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15 जनवरी से 27 फरवरी तक चलेगा श्री राम मंदिर निधि समर्पण अभियान - अयोध्या

विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता श्री राम मंदिर निधि समर्पण अभियान चला रहे हैं, जिसके तहत 10 से 25 लाख तक की राशि भक्त दान कर सकेंगे.

Shri Ram Mandir Nidhi Surrender Campaign
श्री राम मंदिर निधि समर्पण अभियान
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Published : Jan 4, 2021, 3:52 PM IST

भिंड। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर बनने वाले भव्य मंदिर के लिए देशभर के राम भक्तों का आर्थिक सहयोग लिया जाएगा, इसके लिए विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता श्री राम मंदिर निधि समर्पण अभियान के तहत 15 जनवरी से 27 फरवरी तक देश के 4 लाख गांव के 11 करोड़ परिवारों से संपर्क करेंगे और उनकी श्रद्धा अनुसार धन संग्रह करेंगे.

  • श्रीराम मंदिर निधि समर्पण अभियान का आगाज

विश्व हिंदू परिषद की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार अयोध्या में हो रहे श्री राम मंदिर के भव्य निर्माण के लिए जल्द ही श्री राम मंदिर निधि समर्पण अभियान चलाया जाएगा, इस अभियान में हर जाति मत पंथ संप्रदाय क्षेत्र और भाषा के लोगों से सहयोग भी लिया जाएगा, इस तरह समन्वित सहयोग से बना राम मंदिर वास्तव में एक राष्ट्र मंदिर का रूप लेगा.

  • भिंड के सवा लाख परिवारों तक पहुंचेंगे कार्यकर्ता

राम मंदिर के लिए चलाए जा रहे इस अभियान में देश के लाखों कार्यकर्ता जुटने वाले हैं, खास बात यह है कि इस अभियान में न सिर्फ विश्व हिंदू परिषद बल्कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और बजरंग दल से जुड़े कार्यकर्ता भी साथ आएंगे, भिंड में करीब 2500 कार्यकर्ता इस अभियान का हिस्सा बनेंगे, जो जिले के 1.25 लाख परिवारों तक पहुंचेंगे, इन कार्यकर्ताओं में भी 300 कार्यकर्ता ऐसे होंगे जो पूर्णकालिक रूप से काम करेंगे, इसके अलावा जिले में विश्व हिंदू परिषद की दुर्गा वाहिनी की 2000 बहने भी इस अभियान का हिस्सा होंगी, जिनमें से 600 ऐसे दंपत्ति होंगे, जो मिलकर जन जन तक पहुंचेंगे और श्री राम के प्रति श्रद्धा की राशि का दान इकट्ठा करेंगे.

  • ₹10 से 25 लाख तक का जन सहयोग, आयकर में मिलेगी छूट

इस अभियान में आर्थिक विषय में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए भी न्यास ने 10रुपये, 100 रुपये और ₹1000 के कूपन और रसीदें छापी हैं, लोग जैसा दान देंगे, उसी के अनुरूप कार्यकर्ता उन्हें कूपन यह रसीद देंगे, इस दान के तहत दानदाताओं को आयकर अधिनियम की धारा 80G के तहत छूट भी प्राप्त हो सकेगी, वहीं दानदाता ₹10 से 25 लाख तक की राशि दान कर सकते हैं, जिसमें 20 हज़ार रुपये तक की राशि ही नकद दी जा सकती है, उससे अधिक की राशि चेक द्वारा देनी होगी, जिसके लिए बाकायदा उन्हें रसीद भी दी जाएगी.

  • 'हजार साल तक मंदिर मंदिर का कुछ नहीं बिगड़ेगा'

मीडिया से चर्चा करते हुए विश्व हिंदू परिषद के प्रांत सह मंत्री गोपाल सोनी का कहना है कि भगवान श्री राम की जन्मभूमि को हासिल करने के लिए देश के सम्मान की रक्षा के लिए हिंदू समाज ने पांच सदियों तक संघर्ष किया है, लेकिन समाज की भावनाओं और मंदिर से जुड़े इतिहास की सच्चाई सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर भारत सरकार को एक न्यास बनाने का निर्देश दिया है, जिसके लिए भारत सरकार ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के नाम से न्यास की घोषणा की है.

