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बालाघाट में नक्सलियों का आतंक जल्द होगा खत्म, CRPF के 1500 जवान किए जाएंगे तैनात

मध्यप्रदेश में लगातार नक्सली मूवमेंट को देखते हुए बालाघाट और मंडला जिले में सीआरपीएफ की बटालियन तैनात की जाएगी. बटालियन में तीन कंपनियां होगी, जिनमें करीब 1500 जवान शामिल होंगे. सीआरपीएफ की बटालियन बालाघाट और मंडला के जंगलों से नक्सलियों को खदेड़ने का काम करेगी.

Narottam Mishra held a meeting
नरोत्तम मिश्रा ने की बैठक
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Published : Dec 19, 2020, 5:29 PM IST

Updated : Dec 19, 2020, 7:24 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है. बालाघाट में बढ़ते नक्सली मूवमेंट को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और प्रदेश के DGP विवेक जौहरी के दौरे के बाद नक्सलियों के खत्मे के लिए बड़ी कार्रवाई की जा रही है. बालाघाट और मंडला जिले में कान्हा टाइगर रिजर्व जंगल से होते हुए छत्तीसगढ़ से आकर नक्सली लगातार अपनी तादात बढ़ा रहे हैं. इन इलाकों में नक्सली जंगल के रास्ते गांव में पहुंच रहे हैं और पुलिस को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं. साथ ही गांव वालों को भी खासा परेशान कर रहे हैं. लेकिन अब बालाघाट और मंडला से नक्सलियों को खदेड़ने के लिए सीआरपीएफ की बटालियन तैनात करने की तैयारी की जा चुकी है.

नक्सलियों पर सरकार की कार्रवाई
सीआरपीएफ की बटालियन होगी बालाघाट में तैनात

मध्यप्रदेश के बालाघाट में लगातार नक्सली मूवमेंट को देखते हुए बालाघाट और मंडला जिले में सीआरपीएफ की बटालियन तैनात की जाएगी. बटालियन में तीन कंपनियां होगी जिनमें करीब 15सौ जवान शामिल होंगे. सीआरपीएफ की बटालियन बालाघाट और मंडला के जंगलों से नक्सलियों को खदेड़ने का काम करेगी. इन दिनों नक्सली छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से कान्हा टाइगर रिजर्व के जंगलों से होते हुए यहां तादाद बढ़ा रहे हैं. सीआरपीएफ, जिला पुलिस बल और होकफोर्स के साथ मिलकर यहां ऑपरेशन चलाएगी. सीआरपीएफ का काम होगा कि जंगलों में आगे बढ़कर सर्चिंग करें और नक्सलियों को खदेड़कर पूरा इलाका साफ करें. सीआरपीएफ रास्ता साफ कर जिला पुलिस बल और होकफोर्स को सौंपने का काम करेगा.

यह दल है बालाघाट में सक्रिय

बालाघाट और मंडला जिला में छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के रास्ते नक्सलवाद मूवमेंट बढ़ रहा है. यहां टांडा दलमा, मलाजखंड दलमा, परसवाड़ा दलमा, कान्हा भोरम दलमा, केबी डिवीजन, विस्तार दलमा, खटिया मोचा दलमा, देवरी दलमा के नक्सली सक्रिय हैं. बताया जा रहा है कि बस्तर के नक्सली कबीरधाम जिले से लेकर भोरमदेव अभ्यारण के रास्ते दलमा का विस्तार करने में जुटे हुए हैं. वहीं पुलिस सर्चिंग अभियान चलाकर और ग्रामीणों से संवाद कर नक्सली मूवमेंट को रोकने का प्रयास कर रही है. नक्सल ऑपरेशन के एडीजी जीपी सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में पुलिस ने नक्सली मूवमेंट को लेकर सख्ती की है. यही वजह है कि छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से नक्सली प्रेशर में आकर मध्यप्रदेश की ओर आ रहे हैं और इनके अलग-अलग दलम कान्हा टाइगर रिजर्व के आसपास सक्रिय हो रहे हैं.

पढ़ें : नक्सल आत्मसमर्ण नीति में होगा सुधार, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र राज्य की नक्सल नीति का होगा आकलन- गृह मंत्री

बालाघाट में पुलिस बल की वर्तमान स्थिति

  • जिला पुलिस बल में यहां करीब ढाई हजार जवान तैनात हैं.
  • हॉक फोर्स के करीब 1000 जवान बालाघाट में तैनात हैं.
  • सीआरपीएफ की बटालियन में होंगे करीब 1500 जवान.
  • बटालियन मिलने से फोर्स में बढ़ोतरी होगी अब बालाघाट में करीब 6000 जवान होंगे तैनात.

दो महिला नक्सलियों को किया था ढेर


बालाघाट और मंडला जिले में नक्सलियों का मोमेंट लगातार देखा जा रहा है. बताया जा रहा है कि कान्हा टाइगर रिजर्व के कोर और बफर जोन में सबसे ज्यादा नक्सली सक्रिय हैं. यहां विस्तार दलम नक्सलियों का विस्तार करने में जुटा हुआ है. 12 दिसंबर को पुलिस और हॉक फोर्स ने नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में दो महिला नक्सलियों को मार गिराया था. इन दोनों महिला नक्सलियों पर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र व छत्तीसगढ़ राज्यों में लगभग 20 लाख रुपये से ज्यादा का इनाम घोषित था. ढेर हुई नक्सलियों में एक छत्तीसगढ़ के बीजापुर और दूसरी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली की रहने वाली थी. इससे पहले नवंबर माह में भी एक नक्सली को पुलिस ने मारा था. तो वहीं एक नक्सली को पकड़ा भी गया था. इसी नक्सली से पूछताछ में पता चला है कि कान्हा टाइगर रिजर्व के जंगलों में नक्सली बेस कैंप बनाने की तैयारी में है. वहीं प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा नक्सल मूवमेंट को लेकर बालाघाट दौरे पर गए थे. यहां जवानों की हौसला अफजाई भी की थी. गृहमंत्री ने साफ कर दिया है कि प्रदेश में नक्सलवाद को पनपने नहीं दिया जाएगा.

भोपाल। मध्यप्रदेश में नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है. बालाघाट में बढ़ते नक्सली मूवमेंट को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और प्रदेश के DGP विवेक जौहरी के दौरे के बाद नक्सलियों के खत्मे के लिए बड़ी कार्रवाई की जा रही है. बालाघाट और मंडला जिले में कान्हा टाइगर रिजर्व जंगल से होते हुए छत्तीसगढ़ से आकर नक्सली लगातार अपनी तादात बढ़ा रहे हैं. इन इलाकों में नक्सली जंगल के रास्ते गांव में पहुंच रहे हैं और पुलिस को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं. साथ ही गांव वालों को भी खासा परेशान कर रहे हैं. लेकिन अब बालाघाट और मंडला से नक्सलियों को खदेड़ने के लिए सीआरपीएफ की बटालियन तैनात करने की तैयारी की जा चुकी है.

नक्सलियों पर सरकार की कार्रवाई
सीआरपीएफ की बटालियन होगी बालाघाट में तैनात

मध्यप्रदेश के बालाघाट में लगातार नक्सली मूवमेंट को देखते हुए बालाघाट और मंडला जिले में सीआरपीएफ की बटालियन तैनात की जाएगी. बटालियन में तीन कंपनियां होगी जिनमें करीब 15सौ जवान शामिल होंगे. सीआरपीएफ की बटालियन बालाघाट और मंडला के जंगलों से नक्सलियों को खदेड़ने का काम करेगी. इन दिनों नक्सली छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से कान्हा टाइगर रिजर्व के जंगलों से होते हुए यहां तादाद बढ़ा रहे हैं. सीआरपीएफ, जिला पुलिस बल और होकफोर्स के साथ मिलकर यहां ऑपरेशन चलाएगी. सीआरपीएफ का काम होगा कि जंगलों में आगे बढ़कर सर्चिंग करें और नक्सलियों को खदेड़कर पूरा इलाका साफ करें. सीआरपीएफ रास्ता साफ कर जिला पुलिस बल और होकफोर्स को सौंपने का काम करेगा.

