भोपाल। बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान एसपीजी अमेंडमेंट बिल पर चर्चा के वक्त डीएमके सांसद ए. राजा गोडसे के एक बयान का हवाला दे रहे थे कि उसने महात्मा गांधी को क्यों मारा. तभी बीच में भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने उन्हें टोक दिया और कहा कि 'आप एक देशभक्त का उदाहरण नहीं दे सकते'. हालांकि, प्रज्ञा के बयान को लोकसभा के रिकॉर्ड से हटा दिया गया है. जिसके बाद विपक्ष ने मोदी सरकार को जमकर घेरा और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर निशाना भी साधा था.
जिसके बाद प्रज्ञा सिंह ठाकुर पर कार्रवाई करते हुए संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने साध्वी प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति से बाहर कर दिया. साथ ही शीतकालीन सत्र के दौरान होने वाली बीजेपी संसदीय दल की बैठकों में भी साध्वी प्रज्ञा के आने पर बैन लगा दिया गया है.
साथ ही बताया जा रहा है कि साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ पार्टी की अनुशासन समिति बड़ी कार्रवाई करेगी. उन्हें पार्टी से निष्कासित भी किया जा सकता है. बीजेपी के कार्यवाहक अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि संसद में कल का उनका बयान निंदनीय है. बीजेपी कभी भी इस तरह के बयान या विचारधारा का समर्थन नहीं करती है.
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कभी-2 झूठ का बबण्डर इतना गहरा होता है कि दिन मे भी रात लगने लगती है किन्तु सूर्य अपना प्रकाश नहीं खोता पलभर के बबण्डर मे लोग भ्रमित न हों सूर्य का प्रकाश स्थाई है। सत्य यही है कि कल मैने ऊधम सिंह जी का अपमान नहीं सहा बस।
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— Sadhvi Pragya Official (@SadhviPragya_MP) November 28, 2019
जिसके बाद सांसद साध्वी प्रज्ञा ने ट्वीट कर सफाई देते हुए कहा है कि वो उस समय ऊधम सिंह जी का अपमान नहीं सह पाईं.