भिंड। एसडीआरएफ और होमगार्ड के जवानों ने गौरी सरोवर में टेस्टिंग और प्रैक्टिस सेशन चलाया. (Bhind SDRF Team) इस बार होमगार्ड जवानों के खाते में एक नई बोट शामिल हुई है. जिसके बाद टीम ने इसका परीक्षण किया. एसडीआरएफ प्लाटून कमांडर ब्रिज मोहन सिंह ने बताया कि, सिंध नदी में बाढ़ आने से पहले ही लगभग पूरी तैयारियां कर ली गई है. एक या दो दिन में एक बोट सिंध नदी के बाढ़ सम्भावित क्षेत्र में एसडीआरएफ टीम के साथ पहुंच रही है.
बाढ़ सम्भावित क्षेत्रों में भेजी जा रहीं टीम: ब्रिज मोहन शर्मा ने बताया कि, जिला प्रशासन के कहने पर जल्द ही सिंध के भारौली, अमायन समेत अन्य क्षेत्रों में टीमें पहुंचाई जा रही है. जानकारी मिली है मुख्यालय पर SDRF जवानों की संख्या 13 है. होम गार्ड जवान भी एक दर्जन के क़रीब हैं. ऐसे में बाढ़ की स्थिति बनने पर पहले से मौजूद टीमें तेजी से राहत बचाव के कार्य में जुट सकेंगी.
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पिछले साल सिंध ने मचाई थी तबाही: पिछले दो वर्षों से भिंड के अटेर क्षेत्र से गुजरी चम्बल नदी में जलस्तर बढ़ने से वर्षाकाल में बाढ़ के हालत थे. इससे ना सिर्फ कई गांव बाढ़ प्रभावित हुए थे. बल्कि जन जीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया था. बीते साल चम्बल के साथ सिंध नदी का भी भयावह रूप था. नदी के किनारे बसे सैकड़ों गांव तबाह हो गए थे. सिंध में आई बाढ़ ने दतिया और भिंड जिले में नदी पर बने 4 पुल धराशायी हो गए थे. ऐसे में एक बार फिर सिंध का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा जिले पर मंडराने लगा है.