भिंड। जिले के बालक छात्रावास स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां रुके लोगों को घटिया क्वॉलिटी का खाना दिया जा रहा है. सेंटर में रुके लोगों ने बताया है कि उन्हें दाल में कीड़े और कच्ची रोटियां खाने के लिए दी जा रही हैं. उन्होंंने कहा कि इसका विरोध करने पर उन्हें भूखा सोना पड़ता है. उनके द्वारा दिखाई गई कच्ची रोटियों की तस्वीरें ईटीवी भारत के कैमरे में भी कैद हुई हैं, वहीं मामले की जानकारी मिलने पर कलेक्टर ने जांच का आश्वासन दिया है.
कोरोना संक्रमण के प्रकोप को देखते हुए बाहर से आए लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है. जिनके खाने-पीने के ही साथ साफ-सफाई और अन्य आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता की पूरी व्यवस्था करने की जिम्मेदारी प्रशासन की है. लेकिन भिंड स्थित बालक छात्रावास में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में घटिया क्वॉलिटी का खाना दिया जा रहा है ईटीवी भारत को सूचना मिली थी कि बालक छात्रावास में रुके 48 लोगों के लिए भेजे जाने वाले भोजन में दाल में कीड़े और कच्ची रोटियां दी जा रही हैं. जब क्वॉरेंटाइन सेंटर पहुंचकर हमने लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि उन्हें खाने में कच्ची रोटियां दी जा रही हैं. साथ ही खाना आने का कोई समय तय नहीं है. मौके पर मिली रोटियों की तस्वीरें ईटीवी भारत के कैमरे में भी कैद हुई है.
लोगों ने मौके पर जो खाना दिखाया, उसे कोई जानवर भी ना खा पाए. लोगों ने बताया कि लगभग हर रोज ऐसा ही खाना दिया जा रहा है. 2 दिन पहले जब मामले की शिकायत अधिकारियों से की थी तो शाम को ठेकेदार द्वारा उन्हें खाना ही नहीं दिया गया. जिसकी वजह से उन्हें रातभर भूखा सोना पड़ा. लोगों का कहना है कि उन्हें कोरोना वायरस हो न हो लेकिन इस तरह का खाना खाकर वे बीमार जरूर पड़ जाएंगे.