भोपाल। मध्य प्रदेश प्रदेश सरकार द्वारा किए गए एक सर्वे के बाद खुलासा हुआ है कि प्रदेश में स्कूली पढ़ाई करने वाले 79 फीसदी छात्र आगे की पढ़ाई के लिए कॉलेज नहीं पहुंच पाते हैं. इस खुलासे के बाद उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि पिछली सरकार ने केवल बच्चों के साथ छल और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है, उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने ग्रास रेशियो को बढ़ावा देने के लिए प्रयास शुरू कर दिये हैं और जल्द ही मध्य प्रदेश का ग्रास रेशियो सामान्य होगा.
सरकार के सर्वे में सामने आया कि प्रदेश में महज 21 फीसदी छात्र ही कॉलेजों में दाखिला लेते हैं. आदिवासी समुदाय में ये स्थिति और भी खराब है, करीब 90 फीसदी आदिवासी छात्र हायर सेकेंडरी पास करने के बाद पढ़ाई छोड़ देते हैं.
उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश का ग्रास रेशियो 19 फीसदी है, जो चिंता और शर्म का विषय है, उन्होंने कहा प्रदेश की पिछली सरकार ने छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है, बड़ी-बड़ी बातें कर छात्रों को छला है, जिसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है.
मंत्री पटवारी ने कहा कि उनकी सरकार बनते ही सबसे पहले आदिवासी अंचलों में दो यूनिवर्सिटी खोली गई, जिससे आदिवासी बच्चों का रेशियों बढ़े. फिलहाल ये रेशियो 11 फीसदी है. उन्होंने कहा विदेशों में हायर एजुकेशन का रेशियो 84 फीसदी होता है, वहीं मध्यप्रदेश का 19 फीसदी है, जिसे उनकी सरकार बढ़ाने का प्रयास कर रही है.