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MP Congress: नया अभियान मचा घमासान! 'हाथ जोड़ो यात्रा' पर वार-पलटवार, देखिए पूरी रिपोर्ट - भिंड हेमंत कटारे

कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान पर घमासान जारी है, पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने कहा कि, कांग्रेस पहले हाथ मिलाती है बाद में उसी हाथ से पटखनी देना कांग्रेस की फितरत में है, इस बयान पर पूर्व विधायक हेमंत कटारे ने भी पलटवार किया है. देखिए रिपोर्ट...

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Published : Jan 29, 2023, 6:56 PM IST

'हाथ जोड़ो यात्रा' पर वार-पलटवार

भिंड। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब कांग्रेस हाथ से हाथ मिलाओ अभियान की शुरुआत कर रही है. अभियान के शुभारंभ से पहले ही बीजेपी कांग्रेस की बयानबाजी भी शुरू हो गई है. इस यात्रा को लेकर बीजेपी के नेता और पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने कहा कि, कांग्रेस में प्रचलन यही है कि, पहले हाथ मिलाओ फिर उसी हाथ से पटखनी दे दो. उनके बयान पर कांग्रेस के पूर्व विधायक हेमंत कटारे ने भी पलटवार किया है.

आरोप-प्रत्यारोप का दौर: जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे देश की दो बड़ी राजनीतिक पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस चुनावी मोड में नजर आ रही हैं. यही वजह है कि, दोनों राजनीतिक दलों में नए-नए अभियान शुरू हो रहे जहां पहले ही कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पूरे देश में भ्रमण कर रही है. अब हाथ से हाथ जोड़ो अभियान का भी शुभारंभ होने जा रहा है, लेकिन इस अभियान की शुरुआत से पहले ही दोनों ही पार्टी के नेता आरोप-प्रत्यारोप में जुट गए हैं. बीजेपी के पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने तो इस अभियान को लेकर कांग्रेस पर तंज कस दिया है.

पूर्व मंत्री ने भारत जोड़ो यात्रा पर उठाए सवाल: भिंड दौरे पर पहुंचे बीजेपी नेता अनूप मिश्रा ने बयान दिया है कि, कांग्रेस चाहे भारत जोड़ो यात्रा चलाएं या हाथ से हाथ मिलाए. किसी भी दल के विचार स्पष्ट होने चाहिए. उन्होंने कहा कि, हमने तो कभी भारत जोड़ो यात्रा के बारे में कुछ कहा नहीं. लालकृष्ण आडवाणी ने भी भारत जोड़ो यात्रा की थी. जिसका उद्देश्य था राम जन्मभूमि पर राम मंदिर बने. जब डॉ मुरली मनोहर जोशी ने कन्याकुमारी से अपनी यात्रा शुरू की थी. तो उसका उद्देश्य था लालघाटी पर पहुंचकर लाल चौक पर तिरंगा फहराएंगे. जहां शासन भी तिरंगा फहराने से कतराता था. वहां डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती जैसे बहुत सारे लोग गए खुद नरेंद्र मोदी उस समय उस अभियान के संयोजक हुआ करते थे, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा तो सर्वे के स्टंट है.

राजनीति में जिंदा रहने का प्रयास: पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने आगे कहा कि, वे सरकार में रहे ना रहे, लेकिन ऐसा लगता है कि यह सब सिर्फ इसलिए किया जा रहा है जिससे राहुल गांधी इस राजनीति में जिंदा बने रहे. इसीलिए शायद इस यात्रा का उन्होंने शुभारंभ किया था. हालांकि कई बार उनकी यात्रा विवादास्पद रही. हाल ही में वे कार में बैठकर निकल गए. उन्होंने कहा कि सुरक्षा हमें मिली ही कब जब लालघाटी गए तब कांग्रेस ने उस समय की सरकार ने जोशी जी को खुलकर मना कर दिया था कि हम सुरक्षा नहीं दे पाएंगे. आप वहां जा रहे हैं तो अपने दम पर जाएं यहां तो सरकार अब बटालियने लगा रही है. इसके बाद कह रहे हैं कि, सुरक्षा नहीं थी उन्हें तो हाथ जोड़ने में तकलीफ आती है. उनकी यात्रा सिर्फ एक स्टंट है. अगर इस तरह के अभियान नहीं चलाएंगे तो चुनाव में कहीं देखेंगे नहीं.