वहीं प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 5 अगस्त को अयोध्या में भूमि पूजन कर मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया को भी धरातल पर लाया है, पर जब मंदिर बनकर तैयार होगा, तो यह ऐतिहासिक होगा मंदिर की मजबूत नींव की ड्राइंग के लिए मुंबई दिल्ली चेन्नई गुवाहाटी रुड़की के आईआईटी सीबीआरआई के अलावा टाटा के विशेषज्ञ इंजीनियरों से भी लगातार परामर्श और विचार-विमर्श चल रहा है, यह पूरा मंदिर पत्थर से बनेगा, जिसकी हर मंजिल की ऊंचाई करीब 20 फीट तथा लंबाई 360 और चौड़ाई 235 फीट होगी, इसके अलावा उन्होंने बताया कि यह ऐसा मंदिर होगा जिससे कि आने वाले 1000 साल तक विषम से विषम परिस्थितियों में भी मंदिर का कुछ नहीं बिगड़ेगा.

  • देश के 55 करोड़ लोगों को अभियान से जोड़ने का लक्ष्य

विश्व हिंदू परिषद के प्रांत सह मंत्री गोपाल सोनी ने बताया कि 15 जनवरी से शुरू होने जा रहा अभियान अब तक का सबसे बड़ा जनसंपर्क अभियान होगा, पूरे देश में इस अभियान के तहत करीब 35 करोड़ परिवारों तक पहुंच कर मंदिर निर्माण के लिए दान इकट्ठा किया जाएगा, साथ ही देश के 55 करोड़ लोगों को इस अभियान से जोड़ने का लक्ष्य तय किया गया है, सोनी का मानना है कि 1990 से पहले हुए राम मंदिर के लिए संघर्ष को आज की युवा पीढ़ी भूल चुकी है, इस अभियान के जरिए उन्हें एक बार फिर राम मंदिर की महत्वता से भी अवगत कराया जाएगा.

बता दें कि विश्व हिंदू परिषद द्वारा संतों के आह्वान पर 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती है, इस अवसर पर गांव गांव मोहल्ला मोहल्ला हनुमान चालीसा का पाठ भी कराया जा रहा है, यह एक भव्य आयोजन होगा, जिसकी तैयारी भी कर ली गई है.

भिंड। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर बनने वाले भव्य मंदिर के लिए देशभर के राम भक्तों का आर्थिक सहयोग लिया जाएगा, इसके लिए विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता श्री राम मंदिर निधि समर्पण अभियान के तहत 15 जनवरी से 27 फरवरी तक देश के 4 लाख गांव के 11 करोड़ परिवारों से संपर्क करेंगे और उनकी श्रद्धा अनुसार धन संग्रह करेंगे.

  • श्रीराम मंदिर निधि समर्पण अभियान का आगाज

विश्व हिंदू परिषद की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार अयोध्या में हो रहे श्री राम मंदिर के भव्य निर्माण के लिए जल्द ही श्री राम मंदिर निधि समर्पण अभियान चलाया जाएगा, इस अभियान में हर जाति मत पंथ संप्रदाय क्षेत्र और भाषा के लोगों से सहयोग भी लिया जाएगा, इस तरह समन्वित सहयोग से बना राम मंदिर वास्तव में एक राष्ट्र मंदिर का रूप लेगा.

  • भिंड के सवा लाख परिवारों तक पहुंचेंगे कार्यकर्ता

राम मंदिर के लिए चलाए जा रहे इस अभियान में देश के लाखों कार्यकर्ता जुटने वाले हैं, खास बात यह है कि इस अभियान में न सिर्फ विश्व हिंदू परिषद बल्कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और बजरंग दल से जुड़े कार्यकर्ता भी साथ आएंगे, भिंड में करीब 2500 कार्यकर्ता इस अभियान का हिस्सा बनेंगे, जो जिले के 1.25 लाख परिवारों तक पहुंचेंगे, इन कार्यकर्ताओं में भी 300 कार्यकर्ता ऐसे होंगे जो पूर्णकालिक रूप से काम करेंगे, इसके अलावा जिले में विश्व हिंदू परिषद की दुर्गा वाहिनी की 2000 बहने भी इस अभियान का हिस्सा होंगी, जिनमें से 600 ऐसे दंपत्ति होंगे, जो मिलकर जन जन तक पहुंचेंगे और श्री राम के प्रति श्रद्धा की राशि का दान इकट्ठा करेंगे.

