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फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मकान आवंटित करवाने वालों पर कार्रवाई की तैयारी - E-टाइप सरकारी मकान

भोपाल में संपदा संचालनालय के फर्जी दस्तावेज के आधार पर मकान आवंटित करवाने वाले कर्मचारियों से अब PWD विभाग लगभग 55 लाख रुपए की वसूली करने की तैयारी मे है.

Employees living in fake allotted houses
फर्जी आवंटित मकानों में रह रहे कर्मचारी
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Published : Jan 30, 2020, 5:54 PM IST

भोपाल। संपदा संचालनालय के फर्जी दस्तावेज के आधार पर सरकारी मकानों का आवंटन करवाने वालों के खिलाफ लोक निर्माण विभाग कार्रवाई की तैयारी कर रहा है. पिछले दो साल से रह रहे 66 कर्मचारियों से वसूली की जाएगी. लोक नर्माण विभाग अब इन कर्मचारियों से लगभग 55 लाख रुपए की वसूली करने जा रहा है. फर्जी आवंटन जारी करने के आरोपी राहुल खरते की पत्नी के नाम से आवंटित मकान का आवंटन निरस्त कर उसे विभाग ने खाली करा लिया है.

फर्जी दस्तावेजों के आधार मकान आवंटित करवाने वालों पर कार्रवाई की तैयारी

100 से ज्यादा लोगों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सरकारी मकान आवंटन करने के आरोपी राहुल खरते को पहले ही जेल भेजा जा चुका है. आरोपी राहुल खरते ने मंत्रालय में आदिम जाति कल्याण विभाग में पदस्थ पत्नी के नाम पर 1100 क्वार्टर स्थित E-टाइप सरकारी मकान अलॉट कराया था. बाद में ये मकान उन्होंने किराए पर देकर F-टाइप सरकारी मकान में रहने लगे थे. मामले की जांच के बाद संपदा संचालनालय ने इस मकान का आवंटन निरस्त कर इसे खाली कराने की कार्रवाई की है. संपदा संचालनालय के आवंटन अधिकारी मुकुल गुप्ता ने बताया कि, आरोपी राहुल खरते को जालसाजी के मामले में पहले ही जेल भेजा जा चुका है.


66 लोगों से करीब 55 लाख की रिकवरी की है तैयारी

आरोपी राहुल खरते ने 66 कर्मचारियों को फर्जी आवंटन के जरिए सरकारी आवास उपलब्ध कराए थे. ये कर्मचारी फर्जी आवंटन पत्र के आधार पर इन सरकारी आवासों में फर्जी तरीके से पिछले दो साल से रह रहे थे. जालसाजी का भांडाफोड़ होने के बाद अब इन 66 कर्मचारियों से रिकवरी की तैयारी की जा रही है. PWD विभाग को जुर्माना सहित करीब 55 लाख रुपए की रिकवरी इन कर्मचारियों से लेनी है. रिकवरी के संबंधित नोटिस इन कर्मचारियों को जारी कर दिए जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- CI मोटर्स पर EOW-RTO की संयुक्त कार्रवाई, बड़ी गड़बड़ी की आशंका


पुलिस विभाग के हैं अधिकांश कर्मचारी

फर्जी आवंटन पत्र के जरिए पिछले दो सालों से सरकारी मकान में रह रहे 66 कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए संपदा संचालनालय ने पुलिस को पत्र लिखा है. इन 66 कर्मचारियों में करीब 80 फीसदी पुलिस विभाग के ही कर्मचारी है.


105 मकान हुए आवंटित, जबकि होने थे सिर्फ 35

गौरतलब है कि गृह विभाग और संपदा संचालनालय ने जुलाई 2019 में बाबू राहुल खरते के खिलाफ जहांगीराबाद थाने में मामला दर्ज कराया था. मामले को जांच में लेकर पड़ताल की गई, जिसमें पाया गया कि गृह विभाग द्वारा 2018 में सिर्फ 35 मकान ही आवंटित किए गए थे. जबकि लिस्ट में 105 मकान पाए गए. मामले की जांच के बाद खुलासा हुआ था कि 66 सरकारी आवासों को आरोपी राहुल खरते ने फर्जी आवंटन पत्र तैयार कर आवंटित कर दिए थे.

भोपाल। संपदा संचालनालय के फर्जी दस्तावेज के आधार पर सरकारी मकानों का आवंटन करवाने वालों के खिलाफ लोक निर्माण विभाग कार्रवाई की तैयारी कर रहा है. पिछले दो साल से रह रहे 66 कर्मचारियों से वसूली की जाएगी. लोक नर्माण विभाग अब इन कर्मचारियों से लगभग 55 लाख रुपए की वसूली करने जा रहा है. फर्जी आवंटन जारी करने के आरोपी राहुल खरते की पत्नी के नाम से आवंटित मकान का आवंटन निरस्त कर उसे विभाग ने खाली करा लिया है.

फर्जी दस्तावेजों के आधार मकान आवंटित करवाने वालों पर कार्रवाई की तैयारी

100 से ज्यादा लोगों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सरकारी मकान आवंटन करने के आरोपी राहुल खरते को पहले ही जेल भेजा जा चुका है. आरोपी राहुल खरते ने मंत्रालय में आदिम जाति कल्याण विभाग में पदस्थ पत्नी के नाम पर 1100 क्वार्टर स्थित E-टाइप सरकारी मकान अलॉट कराया था. बाद में ये मकान उन्होंने किराए पर देकर F-टाइप सरकारी मकान में रहने लगे थे. मामले की जांच के बाद संपदा संचालनालय ने इस मकान का आवंटन निरस्त कर इसे खाली कराने की कार्रवाई की है. संपदा संचालनालय के आवंटन अधिकारी मुकुल गुप्ता ने बताया कि, आरोपी राहुल खरते को जालसाजी के मामले में पहले ही जेल भेजा जा चुका है.


