भोपाल। कोरोना महामारी के कारण पूरे देश में लॉकडाउन का दूसरा चरण शुरू हो चुका है. कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की अपील पर पूरे मध्यप्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ता गरीब और मजदूर वर्ग के लोगों को भोजन मुहैया करवा रहे हैं.
लॉकडाउन के पहले चरण में मध्यप्रदेश कांग्रेस कार्यालय में रसोई घर स्थापित कर हजारों भोजन के पैकेट तैयार किए जा रहे थे. लेकिन प्रदेश कांग्रेस कार्यालय कंटेनमेंट क्षेत्र में आने और भीड़ जुटने के कारण प्रशासन ने यह व्यवस्था बंद करवा दी. अब कांग्रेस ने भोपाल के अलग-अलग इलाकों में 13 रसोई घर स्थापित किए हैं, जिनके जरिए पूरे भोपाल के जरूरतमंद लोगों को भोजन पहुंचाया जा रहा है. कांग्रेस का कहना है कि, संकट की घड़ी में हमारी कोशिश है कि, कोई जरूरतमंद व्यक्ति भूखे पेट ना सोए.
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष गोविंद गोयल के सौजन्य से लॉकडाउन के दौरान भोपाल में गरीबों और जरूरतमंदों के लिए प्रतिदिन भोजन वितरित किया जा रहा है. इसके लिए भोपाल के जाट खेड़ी, बाग मुगालिया, बगली, आदमपुर छावनी, आनंद नगर,पिपलानी झुग्गी बस्ती, संत हिरदाराम नगर, करोंद, पुल बोगदा और तलैया के अलावा अन्य स्थानों पर रसोई घर संचालित किए जा रहे हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह रोजाना भोजन वितरण की समीक्षा कर रहे हैं और तय किया गया है कि, 3 मई को लॉकडाउन समाप्त होने तक गरीबों को भोजन के वितरण की व्यवस्था जारी रहेगी. इन इलाकों के अलावा भी अन्य क्षेत्रों में मदद पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है.
रसोई घर संचालन की व्यवस्था देख रहे मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश महासचिव विपिन चौकसे बताते हैं कि, भोपाल में कांग्रेस 13 रसोईघर चल रही है, जो कि पार्टी के निर्देश पर ही बनाए गए हैं. विपिन चौकसे ने बताया कि, प्रत्येक रसोईघर में 3 से 4 हजार भोजन के पैकेट तैयार हो रहे हैं. हमारा लक्ष्य है कि, इस महामारी के समय जो मजदूर मजदूरी नहीं कर पा रहा है, घरों में कैद है उन्हें खाने की सुविधा मिल सके.