानों से सैंपल लिए जाएं और ये सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को हर हाल में गुणवत्तापूर्ण खाद-बीज ही उपलब्ध हो. खाद-बीज की सैंपल रिपोर्ट किसान के उपयोग के पूर्व आ जानी चाहिए. बीज वितरण करने वाली कंपनियों की मॉनिटरिंग भी समय-समय पर की जाए. खाद बीज अमानक पाए जाने पर भंडार को लॉक कर दिया जाए.
कीटनाशक की एक ही लैब की जानकारी मिलने पर मंत्री ने कहा कि इसके लिए अतिरिक्त लैब की स्थापना की जाए. इसके अलावा उन्होंने चना उपार्जन की जिलेवार समीक्षा भी की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिन किसानों का चना समर्थन मूल्य पर अभी तक उपार्जित नहीं हुआ है, उन सभी को एसएमएस के माध्यम से हर हाल में सूचना दी जाए. किसी भी किसान का चना उपार्जित होने से छूटना नहीं चाहिए.