हाथ मिलाकर पटखनी देना कांग्रेस की विचारधारा: हाथ से हाथ जोड़ो अभियान को लेकर कहा कि, यह सिर्फ एक चुनावी स्टंट है. उनके यहां हाथ जोड़ने का प्रचलन नहीं है. विदेशी विचारधारा में नमस्ते का प्रचलन नहीं होता. नमस्ते भगिनी बंधु तो हमारे यहां विवेकानंद जी ने कहा है. उनके यहां तो हाथ से हाथ मिलाने का ही कार्यक्रम है, और हाथ मिलाकर ही पटखनी देने का कार्यक्रम है. एक दूसरे से हाथ मिलाते जाएंगे और एक दूसरे को पटखनी देते जाएंगे. यही उनके यहां का सिस्टम है वह अपने सिस्टम को लागू कर रहे हैं. हमारे यहां तो हाथ जोड़ने का सिस्टम है. दोनों हाथों से साष्टांग नमस्कार करने का चलन है. यह तो व्यक्ति की विचारधारा है. उनके यहां की विचारधारा पटखनी देने की और हमारे यहां की विचारधारा हाथ जोड़कर सच में जोड़ने की है.

Haath Se Haath Jodo Abhiyan: एमपी में क्यों नहीं पकड़ी रफ्तार, क्या कार्यकर्ताओं ने 'जोड़ लिए हाथ'

कांग्रेस के पूर्व विधायक ने किया पलटवार: पूर्व मंत्री के इस बयान को लेकर कांग्रेस भी पीछे नहीं है. पूर्व नेता प्रतिपक्ष स्वर्गीय सत्यदेव कटारे के बेटे और अटेर से पूर्व विधायक हेमंत कटारे ने अनूप मिश्रा के बयान पर पलटवार किया है. हेमंत ने कहा कि बीजेपी नेता हमसे हाथ मिलाते हैं. उनके यहां भी हाथ से हाथ मिलाने वाले बहुत हैं. इसे संस्कृति से जोड़कर भी मुद्दा बनाया जा सकता है.

'हाथ जोड़ो यात्रा' पर वार-पलटवार

भिंड। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब कांग्रेस हाथ से हाथ मिलाओ अभियान की शुरुआत कर रही है. अभियान के शुभारंभ से पहले ही बीजेपी कांग्रेस की बयानबाजी भी शुरू हो गई है. इस यात्रा को लेकर बीजेपी के नेता और पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने कहा कि, कांग्रेस में प्रचलन यही है कि, पहले हाथ मिलाओ फिर उसी हाथ से पटखनी दे दो. उनके बयान पर कांग्रेस के पूर्व विधायक हेमंत कटारे ने भी पलटवार किया है.

आरोप-प्रत्यारोप का दौर: जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे देश की दो बड़ी राजनीतिक पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस चुनावी मोड में नजर आ रही हैं. यही वजह है कि, दोनों राजनीतिक दलों में नए-नए अभियान शुरू हो रहे जहां पहले ही कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पूरे देश में भ्रमण कर रही है. अब हाथ से हाथ जोड़ो अभियान का भी शुभारंभ होने जा रहा है, लेकिन इस अभियान की शुरुआत से पहले ही दोनों ही पार्टी के नेता आरोप-प्रत्यारोप में जुट गए हैं. बीजेपी के पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने तो इस अभियान को लेकर कांग्रेस पर तंज कस दिया है.

