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लॉकडाउन के चलते 80 दिनों से आधार कार्ड का काम बंद, लोगों को हो रही परेशानी - 80 दिनों से बंद है आधार कार्ड सेंटर

लॉकडाउन के चलते करीब 80 दिनों से आधार केंद्र बंद हैं. अब इससे जुड़ी लोगों को लगातार समस्या हो रही है, क्योंकि कई लोगों को आधार कार्ड में अपडेट करवाना है, तो किसी को अपना आधार कार्ड लेना है, लेकिन अभी तक आधार केंद्रों को फिर से खोलने के आसार कम दिखाई दे रहे हैं.

Aadhaar center not opened
आधार केंद्र बंद
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Published : Jun 10, 2020, 8:25 AM IST

Updated : Jun 10, 2020, 9:44 AM IST

भोपाल। कोरोना वायरस के चलते प्रदेश भर में 24 मार्च 2020 से लॉकडाउन लागू कर दिया गया था, जिसके तहत सभी दुकानों और संस्थाओं को भी बंद करवा दिया गया था. हालांकि 1 जून से सरकार ने अनलॉक 1 की शुरूआत की है, जिसके तहत धीरे-धीरे सभी संस्थाओं को खोलने का काम फिर से किया जा रहा है. इस छूट के बाद मार्केट भी गुलजार होने लगे हैं, लेकिन 80 दिन बीत जाने के बाद भी कई कार्यालय और संस्थाएं अभी भी बंद हैं. राजधानी में आधार केंद्र के कार्यालय भी 80 दिनों से बंद पड़े हुए हैं, जिसकी वजह से लोगों को अब परेशानी हो रही है, क्योंकि कई लोग ऐसे हैं, जिन्हें आधार कार्ड में अपडेट करवाना है, तो किसी को अपना आधार कार्ड लेना है, लेकिन अभी तक आधार केंद्रों के फिर से खुलने का इंतजार किया जा रहा है.

कोरोना संक्रमण को देखते हुए 21 मार्च को ही आधार केंद्रों को बंद करवा दिया गया था. इन्हें फिर से संचालित करने के संबंध में अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है. केंद्र बंद होने से हर रोज होने वाले हजारों आधार अपडेशन पर असर पड़ा है, क्योंकि ना तो कार्ड अपडेट हो पा रहे हैं और ना ही नए कार्ड बन पा रहे हैं. इसके चलते लोग कार्ड में हुई छोटी-छोटी खामियों को ठीक करवाने में असमर्थ हैं.

दरअसल आधार केंद्रों पर बायोमैट्रिक मशीन के माध्यम से ही सारी प्रक्रिया की जाती है. इससे कोरोना का संक्रमण फैलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. राजधानी भोपाल इंदौर के बाद दूसरा सबसे बड़ा संक्रमित शहर बन चुका है. इसलिए फिलहाल केंद्रों के फिर से शुरू होने की संभावनाएं नजर नहीं आ रही हैं. इंदौर और उज्जैन में भी आधार केंद्रों को चालू नहीं किया गया है.

जिले में गवर्नेंस की मॉनिटरिंग में 30 आधार केंद्र संचालित होते हैं, जहां हर रोज औसत साढ़े तीन हजार अपडेशन होते हैं. इनके अलावा 90 से अधिक बैंक शाखा, डाकघर और अस्पताल में अपडेशन कार्य होता है. इसके साथ ही नए कार्ड भी बनाए जाते हैं. इन केंद्रों को संचालित करने वाली कंपनियां UIDAI से सीधे ऑपरेट करती है. बैंक, डाकघर या अन्य जगह भी हजारों अपडेशन रोज किए जाते हैं, लेकिन केंद्र बंद होने के चलते लोगों को आधार कार्ड से जुड़ी कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. नाम, पते और उम्र से संबंधित अपडेट नहीं हो पा रहा है, क्योंकि बैंकों से लेकर हर कार्य में अब आधार कार्ड अनिवार्य है, इसलिए कार्ड अपडेट नहीं होने या फिर नया कार्ड नहीं बन पाने की वजह से परेशानी हो रही है.

भोपाल। कोरोना वायरस के चलते प्रदेश भर में 24 मार्च 2020 से लॉकडाउन लागू कर दिया गया था, जिसके तहत सभी दुकानों और संस्थाओं को भी बंद करवा दिया गया था. हालांकि 1 जून से सरकार ने अनलॉक 1 की शुरूआत की है, जिसके तहत धीरे-धीरे सभी संस्थाओं को खोलने का काम फिर से किया जा रहा है. इस छूट के बाद मार्केट भी गुलजार होने लगे हैं, लेकिन 80 दिन बीत जाने के बाद भी कई कार्यालय और संस्थाएं अभी भी बंद हैं. राजधानी में आधार केंद्र के कार्यालय भी 80 दिनों से बंद पड़े हुए हैं, जिसकी वजह से लोगों को अब परेशानी हो रही है, क्योंकि कई लोग ऐसे हैं, जिन्हें आधार कार्ड में अपडेट करवाना है, तो किसी को अपना आधार कार्ड लेना है, लेकिन अभी तक आधार केंद्रों के फिर से खुलने का इंतजार किया जा रहा है.

कोरोना संक्रमण को देखते हुए 21 मार्च को ही आधार केंद्रों को बंद करवा दिया गया था. इन्हें फिर से संचालित करने के संबंध में अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है. केंद्र बंद होने से हर रोज होने वाले हजारों आधार अपडेशन पर असर पड़ा है, क्योंकि ना तो कार्ड अपडेट हो पा रहे हैं और ना ही नए कार्ड बन पा रहे हैं. इसके चलते लोग कार्ड में हुई छोटी-छोटी खामियों को ठीक करवाने में असमर्थ हैं.

दरअसल आधार केंद्रों पर बायोमैट्रिक मशीन के माध्यम से ही सारी प्रक्रिया की जाती है. इससे कोरोना का संक्रमण फैलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. राजधानी भोपाल इंदौर के बाद दूसरा सबसे बड़ा संक्रमित शहर बन चुका है. इसलिए फिलहाल केंद्रों के फिर से शुरू होने की संभावनाएं नजर नहीं आ रही हैं. इंदौर और उज्जैन में भी आधार केंद्रों को चालू नहीं किया गया है.

जिले में गवर्नेंस की मॉनिटरिंग में 30 आधार केंद्र संचालित होते हैं, जहां हर रोज औसत साढ़े तीन हजार अपडेशन होते हैं. इनके अलावा 90 से अधिक बैंक शाखा, डाकघर और अस्पताल में अपडेशन कार्य होता है. इसके साथ ही नए कार्ड भी बनाए जाते हैं. इन केंद्रों को संचालित करने वाली कंपनियां UIDAI से सीधे ऑपरेट करती है. बैंक, डाकघर या अन्य जगह भी हजारों अपडेशन रोज किए जाते हैं, लेकिन केंद्र बंद होने के चलते लोगों को आधार कार्ड से जुड़ी कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. नाम, पते और उम्र से संबंधित अपडेट नहीं हो पा रहा है, क्योंकि बैंकों से लेकर हर कार्य में अब आधार कार्ड अनिवार्य है, इसलिए कार्ड अपडेट नहीं होने या फिर नया कार्ड नहीं बन पाने की वजह से परेशानी हो रही है.

Last Updated : Jun 10, 2020, 9:44 AM IST
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