भोपाल। यू तो फैमिली कोर्ट में घरेलू हिंसा और झगड़ों के मामले हमेशा ही आते रहते हैं, लेकिन लॉकडाउन के बीच कोर्ट में घरेलू हिंसा, डिप्रेशन, सोशल मीडिया की प्रताड़ना जैसे कई अनोखे मामले आए. घरों में बैठकर भी लोगों की समस्याएं कम नहीं हो रही हैं. ऐसा ही एक अनोखा मामले सामने आया है, भोपाल की फैमिली कोर्ट में, जहां पत्नी से अलग होने पर पति की मौत हो गई और अब जो पत्नी तलाक की मांग कर रही थी, उसने पति की मौत के बाद उसकी नौकरी की दावेदर बन गई, लेकिन मृतक का परिवार बहू के इस दावे के खिलाफ है.
डिप्रेशन में पति की मौत
मामला भोपाल के साकेत नगर इलाके का है. दंपत्ति की शादी 4 साल पहले हुई थी. दोनों खुशी-खुशी साथ में रहते थे, लेकिन शादी के 6 महीने बाद ही दोनों में लड़ाई झगड़े शुरू हो गए. पत्नी की डिमांड बढ़ती गई, उसे पति पूरा नहीं कर पाया और फिर पत्नी ने पति को छोड़ने का फैसला लिया, इस दौरान 2 साल दोनों अलग रहे, फिर घर वालों के कहने पर दोबारा जिंदगी शुरू करने की कोशिश की, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. पत्नी ने कोर्ट में तलाक के लिए याचिका दायर कर दी, जिससे पति परेशान हो गया और तभी से डिप्रेशन का शिकार हो गया.
काउंसलिंग में नहीं मानी पत्नी
लॉकडाउन के बीच तीन माह जब युवक घर में रहकर ऑफिस का काम करने लगा, तो उसे परिवार की कमी खली और उसने फैमिली कोर्ट में काउंसलिंग के लिए अप्लाई किया. इस मामले की काउंसलिंग सरिता राजानी ने की. काउंसलर की बहुत कोशिशों के बाद भी दंपत्ति वापस एक नहीं हो पाया, पत्नी ने साथ में रहने से साफ इनकार कर दिया और इसी बीच पति का तनाव बढ़ता चला गया और काउंसलिंग के दौरान ही युवक की मौत हो गई. युवक की मौत के बाद भी पत्नी को दया नहीं आई, अंतिम संस्कार होने के बाद भी वो अपने घर दोबारा नहीं गई.
पति की मौत के बाद बनी नौकरी की दावेदार
पति की मौत के कुछ ही दिनों बाद पत्नी ने अनुकंपा नियुक्ति के लिए अप्लाई कर दिया. पत्नी की ज़िद है कि, उसे अनुकंपा नियुक्ति चाहिए, क्योंकि पति के परिवार में उसकी मां बुढ़ी हैं, छोटा भाई मात्र 18 साल का है. ऐसे में केवल वो अनुकंपा नियुक्ति की अकेली दावेदार है, लेकिन बहू के रवैये के चलते मृतक का परिवार इस नियुक्ती के पक्ष में नहीं हैं. उनका कहना है कि, 'जिसकी वजह से हमारे बेटे की जान गई, अब वही हमारे बेटे की मेहनत पर राज करें, यह बेटे के लिए नाइंसाफी होगी'.
मां की भावना जीतेगी या बहु की जिद ?
मृतक की बूढ़ी मां कोर्ट के चक्कर काट रही है और बहू जिद पर अड़ी है. इस मामले की सुनवाई फिलहाल फैमिली कोर्ट में चल रही है.