भोपाल। मध्यप्रदेश में अनाज खरीदी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समीक्षा बैठक की. सीएम शिवराज ने कहा कि खरीदी के दौरान एक-एक किसान का गेहूं उपार्जन किया जाए. मेरे लिए एक किसान भी महत्वपूर्ण है. रबी उपार्जन की समीक्षा बैठक में उन्होंने निर्देश दिए हैं कि समय पर किसानों की फसल का उपार्जन हो और उपार्जन के बाद भुगतान में विलंब न हो. अगर किसी भी किसान का भुगतान रुका, तो दोषियों पर कार्रवाई होगी और जिम्मेदार से वसूली की जाएगी.
22 मार्च से होगा गेहूं का उपार्जन
प्रदेश में इस बार गेहूं का उपार्जन 22 मार्च से इंदौर और उज्जैन संभाग में होगा. बाकि के संभागों में 1 अप्रैल से किया जाएगा. उपार्जन के लिए पंजीयन चालू है, जो 20 फरवरी तक चलेगा. इस बार भी पिछले वर्ष की तरह 4,529 उपार्जन केंद्र बनाए जा रहे हैं.
125 लाख मैट्रिक टन गेहूं के उपार्जन का अनुमान
इस बार 125 लाख मैट्रिक टन गेहूं उपार्जन का अनुमान है. अभी तक 4 लाख 13 हजार किसानों ने गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन कराया है. पिछले साल 19 लाख 47 हजार किसानों ने पंजीयन कराया था, जिनमें से 15 लाख 81 हजार किसानों ने गेहूं बेचा था. इस बार लगभग 20 लाख किसानों के पंजीयन का अनुमान है.
गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपए
इस बार गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपए प्रति क्विंटल होगा. पिछले साल यह 1925 रुपए प्रति क्विंटल था. इस बार गेहूं की बोनी का रकबा 98.20 लाख हेक्टेयर है.