दिल्ली/भोपाल। UAPA संशोधन बिल राज्यसभा से भी पास हो गया. बिल पर चर्चा के दौरान राज्यसभा में जोरदार बहस हुई. दिग्विजय सिंह ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए बिल का विरोध किया, उन्होंने कहा कि हमे बीजेपी सरकार की मंशा पर संदेह है, दिग्विजय सिंह ने अपना विरोध व्यक्ति विशेष को आतंकी घोषित करने को लेकर जताया, साथ ही उन्होंने कहा कि 'आप मुझे ही आतंकी घोषित कर देंगे'. जिस पर पलटवार करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि 'आप कुछ नहीं करोगे तो कुछ नहीं होगा'.
इसी दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने दिग्विजय सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि 'आप का गुस्सा जायज है, क्यों कि आप अभी- अभी चुनाव हार कर आए हैं'. इससे पहले दिग्विजय सिंह ने बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने आतंकवाद से कभी समझौता नहीं किया, इसी लिए यूपीए सरकार ये कानून लेकर आई थी. साथ ही उन्होंने कहा कि आतंकवाद से समझौता करने वाले आप लोग हैं, बीजेपी सरकार के दौरान ही मौलाना मसूद अजहर को छोड़ा गया था.
गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला, उन्होंने आपातकाल का हवाला देते हुए कहा कि ' इमरजेंसी के दौरान तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने पूरी मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ विपक्ष के सभी नेताओं को जेल में डाल दिया था. उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र खत्म कर दिया गया था, लेकिन अब वही कांग्रेस हम पर कानून के दुरूपयोग का आरोप लगा रही है'.
इस बिल से NIA को पहले से ज्यादा अधिकार मिल जाएंगे.
UAPA संशोधन बिल में नए प्रावधान जोड़े गए हैं, जिससे NIA को अब आतंकी गतिविधियों के समर्थकों को भी आतंकी घोषित करने, संपत्ति जब्त करने का अधिकार मिल जाएगा. इसके साथ ही अप्रत्यक्ष रूप से आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले को भी आतंकी घोषित किया जा सकता है. उसकी संपत्ति जब्त करने के लिए NIA को राज्य सरकार की अनुमति की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.
किसी भी आरोपी को आतंकी घोषित करने के 4 आधार होंगे.
- जो व्यक्ति किसी भी तरह से आतंकवाद से जुड़ा हुआ पाया जाएगा.
- जो देश में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले कृत्य करेगा.
- जो व्यक्ति आतंकी घटना को अंजाम देगा या इसमें सहयोग देगा.
- जो व्यक्ति किसी आतंकी घटना की तैयारी कर रहा होगा.