भिंड। पूर्व सहकारिता मंत्री और लहार विधायक गोविंद सिंह ने प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर जमकर निशाना साधा है. उनका कहना है कि शिवराज सिंह के सरकार में आते ही समूचे प्रदेश में माफियाओं का राज्य कायम हो चुका है. आज पूरे मध्यप्रदेश में पत्थर माफिया, रेत माफिया, शराब माफिया, भू माफिया और गुंडों के साथ वसूली माफियों ने पूरे मध्यप्रदेश में अपना राज्य स्थापित कर दिया है. मैं शिवराज सिंह चौहान से अपील करते हैं कि कम से कम आपने केवल जो माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाने के नाम पर केवल समूचे प्रदेश में विभिन्न विचारधारा के राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं पर हमला करा रहे. सत्ता में कभी स्थाई नहीं रहती आती जाती रहती है, और वास्तव में जो विभिन्न माफिया है इनके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही.
सरकार को माफियाओं के कारण हो रहा नुकसान
पूर्व सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह का कहना है कि यहां तक हमें कई अधिकारियों द्वारा यह बताया गया है कि शिवराज कहते रेत के ठेकेदारों को संरक्षण दें. हम भी इससे सहमत है है कि जिसने करोड़ों के ठेके लिए उनको संरक्षण मिलना चाहिए, लेकिन जब बीजेपी के मंत्री, विधायक और पार्टी के अध्यक्ष अनेक संगठन के पदाधिकारी रेत की खदानों में पत्थर की खदानों में दबाव डालकर ठेकेदारों के साथ अवैध उत्खनन करा रहे हैं. सरकार को प्रतिदिन अकेले ग्वालियर चंबल संभाग में तीन से चार करोड़ की चोरी माफियाओं के द्वारा की जा रही है.
कानून व्यवस्था को लेकर मध्यप्रदेश सरकार पर उठाए सवाल
गोविंद सिंह का कहना है कि मध्यप्रदेश में अब कानून व्यवस्था बची ही नहीं है. आज पुलिस भी सुरक्षित नहीं है. ग्वालियर में चंबल से आ रही रेत माफियाओं पर कार्रवाई करने पर टीआई के उपर ट्रेक्टर चढ़ा कर मारने का प्रयास किया गया. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा लच्छेदार भाषण देकर तोड़फोड़ करने में माहिर है, लेकिन उनके ग्रह क्षेत्र दतिया जिले में 15 -20 दिन के अंदर तीन रेत माफियाओं ने सरकारी अधिकारी कर्मचारी पर हमला किया. भर्रौली रेत खदान के पास एक सिपाही के गोली मार दी, जो घायल होकर अस्पताल में जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है. यही हालत भिंड जिले में है, जहां एक मंत्री के बंगले पर गौलिया चलाई जा रहीं हैं. पुलिस से शिकायत करने पर कहा जाता है कि पुलिस मौके स्थल पर पहुंच रही है, लेकिन पुलिस नहीं आती. क्योंकि पुलिस खुद रेत माफियाओं के साथ मिलकर चोरी करा रही है. गोविंद सिंह का कहना है कि यह तय है कि अगर किसी भी इलाके का थानेदार ठान लें तो उसके इलाके से एक भी अवैध दाना रेत का नहीं उठ पाएगा.