  • ₹10 से 25 लाख तक का जन सहयोग, आयकर में मिलेगी छूट

इस अभियान में आर्थिक विषय में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए भी न्यास ने 10रुपये, 100 रुपये और ₹1000 के कूपन और रसीदें छापी हैं, लोग जैसा दान देंगे, उसी के अनुरूप कार्यकर्ता उन्हें कूपन यह रसीद देंगे, इस दान के तहत दानदाताओं को आयकर अधिनियम की धारा 80G के तहत छूट भी प्राप्त हो सकेगी, वहीं दानदाता ₹10 से 25 लाख तक की राशि दान कर सकते हैं, जिसमें 20 हज़ार रुपये तक की राशि ही नकद दी जा सकती है, उससे अधिक की राशि चेक द्वारा देनी होगी, जिसके लिए बाकायदा उन्हें रसीद भी दी जाएगी.

  • 'हजार साल तक मंदिर मंदिर का कुछ नहीं बिगड़ेगा'

मीडिया से चर्चा करते हुए विश्व हिंदू परिषद के प्रांत सह मंत्री गोपाल सोनी का कहना है कि भगवान श्री राम की जन्मभूमि को हासिल करने के लिए देश के सम्मान की रक्षा के लिए हिंदू समाज ने पांच सदियों तक संघर्ष किया है, लेकिन समाज की भावनाओं और मंदिर से जुड़े इतिहास की सच्चाई सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर भारत सरकार को एक न्यास बनाने का निर्देश दिया है, जिसके लिए भारत सरकार ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के नाम से न्यास की घोषणा की है.

वहीं प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 5 अगस्त को अयोध्या में भूमि पूजन कर मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया को भी धरातल पर लाया है, पर जब मंदिर बनकर तैयार होगा, तो यह ऐतिहासिक होगा मंदिर की मजबूत नींव की ड्राइंग के लिए मुंबई दिल्ली चेन्नई गुवाहाटी रुड़की के आईआईटी सीबीआरआई के अलावा टाटा के विशेषज्ञ इंजीनियरों से भी लगातार परामर्श और विचार-विमर्श चल रहा है, यह पूरा मंदिर पत्थर से बनेगा, जिसकी हर मंजिल की ऊंचाई करीब 20 फीट तथा लंबाई 360 और चौड़ाई 235 फीट होगी, इसके अलावा उन्होंने बताया कि यह ऐसा मंदिर होगा जिससे कि आने वाले 1000 साल तक विषम से विषम परिस्थितियों में भी मंदिर का कुछ नहीं बिगड़ेगा.

  • देश के 55 करोड़ लोगों को अभियान से जोड़ने का लक्ष्य

विश्व हिंदू परिषद के प्रांत सह मंत्री गोपाल सोनी ने बताया कि 15 जनवरी से शुरू होने जा रहा अभियान अब तक का सबसे बड़ा जनसंपर्क अभियान होगा, पूरे देश में इस अभियान के तहत करीब 35 करोड़ परिवारों तक पहुंच कर मंदिर निर्माण के लिए दान इकट्ठा किया जाएगा, साथ ही देश के 55 करोड़ लोगों को इस अभियान से जोड़ने का लक्ष्य तय किया गया है, सोनी का मानना है कि 1990 से पहले हुए राम मंदिर के लिए संघर्ष को आज की युवा पीढ़ी भूल चुकी है, इस अभियान के जरिए उन्हें एक बार फिर राम मंदिर की महत्वता से भी अवगत कराया जाएगा.

बता दें कि विश्व हिंदू परिषद द्वारा संतों के आह्वान पर 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती है, इस अवसर पर गांव गांव मोहल्ला मोहल्ला हनुमान चालीसा का पाठ भी कराया जा रहा है, यह एक भव्य आयोजन होगा, जिसकी तैयारी भी कर ली गई है.

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