66 लोगों से करीब 55 लाख की रिकवरी की है तैयारी

आरोपी राहुल खरते ने 66 कर्मचारियों को फर्जी आवंटन के जरिए सरकारी आवास उपलब्ध कराए थे. ये कर्मचारी फर्जी आवंटन पत्र के आधार पर इन सरकारी आवासों में फर्जी तरीके से पिछले दो साल से रह रहे थे. जालसाजी का भांडाफोड़ होने के बाद अब इन 66 कर्मचारियों से रिकवरी की तैयारी की जा रही है. PWD विभाग को जुर्माना सहित करीब 55 लाख रुपए की रिकवरी इन कर्मचारियों से लेनी है. रिकवरी के संबंधित नोटिस इन कर्मचारियों को जारी कर दिए जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- CI मोटर्स पर EOW-RTO की संयुक्त कार्रवाई, बड़ी गड़बड़ी की आशंका


पुलिस विभाग के हैं अधिकांश कर्मचारी

फर्जी आवंटन पत्र के जरिए पिछले दो सालों से सरकारी मकान में रह रहे 66 कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए संपदा संचालनालय ने पुलिस को पत्र लिखा है. इन 66 कर्मचारियों में करीब 80 फीसदी पुलिस विभाग के ही कर्मचारी है.


105 मकान हुए आवंटित, जबकि होने थे सिर्फ 35

गौरतलब है कि गृह विभाग और संपदा संचालनालय ने जुलाई 2019 में बाबू राहुल खरते के खिलाफ जहांगीराबाद थाने में मामला दर्ज कराया था. मामले को जांच में लेकर पड़ताल की गई, जिसमें पाया गया कि गृह विभाग द्वारा 2018 में सिर्फ 35 मकान ही आवंटित किए गए थे. जबकि लिस्ट में 105 मकान पाए गए. मामले की जांच के बाद खुलासा हुआ था कि 66 सरकारी आवासों को आरोपी राहुल खरते ने फर्जी आवंटन पत्र तैयार कर आवंटित कर दिए थे.

Intro:भोपाल। संपदा संचालनालय के फर्जी दस्तावेज के जरिए सरकारी मकान में पिछले 2 सालों से रह रहे 66 कर्मचारियों से अब वसूली की तैयारी हो रही है। पीडब्ल्यूडी विभाग इन कर्मचारियों से 55 लाख रुपये वसूली करने जा रहा है। वही फर्जी आवंटन जारी करने के आरोपी राहुल खरते की पत्नी के नाम से आवंटित मकान का आवंटन निरस्त कर उसे विभाग ने खाली करा लिया। 11 सौ क्वार्टर स्थित यह मकान किराए से चलाया जा रहा था।


Body:100 से ज्यादा लोगों को फर्जी आवंटन पत्र के जरिए सरकारी मकान आवंटन करने के आरोपी राहुल खरते को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। आरोपी राहुल खरते ने मंत्रालय में आदिम जाति कल्याण विभाग में पदस्थ पत्नी के नाम से 11 सौ क्वार्टर स्थित ई टाइप सरकारी मकान अलॉट कराया था। बाद में यह मकान उन्होंने किराए पर देकर एफ टाइप सरकारी मकान में रहने लगे थे। मामले की जांच के बाद संपदा संचालनालय द्वारा इस मकान का आवंटन निरस्त कर इसे खाली कराने की कार्रवाई की गई। संपदा संचालनालय के आवंटन अधिकारी मुकुल गुप्ता ने बताया कि आरोपी राहुल खरते को जालसाजी के मामले में पहले ही जेल भेजा जा चुका है।

66 लोगो से करीब 55 लाख की रिकवरी की तैयारी

आरोपी राहुल खरते ने 66 कर्मचारियों को फर्जी आवंटन के जरिए सरकारी आवास उपलब्ध कराए थे। यह कर्मचारी फर्जी आवंटन पत्र के आधार पर इन सरकारी आवासों में फर्जी तरीके से पिछले 2 साल से रह रहे थे। जालसाजी का भंडाफोड़ होने के बाद अब इन 66 कर्मचारियों से रिकवरी की तैयारी की जा रही है। पीडब्ल्यूडी विभाग ने जुर्माना सहित करीब 55 लाख रुपए की रिकवरी इन कर्मचारियों से निकाली है। रिकवरी के संबंधित नोटिस इन कर्मचारियों को दिए जा रहे हैं।

66 कर्मचारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने लिखा पत्र

फर्जी आवंटन पत्र के जरिए पिछले 2 सालों से सरकारी मकान में रह रहे 66 कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने संपदा संचालनालय ने पुलिस विभाग को पत्र लिखा है। इन 66 कर्मचारियों में करीब 80 फ़ीसदी पुलिस विभाग के कर्मचारी है।


Conclusion:गौरतलब है कि गृह विभाग और संपदा संचालनालय ने जुलाई 2019 में बाबू राहुल खरते के खिलाफ जहांगीराबाद थाने में मामला दर्ज कराया था मामले को जांच में लेकर पड़ताल की गई जिसमें पाया गया कि गृह विभाग द्वारा 2018 में सिर्फ 35 मकान ही आवंटित किए गए थे जबकि लिस्ट में 105 मकान पाए गए मामले की जांच के बाद खुलासा हुआ था कि 66 सरकारी आवासों को आरोपी राहुल खरते ने फर्जी आवंटन पत्र तैयार कर आवंटित कर दिए थे।
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