भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना मरीजों के ठीक होने का प्रतिशत 69 फीसदी के करीब है. वहीं कई जिले ऐसे हैं, जहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. राज्य सरकार ने कोरोना प्रभावित जिलों में ज्यादा सतर्क रहने के साथ आवश्यक एहतियाती कदम उठाने की खास रणनीति पर जोर दिया है. आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कोरोना वायरस की स्थिति की समीक्षा की. जिन जिलों में कोरोना पॉजिटिव मरीज ज्यादा संख्या में आ रहे हैं. वहां ज्यादा सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.
समीक्षा बैठक में सीएम शिवराज ने कहा है कि प्रदेश में वायरस के नियंत्रण में निरंतर सफलता मिल रही है, लेकिन चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टफ और प्रशासनिक अमले को सक्रियता बनाए रखना है. विशेष रूप से उन जिलों में लगातार सतर्कता की आवश्यकता है, जहां अभी भी पाजिटिव केस अधिक आ रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस फैले न इसके लिए सभी जिलों में आवश्यक सावधानी बरती होगी. इस समीक्षा बैठक में सीएम ने बताया कि प्रदेश में कोरोना से स्वस्थ होने वाले मरीज का प्रतिशत बढ़कर 68.6 हो गया है, जो शुभ संकेत है. सिर्फ राजस्थान ही ऐसा राज्य है, जहां मध्यप्रदेश से अधिक 74 प्रतिशत रिकवरी रेट है. देश का औसत रिकवरी रेट 48.7 प्रतिशत है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छिंदवाड़ा और देवास जिलों में वायरस नियंत्रण प्रयासों की अलग से समीक्षा की. बैठक में बताया गया कि बैंक देवास नोट प्रेस के एक कर्मचारी की छिंदवाड़ा में मृत्यु के बाद एहतियातन छिंदवाड़ा जिले में 32 व्यक्तियों और देवास में 41 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है, वहीं उन्हें आइसोलेशन में रहने के निर्देश दिए गये.