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किसानों का भुगतान न होना अपराध, दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई : CM

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अनाज खरीदी को लेकर कड़ा रुख अपनाया है. सीएम शिवराज ने किसानों का भुगतान रोकने पर और लापरवाही बरतने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.

CM's meeting
सीएम ने की बैठक
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Published : Feb 5, 2021, 7:23 AM IST

Updated : Feb 5, 2021, 7:51 AM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में अनाज खरीदी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समीक्षा बैठक की. सीएम शिवराज ने कहा कि खरीदी के दौरान एक-एक किसान का गेहूं उपार्जन किया जाए. मेरे लिए एक किसान भी महत्वपूर्ण है. रबी उपार्जन की समीक्षा बैठक में उन्होंने निर्देश दिए हैं कि समय पर किसानों की फसल का उपार्जन हो और उपार्जन के बाद भुगतान में विलंब न हो. अगर किसी भी किसान का भुगतान रुका, तो दोषियों पर कार्रवाई होगी और जिम्मेदार से वसूली की जाएगी.

22 मार्च से होगा गेहूं का उपार्जन

प्रदेश में इस बार गेहूं का उपार्जन 22 मार्च से इंदौर और उज्जैन संभाग में होगा. बाकि के संभागों में 1 अप्रैल से किया जाएगा. उपार्जन के लिए पंजीयन चालू है, जो 20 फरवरी तक चलेगा. इस बार भी पिछले वर्ष की तरह 4,529 उपार्जन केंद्र बनाए जा रहे हैं.

125 लाख मैट्रिक टन गेहूं के उपार्जन का अनुमान
इस बार 125 लाख मैट्रिक टन गेहूं उपार्जन का अनुमान है. अभी तक 4 लाख 13 हजार किसानों ने गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन कराया है. पिछले साल 19 लाख 47 हजार किसानों ने पंजीयन कराया था, जिनमें से 15 लाख 81 हजार किसानों ने गेहूं बेचा था. इस बार लगभग 20 लाख किसानों के पंजीयन का अनुमान है.

गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपए
इस बार गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपए प्रति क्विंटल होगा. पिछले साल यह 1925 रुपए प्रति क्विंटल था. इस बार गेहूं की बोनी का रकबा 98.20 लाख हेक्टेयर है.

CM's meeting
सीएम ने की बैठक
'किसान का भुगतान न होना अपराध'
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि किसान की उपज का भुगतान न होना अपराध है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि दोषियों की संपत्ति कुर्क करें, उन्हें जेल भेजें और किसानों का भुगतान कराएं. जितने किसानों का भुगतान बकाया है, उनकी सूची उन्हें जल्द उपलब्ध कराई जाए. सीएम ने कहा है कि जिन सहकारी संस्थाओं की विश्वसनीयता संदिग्ध हो, उन्हें इस बार उपार्जन का कार्य न दिया जाए. उपार्जन के लिए इस बार सिकमी/बटाईदारों के अधिकतम 5 हेक्टेयर रकबा के पंजीयन की सुविधा प्रदान की जा रही है.
चना, मसूर और सरसों का उपार्जन 15 मार्च से
चना, मसूर और सरसों की खरीदी 15 मार्च से शुरू होगा और 15 मई तक चलेगा. इस बार इनका पूरा उपार्जन मार्कफेड द्वारा किया जाएगा. चने का समर्थन मूल्य 5100 रूपये, मसूर का 5100 रूपये, और सरसों का 4,650 रूपये प्रति क्विंटल है. चने का उपार्जन 14.51 लाख टन, मसूर का 1.37 लाख टन और सरसों का 3.90 लाख टन अनुमानित है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली बार की तरह इस बार भी स्व-सहायता समूहों और कृषि उत्पादक समूहों को भी उपार्जन कार्य दिया जाएगा. पिछले वर्ष 39 उपार्जन केंद्रों पर स्व-सहायता समूहों और कृषि उत्पादक समूहों द्वारा 9 लाख 78 हजार 526 क्विंटल गेहूं उपार्जित किया गया, जो कुल उत्पादन का 3 प्रतिशत था.

