भोपाल| राजधानी के मौसम ने एक बार फिर से करवट बदली है, दिनभर की उमस के बाद देर रात राजधानी में हल्की फुहारों के बीच लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली है और इन फुहारों का सिलसिला बुधवार सुबह तक चलता रहा. बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है इसके साथ ही दक्षिणी गुजरात में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है जिसकी वजह से हल्की बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है.
बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के आज और शक्तिशाली होकर उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ बढ़ने के आसार बने हुए हैं, इसके असर से आज बुधवार से राजधानी सहित प्रदेश के कई स्थानों पर गरज चमक के साथ बरसात होने की संभावना बनी हुई है, तो वहीं दक्षिण पश्चिम मानसून लगातार आगे बढ़ रहा है.
मौसम विभाग के अनुसार 15 जून के आसपास मध्य प्रदेश में मानसून अपनी दस्तक दे सकता है. मंगलवार को शहर में सुबह से आसमान साफ होने के कारण धूप निकली रही दोपहर के बाद धूप में तल्खी भी महसूस हुई. राजधानी का अधिकतम तापमान 38.1 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा था, जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम रहा है, इस दौरान वातावरण में नमी बरकरार रहने से लोगों को उमस लगातार परेशान करती रही है.
शाम ढलने के बाद अचानक राजधानी में बादलों ने अपना डेरा जमा लिया था देर रात रुक रुककर राजधानी के कई हिस्सों में हल्की बौछारों का सिलसिला चलता रहा, यह बौछारें बुधवार सुबह तक इसी तरह जारी रहीं. इन बौछारों की वजह से वातावरण में ठंडक का एहसास होने लगा है और लोगों को उमस से थोड़ी राहत मिली है.
मौसम विभाग की माने तो बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम आज और आगे बढ़ सकता है इसके प्रभाव से बुधवार से भोपाल सहित प्रदेश के कई स्थानों पर मानसून पूर्व की गतिविधियां तेज होने लगेगी. कई स्थानों पर बौछारें पड़ने की संभावना व्यक्त की गई है.
11-12 जून तक मानसून के मध्य अरब सागर, गोवा, महाराष्ट्र के कुछ हिस्से, कर्नाटक के कुछ हिस्से तमिलनाडु के कुछ हिस्से, तेलंगाना एवं तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्से, बंगाल की खाड़ी के भी कुछ क्षेत्र में पहुंचने की प्रबल संभावना बनी हुई है. मानसून की मौजूदा प्रगति को देखते हुए इसके 15 जून के आसपास मध्य प्रदेश में दस्तक देने की आसार बने हुए हैं.