भोपाल। मध्यप्रदेश में 9 महीने बाद कक्षा दसवीं और बारहवीं की कक्षाएं स्कूलों में लग सकेंगी. शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की. जिसमें कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए कक्षाएं नियमित रूप से लगाने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक के बाद गृह विभाग ने सभी कॉलेक्टरों को निर्देश जारी कर दिए हैं. अगले सप्ताह से प्रदेश के स्कूलों में कक्षा दसवीं और बारहवीं की कक्षाएं नियमित रूप से लग सकेंगी. वहीं कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्र पहले की तरह डाउट क्लास के लिए स्कूल जा सकते हैं.
गृह विभाग ने दिए निर्देश
कोरोना संक्रमण के चलते इस साल पिछले 9 महीने से स्कूल बंद हैं. छात्रों का शैक्षणिक सत्र भी ऑनलाइन के जरिए ही शुरू किया गया. वहीं कक्षा पहली से आठवीं तक के छात्रों के लिए प्रदेश में 'हमारा घर हमारा विद्यालय' अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें शिक्षक छात्रों को घर-घर जाकर कक्षाएं दे रहे हैं. वहीं मोहल्ला क्लासेस में भी पहली से आठवीं तक के छात्र कक्षाएं ले रहे हैं.
इसके साथ ही दूरदर्शन पर भी विभाग द्वारा छात्रों की कक्षाएं लगाई जा रही हैं. वहीं अब 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर विभाग गंभीर हो गया है. इसीलिए कक्षा 10वीं और 12वीं की कक्षाओं के लिए स्कूलों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं. अगले सप्ताह से कक्षा दसवीं और बारहवीं की कक्षाएं स्कूलों में नियमित रूप से लगाई जाएंगी.
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9वीं और 11वीं की डाउट क्लास पहले की तरह रहेंगी जारी
गृह विभाग के निर्देशों के बाद अगले सप्ताह से स्कूलों में 10वीं और 12वीं की नियमित कक्षाएं लगेंगी. वहीं 9वीं और 11वीं के छात्र डाउट क्लास के लिए स्कूल आ सकेंगे. कक्षा पहली से आठवीं की कक्षाएं मोहल्ला क्लासेस में ही चलेंगी. कक्षा पहली से आठवीं की परीक्षाएं प्रोजेक्ट पर आधारित होंगी. तो वहीं 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं तय समय पर ही आयोजित की जाएगी. जिसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है. कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं प्रति वर्ष मार्च के माह में आयोजित की जाती है, लेकिन इस साल कोरोना के चलते अभी परीक्षाओं को लेकर संशय बना हुआ है. हालांकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं कराने के निर्देश दे दिए हैं. लेकिन यह कक्षाएं कब आयोजित होंगी इस पर अभी संशय है.
अभिभावकों की अनुमति ज़रूरी
छात्रों को स्कूल आने के लिए अभिभावकों की अनुमति लेना जरूरी होगा. विभाग के निर्देश अनुसार छात्र अपने पेरेंट्स से अनुमति पत्र पर साइन कराएगा. अभिभवक की अनुमति मिलने के बाद ही स्कूल आ पाएगा. वहीं कक्षाएं 2 पालियों में लगेंगी, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन हो सके. स्कूल में कक्षाएं कब और किस टाइम पर लगेंगी इसका निर्णय स्कूलों पर होगा.
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स्कूलों ने की कोविड से बचाव की तैयारियां
ग्रह विभाग के निर्देशों के बाद स्कूलों ने भी तैयारियां पूरी कर ली है. सुभाष उत्कृष्ट विधालय के प्राचार्य सुधारकर पाराशर ने बताया कि स्कूलों में कक्षाएं लगाने के लिए विभाग के निर्देश अनुसार कोविड से बचाव की तैयारी पूरी कर ली गई है. छात्रों का सिटिंग अरेंजमेंट से लेकर साफ-सफाई की प्रक्रिया पूरी की गई. स्कूलों को सेनेटाइज़ भी किया गया है. साथ ही हर कक्षा में एक हाथ की दूरी पर कुर्सियां लगाई गई हैं. प्राचार्य सुधाकर पराशर ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी स्कूल की है, इसलिए कोविड को देखते हुए स्वछता के इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं.