भोपाल। मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संजीवनी क्लीनिक की संख्या जल्द बढाई जाएगी. क्लिनिक खोलने के लिए सरकारी भवन उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ विभाग ने नगरीय विकास विभाग को पत्र लिखा है. मार्च के आखरी माह तक प्रदेशभर में 149 संजीवनी क्लीनिक खोले जाएंगे.
- खुलेंगे 160 संजीवनी क्लीनिक
प्रदेश के हर जिले में लोगों को घर के नजदीक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए संजीवनी क्लीनिक खोले जा रहे हैं. लेकिन मध्यप्रदेश में इसकी रफ्तार धीमी चल रही है. यही वजह है कि जहां दिसंबर माह में 160 संजीवनी क्लीनिक बन के तैयार हो जाने चाहिए थे. वहां केवल 41 क्लीनिक खोले गए हैं. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि सरकार द्वारा इसके लिए सरकारी भवन नहीं मिलने के कारण अब तक संजीवनी क्लीनिक तैयार नहीं हो पाए हैं. वहीं डॉक्टरों की कमी भी एक बड़ी वजह है, लेकिन अब स्वास्थ्य विभाग ने संजीवनी क्लीनिक की संख्या बढ़ाने के लिए नगरीय प्रशासन विभाग को भवन उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिख दिया है. जल्द ही राजधानी भोपाल समेत प्रदेश भर में संजीवनी क्लीनिक तैयार किए जाएंगे.
- नगरीय प्रशासन विभाग को लिखा पत्र
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अपर संचालक संतोष शुक्ला ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा जिलों में नगरीय निकायों के अंतर्गत सरकारी भवनों, सामुदायिक भवनों की उपलब्धता नगरीय प्रशासन द्वारा करवाए जाने के लिए अनुबंध किया गया है. लेकिन अधिकतर जिलों में सरकारी भवनों के लिए जरूरी अनुमति हासिल करने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है. इसके चलते संजीवनी क्लीनिक शुरू करने में देरी हो रही है. जिलों के शहरी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को इलाज नहीं मिल पा रहा है. इसलिए जिलों में सरकारी भवन उपलब्ध करवाने को लेकर नगर निगम आयुक्तों को निर्देशित करने के लिए पत्र लिखा गया है.
- मार्च में तैयार होंगे क्लीनिक
राजधानी भोपाल में मार्च के आखिर तक 28 संजीवनी क्लीनिक तैयार किए जाएंगे. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अपर संचालक संतोष शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में राजधानी भोपाल में 14 संजीवनी क्लीनिक हैं, जिनमें काम चल रहा है. वहीं इनकी संख्या को आगे बढ़ाया जाएगा. मार्च के आखिरी माह तक राजधानी में 28 और प्रदेश में 160 संजीवनी क्लीनिक खोले जाएंगे.