भिंड। जिले में सिंध नदी में बाढ़ के हालत के बीच एक अच्छी खबर आई है. नदी का जलस्तर तेजी से कम हो रहा है.पिछले 24 घंटे में करीब 4 मीटर तक पानी कम हो चुका है लेकिन इसके साथ ही पानी के नीचे आने के बाद तबाही की तस्वीरें भी साफ देखी जा सकती है.दतिया के सेवड़ा और रतनगढ़ के अलावा भिंड जिले में भी सिंध नदी पर बने 2 पुल बह गए हैं.
पानी उतारने पर पता चला की बह गया पुल
इंदुर्खी, जखमौली और सनकुआं पुल बाढ़ की बली चढ़ गए हैं.हालांकि जखमौली और इंदुर्खी पुल को बन हुए ज्यादा समय भी नहीं हुआ.इंदुर्खी में बाढ़ आने पर गुरुवार को 8 फीट तक पानी था. इंदुर्खी गांव को समय रहते खाली कर लिया गया जो बचे उन्हें सेना ने रेस्क्यू कर लिया.उसी दिन यह बात उड़ चुकी थी कि इंदुर्खी पुल बाढ़ में बह गया.लेकिन अधिकारिक तौर पर अधिकारियों का कहना था कि इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती है.क्योंकि पानी के बहाव में किसी ने नहीं देख की पुल डेमेज हुआ है लेकिन पानी उतारने के साथ ही इंदुर्खी पुल टूटने की बात की पुष्टि हुई.पुल के बीचोंबीच के स्लैव नदी में बह गए हैं और सिर्फ पिलर स्ट्रक्चर रह गया है और वह भी क्षतिग्रस्त है.ऐसे में इंदुर्खी से अजीत और अमायन को जोड़ने वाला रास्ता कट गया है.
दो हिस्सों में टूटा जखमौली पुल
वही दूसरी तस्वीरें जखमौली गांव से सामने आई.यहां भी बाढ़ ने तबाही मचाई.हालत बेकाबू थे क्योंकि लोग समय रहते अपने घर छोड़ कर सुरक्षित स्थानों पर नहीं गए.कई लोगों को पुलिस और SDERF तो कुछ को बाद में रेस्क्यू कर बचाया गया.लेकिन इस सब में जखमौली गांव पर सिंध नदी के ऊपर बना पुल भी बह गया. पानी उतारने के बाद पता चला की पुल दो अलग अलग हिस्सों में बहा है इस पुल के करीब 3 स्लैब पिलर से गायब हैं. ऐसी दशा में लोग भी परेशान है की क्योंकि इस तरह वे पुल के दोनो ओर आवागमन बाधित हुआ.बल्कि जिला मुख्यालय से भी उनका सीधा सम्पर्क टूट गया है.
एक मात्र विकल्प मेहदाघाट पुल पर भी लटकी तलवार
बता दें कि इस बाढ़ में सिर्फ यही पुल बाधित नहीं हुए बल्कि मेहदा घाट पुल और पर्राइच से हिजरी सिंध नदी पर बने पुल हल्के क्षतिग्रस्त हैं.जहां मेहदाघाट पुल भिंड को लहार से जोड़ता है वही सिंध के पानी की वजह से पुल की अप्रोच रोड में दरार गई.जिसकी वजह पानी से रोड के नीचे की मिट्टी कट जाना बताई गई है. एहतियात के तौर पर प्रशासन ने इस अप्रोच रोड के क्षतिग्रस्त हिस्से को मशीन से खुदवा दिया है जिससे की पुल पर कोई भी बड़ा न हो. हालांकि पुल पर भारी वाहनों का आगमन भी बंद कर दिया गया है. इंदुर्खी के बाद यह पुल भी जवाब देता है तो रौन, मिहोना लहार के अलावा दबोह आलमपुर समेत सैकड़ों गांव टापू बन जाएंगे. क्योंकि पहले से ही सेवड़ा और रतनगढ़ पुल टूटने के बाद ग्वालियर से सम्पर्क टूट चुका है. अब ग्वालियर या भिंड जिला मुख्यालय तक पहुंचने का एक मात्र जरिया फिलहाल मेहदाघाट पुल ही है.