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दबंगों के कहर से भूखों मरने की कगार पर किसान का परिवार, न्याय के लिए लगा रहा गुहार

भिंड। देश का पेट भरने वाला अन्नदाता आज खुद दाने-दाने को मोहताज है. कभी प्रकृति की मार, तो कभी पूंजीपति का कर्ज चुकाने की मार, कभी सरकार की आर्थिक नीतियों की मार... और रही सही दंबगों ने पूरी कर दी.

Farmers family on the verge of dying of hunger
भूखों मरने की कगार पर किसान का परिवार
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Published : Dec 1, 2019, 3:34 PM IST

Updated : Dec 1, 2019, 7:40 PM IST

भिंड। देश का पेट भरने वाला अन्नदाता आज खुद दाने-दाने को मोहताज है. कभी प्रकृति की मार, तो कभी पूंजीपति का कर्ज चुकाने की मार, कभी सरकार की आर्थिक नीतियों की मार... और रही सही दंबगों ने पूरी कर दी. अन्नदाता जो महीने भर खून-पसीना बहाकर फसल तैयार करता है. परिवार का पेट पालने की कोशिश करता है. लेकिन दंबगों के कहर ने उसे भूखा मरने की कगार पर ला दिया है.

भूखों मरने की कगार पर किसान का परिवार

पीड़ित परिवार भूखा मरने की कगार पर

पीड़ित परिवार ने बताया 3 महीने पहले आरोपी दबंगों ने उनके गांव में एक अन्य खेत पर कब्जा करते हुए फसल बोवनी की कोशिश की थी. जिस पर उन्हें रोका तो दूसरे खेत में खड़ी तीन बीघा जमीन पर बाजरा की पूरी फसल रातों रात काट ली. नतीजा पीड़ित परिवार के आगे अब भूखा मरने की नौबत आ गई है.

पुलिस ने नहीं लिखी रिपोर्ट


दबंगों से पीड़ित परिवार ने पुलिस थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस ने दबंगों का सहयोग करते हुए कोई रिपोर्ट नहीं लिखी. साथ ही उनके कहने पर गाली गलौज करते हुए दुत्कार कर थाने से भगा दिया. जिसके बाद कई बार एसपी से लेकर कलेक्टर तक को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन अब तक न तो कोई कार्रवाई हुई. वहीं जब इस मामले पर पुलिस से बात की गई तो अधिकारी मामले पर लीपापोती करते नजर आए.


वहीं जब इस मामले में पुलिस की लापरवाही और किसान की समस्या को लेकर विधायक संजीव सिंह कुशवाह से भी बात की तो उन्होंने कहा कि जल्द ही पीड़ित किसान को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. ऐसे में अब सवाल उठता है कि समाज के असहाय और मजबूर लोगों की मदद के लिए बनाया गया पुलिस विभाग ही दबंगों का साथ देने लगे तो न्याय की उम्मीद कैसे लगाई जाए.

भिंड। देश का पेट भरने वाला अन्नदाता आज खुद दाने-दाने को मोहताज है. कभी प्रकृति की मार, तो कभी पूंजीपति का कर्ज चुकाने की मार, कभी सरकार की आर्थिक नीतियों की मार... और रही सही दंबगों ने पूरी कर दी. अन्नदाता जो महीने भर खून-पसीना बहाकर फसल तैयार करता है. परिवार का पेट पालने की कोशिश करता है. लेकिन दंबगों के कहर ने उसे भूखा मरने की कगार पर ला दिया है.

भूखों मरने की कगार पर किसान का परिवार

पीड़ित परिवार भूखा मरने की कगार पर

पीड़ित परिवार ने बताया 3 महीने पहले आरोपी दबंगों ने उनके गांव में एक अन्य खेत पर कब्जा करते हुए फसल बोवनी की कोशिश की थी. जिस पर उन्हें रोका तो दूसरे खेत में खड़ी तीन बीघा जमीन पर बाजरा की पूरी फसल रातों रात काट ली. नतीजा पीड़ित परिवार के आगे अब भूखा मरने की नौबत आ गई है.

पुलिस ने नहीं लिखी रिपोर्ट


दबंगों से पीड़ित परिवार ने पुलिस थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस ने दबंगों का सहयोग करते हुए कोई रिपोर्ट नहीं लिखी. साथ ही उनके कहने पर गाली गलौज करते हुए दुत्कार कर थाने से भगा दिया. जिसके बाद कई बार एसपी से लेकर कलेक्टर तक को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन अब तक न तो कोई कार्रवाई हुई. वहीं जब इस मामले पर पुलिस से बात की गई तो अधिकारी मामले पर लीपापोती करते नजर आए.


वहीं जब इस मामले में पुलिस की लापरवाही और किसान की समस्या को लेकर विधायक संजीव सिंह कुशवाह से भी बात की तो उन्होंने कहा कि जल्द ही पीड़ित किसान को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. ऐसे में अब सवाल उठता है कि समाज के असहाय और मजबूर लोगों की मदद के लिए बनाया गया पुलिस विभाग ही दबंगों का साथ देने लगे तो न्याय की उम्मीद कैसे लगाई जाए.

