भोपाल। राजधानी के मिंटो हॉल में मुख्य कार्यक्रम एकात्मक पर्व शाम 6 बजे से होगा. इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ ही अवधेशानंद गिरी महाराज और अन्य संत भी शिरकत करेंगे. दरअसल, शंकराचार्य की ज्ञानभूमि ओंकारेश्वर में मध्य प्रदेश सरकार शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची और 100 टन वजनी प्रतिमा का निर्माण करवा रही है. इस प्रतिमा को 3 चरणों में बनाया जा रहा है.
ऐसा होगा स्टैचू ऑफ वननेस : इस दौरान अवधेशानंद गिरि शंकराचार्य के जीवन और किस तरह से उन्होंने सनातन धर्म को स्थापित किया, इस पर प्रकाश भी डालेंगे. ओंकारेश्वर में बनने वाली प्रतिमा यानी स्टैचू ऑफ वननेस पर काम जारी है. जिसमें 108 फीट की मूर्ति का निर्माण होगा. साथ ही 45 फीट का शंकर स्तंभ और 75 फीट का मूर्ति के नीचे आधार स्तंभ होगा. वर्तमान में 30 फीट तक आधार स्तंभ का काम पूरा हो चुका है, जबकि बहुधातु से बनने वाली मूर्ति के चेहरे आदि पर काम चल रहा है
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प्रतिमा के पास लेजर शो व नौका विहार : प्रतिमा के आसपास संग्रहालय भी बनाया जाएगा. जिसमें लेजर शो, नौका विहार के साथ ही 500 लोगों के बैठने के लिए थिएटर, 3D गैलरी, ध्यान केंद्र, कला वीथिका,अन्नपूर्णा स्थान आदि का निर्माण भी किया जाएगा. मूर्ति का मुख दक्षिण में रखे जाने की तैयारी की जा रही है. तमाम धार्मिक जनों से चर्चा के बाद यह निर्णय भी लिया गया है कि मूर्ति दक्षिणमुखी होगी. क्योंकि दक्षिण में ही ओंकारेश्वर मंदिर और नर्मदा नदी का प्रभाव है. इस मूर्ति की डिजाइन प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत ने तैयार की है. प्रसिद्ध शिल्पकार भगवान रामपुरे के निर्देशन में मूर्ति का निर्माण चल रहा है.