पूर्व मंत्री ने भारत जोड़ो यात्रा पर उठाए सवाल: भिंड दौरे पर पहुंचे बीजेपी नेता अनूप मिश्रा ने बयान दिया है कि, कांग्रेस चाहे भारत जोड़ो यात्रा चलाएं या हाथ से हाथ मिलाए. किसी भी दल के विचार स्पष्ट होने चाहिए. उन्होंने कहा कि, हमने तो कभी भारत जोड़ो यात्रा के बारे में कुछ कहा नहीं. लालकृष्ण आडवाणी ने भी भारत जोड़ो यात्रा की थी. जिसका उद्देश्य था राम जन्मभूमि पर राम मंदिर बने. जब डॉ मुरली मनोहर जोशी ने कन्याकुमारी से अपनी यात्रा शुरू की थी. तो उसका उद्देश्य था लालघाटी पर पहुंचकर लाल चौक पर तिरंगा फहराएंगे. जहां शासन भी तिरंगा फहराने से कतराता था. वहां डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती जैसे बहुत सारे लोग गए खुद नरेंद्र मोदी उस समय उस अभियान के संयोजक हुआ करते थे, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा तो सर्वे के स्टंट है.

राजनीति में जिंदा रहने का प्रयास: पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने आगे कहा कि, वे सरकार में रहे ना रहे, लेकिन ऐसा लगता है कि यह सब सिर्फ इसलिए किया जा रहा है जिससे राहुल गांधी इस राजनीति में जिंदा बने रहे. इसीलिए शायद इस यात्रा का उन्होंने शुभारंभ किया था. हालांकि कई बार उनकी यात्रा विवादास्पद रही. हाल ही में वे कार में बैठकर निकल गए. उन्होंने कहा कि सुरक्षा हमें मिली ही कब जब लालघाटी गए तब कांग्रेस ने उस समय की सरकार ने जोशी जी को खुलकर मना कर दिया था कि हम सुरक्षा नहीं दे पाएंगे. आप वहां जा रहे हैं तो अपने दम पर जाएं यहां तो सरकार अब बटालियने लगा रही है. इसके बाद कह रहे हैं कि, सुरक्षा नहीं थी उन्हें तो हाथ जोड़ने में तकलीफ आती है. उनकी यात्रा सिर्फ एक स्टंट है. अगर इस तरह के अभियान नहीं चलाएंगे तो चुनाव में कहीं देखेंगे नहीं.

हाथ मिलाकर पटखनी देना कांग्रेस की विचारधारा: हाथ से हाथ जोड़ो अभियान को लेकर कहा कि, यह सिर्फ एक चुनावी स्टंट है. उनके यहां हाथ जोड़ने का प्रचलन नहीं है. विदेशी विचारधारा में नमस्ते का प्रचलन नहीं होता. नमस्ते भगिनी बंधु तो हमारे यहां विवेकानंद जी ने कहा है. उनके यहां तो हाथ से हाथ मिलाने का ही कार्यक्रम है, और हाथ मिलाकर ही पटखनी देने का कार्यक्रम है. एक दूसरे से हाथ मिलाते जाएंगे और एक दूसरे को पटखनी देते जाएंगे. यही उनके यहां का सिस्टम है वह अपने सिस्टम को लागू कर रहे हैं. हमारे यहां तो हाथ जोड़ने का सिस्टम है. दोनों हाथों से साष्टांग नमस्कार करने का चलन है. यह तो व्यक्ति की विचारधारा है. उनके यहां की विचारधारा पटखनी देने की और हमारे यहां की विचारधारा हाथ जोड़कर सच में जोड़ने की है.

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कांग्रेस के पूर्व विधायक ने किया पलटवार: पूर्व मंत्री के इस बयान को लेकर कांग्रेस भी पीछे नहीं है. पूर्व नेता प्रतिपक्ष स्वर्गीय सत्यदेव कटारे के बेटे और अटेर से पूर्व विधायक हेमंत कटारे ने अनूप मिश्रा के बयान पर पलटवार किया है. हेमंत ने कहा कि बीजेपी नेता हमसे हाथ मिलाते हैं. उनके यहां भी हाथ से हाथ मिलाने वाले बहुत हैं. इसे संस्कृति से जोड़कर भी मुद्दा बनाया जा सकता है.

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