भोपाल। मध्यप्रदेश में अनाज खरीदी को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समीक्षा बैठक की. सीएम शिवराज ने कहा कि खरीदी के दौरान एक-एक किसान का गेहूं उपार्जन किया जाए. मेरे लिए एक किसान भी महत्वपूर्ण है. रबी उपार्जन की समीक्षा बैठक में उन्होंने निर्देश दिए हैं कि समय पर किसानों की फसल का उपार्जन हो और उपार्जन के बाद भुगतान में विलंब न हो. अगर किसी भी किसान का भुगतान रुका, तो दोषियों पर कार्रवाई होगी और जिम्मेदार से वसूली की जाएगी.

22 मार्च से होगा गेहूं का उपार्जन

प्रदेश में इस बार गेहूं का उपार्जन 22 मार्च से इंदौर और उज्जैन संभाग में होगा. बाकि के संभागों में 1 अप्रैल से किया जाएगा. उपार्जन के लिए पंजीयन चालू है, जो 20 फरवरी तक चलेगा. इस बार भी पिछले वर्ष की तरह 4,529 उपार्जन केंद्र बनाए जा रहे हैं.

125 लाख मैट्रिक टन गेहूं के उपार्जन का अनुमान
इस बार 125 लाख मैट्रिक टन गेहूं उपार्जन का अनुमान है. अभी तक 4 लाख 13 हजार किसानों ने गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन कराया है. पिछले साल 19 लाख 47 हजार किसानों ने पंजीयन कराया था, जिनमें से 15 लाख 81 हजार किसानों ने गेहूं बेचा था. इस बार लगभग 20 लाख किसानों के पंजीयन का अनुमान है.

गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपए
इस बार गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपए प्रति क्विंटल होगा. पिछले साल यह 1925 रुपए प्रति क्विंटल था. इस बार गेहूं की बोनी का रकबा 98.20 लाख हेक्टेयर है.

CM's meeting
सीएम ने की बैठक
'किसान का भुगतान न होना अपराध'
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि किसान की उपज का भुगतान न होना अपराध है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि दोषियों की संपत्ति कुर्क करें, उन्हें जेल भेजें और किसानों का भुगतान कराएं. जितने किसानों का भुगतान बकाया है, उनकी सूची उन्हें जल्द उपलब्ध कराई जाए. सीएम ने कहा है कि जिन सहकारी संस्थाओं की विश्वसनीयता संदिग्ध हो, उन्हें इस बार उपार्जन का कार्य न दिया जाए. उपार्जन के लिए इस बार सिकमी/बटाईदारों के अधिकतम 5 हेक्टेयर रकबा के पंजीयन की सुविधा प्रदान की जा रही है.
चना, मसूर और सरसों का उपार्जन 15 मार्च से
चना, मसूर और सरसों की खरीदी 15 मार्च से शुरू होगा और 15 मई तक चलेगा. इस बार इनका पूरा उपार्जन मार्कफेड द्वारा किया जाएगा. चने का समर्थन मूल्य 5100 रूपये, मसूर का 5100 रूपये, और सरसों का 4,650 रूपये प्रति क्विंटल है. चने का उपार्जन 14.51 लाख टन, मसूर का 1.37 लाख टन और सरसों का 3.90 लाख टन अनुमानित है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली बार की तरह इस बार भी स्व-सहायता समूहों और कृषि उत्पादक समूहों को भी उपार्जन कार्य दिया जाएगा. पिछले वर्ष 39 उपार्जन केंद्रों पर स्व-सहायता समूहों और कृषि उत्पादक समूहों द्वारा 9 लाख 78 हजार 526 क्विंटल गेहूं उपार्जित किया गया, जो कुल उत्पादन का 3 प्रतिशत था.
Last Updated : Feb 5, 2021, 7:51 AM IST
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