भोपाल। राज्य शासन ने शिवपुरी जिला अस्पताल में शव के साथ बरती गई लापरवाही की घटना को गंभीरता से लिया है. घटना की प्रारंभिक जांच में लापरवाही सामने आने पर सिविल सर्जन, ड्यूटी डॉक्टर और 5 कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है. शिवपुरी जिला अस्पताल में पदस्थ सिविल सर्जन डॉ. पीके खरे और ड्यूटी रूम डॉ. दिनेश राजपूत को निलंबित किया गया है.
इन पर भी गिरी गाज
इसके साथ ही स्टॉफ नर्स रेवती सूर्यवंशी, प्रियंका बिहारे, अलका गुप्ता, वार्डबॉय संजय शर्मा और सुरक्षा गार्ड केशव रावत को भी निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिये गये हैं. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना की जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये थे.
2 लाख की अनुग्रह सहायता राशि मंजूर
घटना की गंभीरता को देखते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट से फोन पर चर्चा की थी. इसके बाद खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री और शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने घटना की जानकारी मिलने पर जिला कलेक्टर से चर्चा की थी. कलेक्टर द्वारा प्रभावित परिवार को भवन और अन्य संन्निर्माण कर्मकार मण्डल योजना के तहत 6 हजार रुपए की अंत्येष्टि सहायता और 2 लाख रुपए की अनुग्रह सहायता राशि मंजूर की गई है.
पांच घंटे तक बेड पर पड़ा रहा था शव
मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आने के बाद हर तरफ इसकी निंदा हो रही थी. बताया गया है कि शिवपुरी जिला अस्पताल में मरीज की मौत के बाद पांच घंटे तक उसका शव बेड पर पड़ा रहा और उसमें चीटियां लग गई थीं.