भिंड। जिले में पिछले दिनों जोरदार बारिश और ओलावृष्टि से किसानों का बहुत नुकसान हुआ था, जिसको लेकर आज किसान रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे. मुआवजे की मांग को लेकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन भी सौंपा. इस दौरान किसानों ने ओलावृष्टि और बारिश के अलावा बिजली और किसान फसल ऋण माफी योजना जैसी समस्याएं भी रखी. साथ ही चेतावनी दी है कि अगर जल्द उनकी मांगे पूरी नहीं होती हैं तो एक उग्र आंदोलन होगा.
कलेक्ट्रेट पहुंचे किसान
फसल के नुकसान को लेकर किसान बहुत परेशान हैं अब तक प्रशासन की ओर से सर्वे का काम भी पूरा नहीं हो सका है. ऐसे में किसानों को अब मुआवजे की चिंता सताने लगी है. जिसको लेकर आज भिंड जिले के सैकड़ों किसान, किसान संघर्ष समिति के बैनर तले रैली निकालकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे और कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा.
किसानों का दर्द
किसानों का कहना है कि अब तक सर्वे नहीं हुआ है, जो मुआवजा मिलने में देरी होगी इसके अलावा जितना नुकसान हुआ है. सरकारी रेट पर लगाया जाएगा तो उनके नुकसान की भरपाई नहीं हो पाएगी. किसान संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष संजीव बरुआ ने कहा है कि उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि किसानों के लिए अलग से मुआवजा पैकेज बनाया जाए. जिसमें कम से कम 5 हजार प्रति बीघा के हिसाब से रेट तय किया जाए. जिससे किसान को नुकसान के हिसाब से कुछ राहत मिल सके.
होगा उग्र आंदोलन
किसानों ने मांग की है कि वह किसी से भीख नहीं मांग रहे हैं. वह सिर्फ अपना अधिकार और अपना हक मांग रहे हैं. पिछले बोनस और ओलावृष्टि से नुकसान का मुआवजा अगर जल प्रशासन किसानों को नहीं दिलाएगा तो एक बड़ा आंदोलन होगा. जिसका जिम्मेदार केंद्र और प्रदेश की सरकारें और जिला प्रशासन को माना जाएगा.