भिंड। जिले की दो विधानसभा सीट मेहगांव और गोहद में उपचुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया जारी है. मेहगांव विधानसभा के 378 पोलिंग बूथों पर 2 लाख 60 हजार 104 मतदाता प्रत्याशियों के भविष्य का फैसला तय कर रहे हैं, वहीं गोहद के 2 लाख 24 हजार 737 मतदाताओं की वोटिंग के लिए 327 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इन सभी मतदान केंद्रों में सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है.
कोरोना गाइडलाइन का हो रहा है पालन
दोनों विधानसभा के सभी मतदान केंद्रों पर एंट्री प्वाइंट के बाहर ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है. साथ ही मतदान करने आ रहे मतदाताओं के लिए हैंड सैनिटाइजर, मास्क और ग्लव्स की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए 6 फीट की दूरी पर गोल घेरे बनाकर लोगों को खड़ा किया जा रहा है.
मतदाताओं में खासा उत्साह
मेहगांव विधानसभा में उपचुनाव को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है क्योंकि देश में पहली बार कोरोना महामारी के दौर में कोई चुनाव हो रहे हैं. ऐसे में कोरोना से बचाव के लिए पोलिंग बूथ पर विशेष व्यवस्था की गई है, जिसे देखने के लिए भी लोग पोलिंग बूथ पर पहुंच रहे हैं.
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मोबाइल पर प्रतिबंध
उपचुनाव में सुरक्षा के लिहाज से इस बार भी पोलिंग एजेंट पुलिसकर्मियों और इलेक्शन ड्यूटी में लगे कर्मचारियों के मोबाइल फोन पोलिंग बूथ के अंदर ले जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है.
- मेहगांव सीट
राजनीतिक लिहाज से ये सीट चंबल-अंचल की अहम सीट मानी जाती है. इस सीट पर पूर्व विधायक ओपीएस भदौरिया के इस्तीफे के चलते उपचुनाव हो रहा है. 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से चुनाव लड़े ओपीएस भदौरिया ने बीजेपी के राकेश शुक्ला को हराया. लेकिन ओपीएस भदौरिया बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी में शामिल हो गए और उन्हें शिवराज सरकार में राज्यमंत्री बनाया गया.
मेहगांव विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में बीजेपी ने ओपीएस भदौरिया को प्रत्याशी बनाया है. तो कांग्रेस ने पूर्व विधायक हेमंत कटारे पर दांव लगाया है. हालांकि हेमंत कटारे पर बाहरी प्रत्याशी होने की बात भी कही जा रही है. लेकिन अटेर से सटी होने के चलते मेहगांव विधानसभा सीट पर हेमंत का प्रभाव माना जाता है. लिहाजा यहां मुकाबला कड़ा होने की उम्मीद जताई जा रही है.
- गोहद सीट
गोहद विधानसभा सीट की जाए, तो यहां बीजेपी के संभावित उम्मीदवार रणवीर जाटव का मुकाबला कांग्रेस के मेवाराम जाटव होगा. गोहद विधानसभा क्षेत्र में पानी सबसे बड़ी समस्या है. गोहद से लगे आस-पास के सैकड़ों गांव खारे पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. बिजली, पानी, स्वास्थ्य, सड़क और रोजगार जैसी मूलभूत सुविधाएं मयस्सर नहीं हो सकी. लिहाजा क्षेत्र की जनता से बात स्थानीय जनप्रतिनिधियों से नाराज नजर आती है.