यह दल है बालाघाट में सक्रिय

बालाघाट और मंडला जिला में छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के रास्ते नक्सलवाद मूवमेंट बढ़ रहा है. यहां टांडा दलमा, मलाजखंड दलमा, परसवाड़ा दलमा, कान्हा भोरम दलमा, केबी डिवीजन, विस्तार दलमा, खटिया मोचा दलमा, देवरी दलमा के नक्सली सक्रिय हैं. बताया जा रहा है कि बस्तर के नक्सली कबीरधाम जिले से लेकर भोरमदेव अभ्यारण के रास्ते दलमा का विस्तार करने में जुटे हुए हैं. वहीं पुलिस सर्चिंग अभियान चलाकर और ग्रामीणों से संवाद कर नक्सली मूवमेंट को रोकने का प्रयास कर रही है. नक्सल ऑपरेशन के एडीजी जीपी सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में पुलिस ने नक्सली मूवमेंट को लेकर सख्ती की है. यही वजह है कि छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से नक्सली प्रेशर में आकर मध्यप्रदेश की ओर आ रहे हैं और इनके अलग-अलग दलम कान्हा टाइगर रिजर्व के आसपास सक्रिय हो रहे हैं.

पढ़ें : नक्सल आत्मसमर्ण नीति में होगा सुधार, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र राज्य की नक्सल नीति का होगा आकलन- गृह मंत्री

बालाघाट में पुलिस बल की वर्तमान स्थिति

  • जिला पुलिस बल में यहां करीब ढाई हजार जवान तैनात हैं.
  • हॉक फोर्स के करीब 1000 जवान बालाघाट में तैनात हैं.
  • सीआरपीएफ की बटालियन में होंगे करीब 1500 जवान.
  • बटालियन मिलने से फोर्स में बढ़ोतरी होगी अब बालाघाट में करीब 6000 जवान होंगे तैनात.

दो महिला नक्सलियों को किया था ढेर


बालाघाट और मंडला जिले में नक्सलियों का मोमेंट लगातार देखा जा रहा है. बताया जा रहा है कि कान्हा टाइगर रिजर्व के कोर और बफर जोन में सबसे ज्यादा नक्सली सक्रिय हैं. यहां विस्तार दलम नक्सलियों का विस्तार करने में जुटा हुआ है. 12 दिसंबर को पुलिस और हॉक फोर्स ने नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में दो महिला नक्सलियों को मार गिराया था. इन दोनों महिला नक्सलियों पर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र व छत्तीसगढ़ राज्यों में लगभग 20 लाख रुपये से ज्यादा का इनाम घोषित था. ढेर हुई नक्सलियों में एक छत्तीसगढ़ के बीजापुर और दूसरी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली की रहने वाली थी. इससे पहले नवंबर माह में भी एक नक्सली को पुलिस ने मारा था. तो वहीं एक नक्सली को पकड़ा भी गया था. इसी नक्सली से पूछताछ में पता चला है कि कान्हा टाइगर रिजर्व के जंगलों में नक्सली बेस कैंप बनाने की तैयारी में है. वहीं प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा नक्सल मूवमेंट को लेकर बालाघाट दौरे पर गए थे. यहां जवानों की हौसला अफजाई भी की थी. गृहमंत्री ने साफ कर दिया है कि प्रदेश में नक्सलवाद को पनपने नहीं दिया जाएगा.

Last Updated : Dec 19, 2020, 7:24 PM IST
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