भोपाल। मध्यप्रदेश के उत्तरी इलाकों में हुई भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. ग्वालियर, भिंड, गुना, मुरैना जिलों में भारी बारिश से करीब 240 गांव बाढ़ से घिरे हुए हैं. इन इलाकों में राहत और बचाव कार्य के लिए सेना मोर्चा संभाले हुए हैं. यहां से अभी तक करीब 5850 लोगों को रेस्क्यु कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. वहीं 1400 लोग अब भी बाढ़ में फंसे हुए हैं, जिन्हें रेस्क्यु किए जाने का प्रयास किया जा रहा है.
हालांकि चंबल और सिंध नदी का पानी लगातार बढ़ रहा है और खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. इसको देखते हुए इससे सटे ग्रामीण इलाकों को खाली कराया जा रहा है. उधर, बाढ़ के हालातों को लेकर मुख्यमंत्री ने एक बार फिर सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फोन पर चर्चा कर उन्हें हालातों की जानकारी दी.
खराब मौसम बन रहा रेस्क्यु में बाधक
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि ग्वालियर, भिंड, गुना, मुरैना के 1225 गांव प्रभावित हैं. इन क्षेत्रों से अभी तक श्योपुर के 32 गांव में 1500 लोग, शिवपुरी के 90 गांव से 2000 लोगों को सुरक्षित निकालने में सफलता हासिल की है. अभी तक 240 गांवों में से 5850 लोगों को रेस्क्यु किया गया है. रेस्क्यु ऑपरेशन में एसडीआरएफ की 29, एनडीआरएफ की 3 और आर्मी के 4 काॅलम बचाव कार्य में लगे हुए हैं. एनडीआरएफ की दो और टीमें आ रही हैं. हालांकि खराब मौसम की वजह से रेस्क्यु ऑपरेशन में बाधा उत्पन्न हो रही है. एयरफोर्स के हेलीकाॅप्टर खराब मौसम के चलते उड़ान नहीं भर पा रहे हैं. सेना के 5 हेलीकाॅप्टर रेस्क्यु ऑपरेशन में जुटे हैं.
चंबल, सिंध नदी का बढ़ रहा जल स्तर
बाढ़ के मामले में शिवपुरी में राहत मिली है. यहां पार्वती नदी का जल स्तर कम होना शुरू हो गया है. वहीं ग्वालियर में पानी रुका हुआ है. वहीं चंबल नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. इसका पानी लगातार बढ़ रहा है. यही हाल सिंध नदी का है. इस नदी का पानी भी लगातार बढ़ रहा है.
मध्य प्रदेश में बारिश और बिजली गिरने से अब तक 69 की मौत, 1171 ग्राम प्रभावित
पानी बढ़ने से भिंड और मुरैना के निचले इलाकों के गांवों को खाली कराया जा रहा है. भिंड जिले में 800 लोगों को शिफ्ट किया गया है. श्योपुर में 3 गांव पूरी तरह से घिरे हुए हैं. सड़क मार्ग पानी की वजह से पूरी तरह कट चुका है. अभी तक यहां आर्मी नहीं पहुंच सकी है, लेकिन यहां सभी लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं. मुरैना में भी नदी से सटे गांवों को खाली कराया जा रहा है.
बाढ़ से रेलवे ट्रैक और मोबाइल टाॅवर को पहुंचा नुकसान
बाढ़ की वजह से सड़क, पुल और रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचा है. गुना और शिवपुरी की बीच रेल सेवा ठप हुई है. श्योपुर, मुरैना, ग्वालियर में मोबाइल टाॅवरों को नुकसान पहुंचने से कम्युनिकेशन सिस्टम पर बुरी तरह असर पड़ा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस संबंध में केन्द्रीय दूरसंचार विभाग के अधिकारियों से चर्चा की जा रही है. मोबाइल टाॅवर को जल्द से जल्द सही करने की बात कही जा रही है.