भोपाल। भारत सरकार ने मध्यप्रदेश के 2021 और 2022 के राज्य प्रशासनिक सेवा के 27 अधिकारियों को भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी का दर्जा दे दिया है. भारत सरकार के कार्मिक, लोक शिकायत पेंशन मंत्रालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं. यह पहला मौका है जब दो वर्षों के पदों पर एक साथ विचार किया गया और उनको आईएएस अवार्ड किया गया.
इन अधिकारियों को हुआ IAS अवार्ड: मध्यप्रदेश के जिन 27 अधिकारियों को आईएएस अवार्ड किया गया है, उसमें राजेश कुमार जैन, प्रमोद कुमार शुक्ला, गजेंन्द्र सिंह नागेश, प्रताप नारायण यादव, अनुराग सक्सेना, मालिका निगम नागर, सपना पंकज सोलंकी, मंजूशा विक्रांत राय, अजीजा सरशार जफर, संघ मित्रा गौतम, संजना जैन, सुचिस्मता सक्सेना, कीर्ति खुरासिया, जगदीश कुमार, दिशा प्रणय नागवंशी, देवेन्द्र कुमार नागेंद्र, मनोज सरियाम, जीएस धुर्वे, रामप्रकाश अहिरवार, संदीप केरकेट्टा, अंजली जोशेफ, रेखा राठौर, नवील कुमार धुर्वे, सोजान सिंह यादव, वंदना शर्मा और अर्चना सोलंकी शामिल हैं.
पिछले महीने हुए थी बैठक: राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को आईएएस अवार्ड करने के लिए पिछले माह दिल्ली में लोक सेवा आयोग मुख्यालय में विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक हुई थी. इसमें मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, सामान्य प्रशासन विभाग कार्मिक की प्रमुख सचिव दीप्ती गौड़ मुखर्जी और लोक सेवा आयोग के सदस्य शामिल हुए थे. बैठक में 2021 के लिए 19 और 2022 के लिए चौदह पदों पर तीन गुना अफसरों के नामों पर चर्चा की गई थी. आईएएस अवार्ड की सूची में विवेक सिंह, पंकज शर्मा, नारायण प्रसाद नामदेव, जयेन्द्र कुमार विजयवत, मनोज मालवीय, कैलाश बुंदेला, सुनील दुबे, सुरेन्द्र कथूरिया, कमलेश भार्गव, अभय सिंह ओहरिया और सोजान सिंह रावत का भी नाम था, लेकिन विभागीय जांच या किसी अन्य प्रकरणों की वजह से इनके नामों पर विचार नहीं किया गया था.