Intro:एक किसान 4 महीने तक खून पसीने से सींचा फसल तैयार करता है लेकिन उस फसल को कोई और हत्या ले तो क्या कहेंगे भिंड के उम्र इलाके में ऐसा ही मामला सामने आया है जहां एक परिवार दबंगों का शिकार हो गया है और इस पीड़ित परिवार की मदद के लिए कोई आगे नहीं आया न पुलिस ने प्रशासन और खौफ के साए में आज पीड़ित किसान परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है


Body:अन्नदाता जो महीना मेहनत कर खेत में मजदूरी कर खून पसीना एक कर फसल तैयार करता है अपना परिवार का पेट पालने की कोशिश करता है ऐसे ही एक गरीब किसान परिवार पर इन दिनों दबंगों का कहर बरस रहा है मामला उमरी क्षेत्र के बिलाव गांव का है जहां रहने वाली रामादेवी राजावत के खेत में 3 बीघा जमीन पर लगी बाजरा की फसल पास के ही गांव के कुछ दबंग काट ले गए इतना ही नहीं घर के बुजुर्गों और रामा देवी के पति के साथ भी मारपीट की

पीड़ित परिवार ने बताया 3 महीने पहले आरोपी दबंगों ने उनके गांव में एक अन्य खेत पर कब्जा करते हुए फसल बोवनी की कोशिश की थी जिस पर उन्हें रोका तो दूसरे खेत में खड़ी तीन बीघा जमीन पर बाजरा की पूरी फसल रात और रात काट ले गए आज पीड़ित परिवार के आगे भूखों मरने की नौबत आ गई है

दबंगों से पीड़ित परिवार ने सबसे पहले उमरी पुलिस थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई लेकिन पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस ने दबंगों का सहयोग करते हुए कोई रिपोर्ट नहीं लिखी साथ ही उनके कहने पर गाली गलौज करते हुए दुत्कार कर थाने से भगा दिया उसके बाद कई बार एसपी से लेकर कलेक्टर तक को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई लेकिन अब तक न तो कोई कार्रवाई हुई ना ही सुनवाई पीड़ितों ने पुलिस पर रिश्वत लेकर दबंगों का साथ देने का आरोप भी लगाया है

मामले को लेकर जब उमरी पुलिस से बात की गई तो थाने के दीवान और जांच अधिकारी तिलक सिंह से बात करने की कोशिश की तो वह मामले पर लीपापोती करते नजर आए उनका कहना था कि जब शिकायत आई तो वह एसआई चौहान के साथ मौके पर गए थे लेकिन वहां ऐसा कुछ था ही नहीं खेत में पूरी फसल खड़ी हुई थी जब उनसे पूछा गया कि दबंगों पर क्या कार्रवाई हुई तो दीवान का जवाब था कि दबंगों पर क्या कार्रवाई होना जिसमें उनकी कोई गलती ही नहीं है वही पीड़ित परिवार को लेकर के कहा क्यों ऐसा ही परिवार है उनके घर में कोई सलाहकार नहीं है जाने कैसे लोग हैं

उमरी पुलिस की कार्यप्रणाली और पीड़ित किसान परिवार की समस्या को लेकर ईटीवी भारत ने भिंड विधायक संजीव सिंह कुशवाह से भी बात की तो उन्होंने बताया कि अब तक उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं थी वे जल्द ही पीड़ित किसान को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे वही भिंड की बिगड़ी पुलिसिंग व्यवस्था को लेकर के कहा कि इन दिनों हालात यह हैं कि कुछ दिनों पहले ही एक मामले में उन्हें धरने पर बैठना पड़ा था हालांकि पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से बात हुई है और जल्द ही सुरक्षा व्यवस्था में सुधार के साथ ही लंबित मामलों को जल्द निपटाया जाएगा



Conclusion:समाज के असहाय और मजबूर लोगों की मदद के लिए बनाया गया पुलिस विभाग ही दबंगों का साथ देने लगे तो न्याय की उम्मीद कैसे लगाई जाए इस पूरे मामले में भिंड में पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं क्योंकि लगातार शिकायत के बाद भी खौफ से पीड़ित किसान परिवार की मदद की बजाय उमरी पुलिस पर दबंगों का संरक्षण देने के आरोप लग रहे हैं

बाइट- अनिल सिंह राजावत, पीड़ित किसान
बाइट- रामादेवी, पीड़ित महिला किसान
बाइट- तिलक सिंह, दीवान, थाना ऊमरी
बाइट- संजीव सिंह कुशवाह, स्थानीय विधायक


नोट- इस खबर पर अच्छा पैकेज तैयार किया जा सकता है खबर के लिए करीब 4 मिनट के रॉ विसुअल और संबंधित बाइट अटैच की हैं।
Last Updated : Dec 1, 2019, 7:40 PM IST
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