भिंड। जिले में होली के दिन जहरीली शराब पीने से हुई 7 मौतों को लेकर रविवार को कांग्रेस पार्टी द्वारा गठित एक जांच दल मृतकों के परिजनों से मिलने पहुंचा. कांग्रेस की जांच दल के सदस्य लहार विधायक और पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह, पूर्व मंत्री लाखन सिंह, रामनिवास रावत, अशोक सिंह समेत अन्य कांग्रेसियों ने मृतकों के परिजनों से बात की.
- 1 लाख मुआवजे की घोषणा
इस दौरान कांग्रेस की जांच दल के सदस्य डॉ. गोविंद सिंह ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पीड़ित परिवारों को एक लाख रुपए का मुआवजा राशि देने की घोषणा की है. मुलाकात के दौरान मृतकों के परिजनों से इस घटना के पीछे पुलिस की भूमिका पर कई सवाल खड़े किए. पीड़ित परिवारों ने एसडीओपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस को इसकी पहले से जानकारी थी, शराब पीने से मौत होने के बाद भी शवों का पोस्टमार्टम नहीं होने दिया. उन्होंने कोरोना का डर भय दिखाकर जबरन अंतिम संस्कार कराया.
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- मृतकों के परिजनों ने दी जानकारी
जहरीली शराब पीने से होली के दूसरे दिन लहार क्षेत्र के असनेहट में 3 लोगों की मौत हुई थी. इसमें संजय सिंह और बबलू असनेहट निवासी थे जबकि संजय का एक रिश्तेदार पोरसा का रहने वाला था.मृतक संजय के पिता इंदनपाल ने बताया कि उन्होंने बेटे की मौत की जानकारी पुलिस को दी तो लहार एसडीओपी खुद वहां आए थे और जब हमने छोटे बेटे के आने का इंतजार करने की बात कही तो तो पुलिस ने कोरोना की बात कहकर और हमें डरा-धमकाकर उसका अंतिम संस्कार करा दिया.
- 4-4 लाख मुआवजे की घोषणा
जहरीली शराब से मौत के बाद प्रदेश सरकार ने उनके परिजनों को 4-4 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है. वहीं, विधायक और पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने मृतकों के परिजनों के 30-30 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी है.