भिंड। मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह इन दिनों अपने विधानसभा क्षेत्र लहार में हैं. इस दौरान पंचायत और नगरीय निकाय चुनावों को लेकर ईटीवी भारत ने उनसे बात की. एक तरफ जहां डॉ.गोविंद सिंह ने भिंड समेत प्रदेश के अन्य जिलों में जारी चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाए, तो वहीं प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान को चुनावी ज्योतिष बताते हुए उनपर तंज कसा है.
गोविंद सिंह का एमपी सरकार पर वार: नगरीय निकाय चुनाव के प्रथम चरण में भिंड में कई निकायों के चुनाव हुए. कई जगह से मतदाताओं को मतपर्ची के अभाव में वोट देने में परेशानी की शिकायतें भी सामने आई. इसको लेकर जब गोविंद से पूछा गया कि चुनाव की स्थिति क्या है. इसपर उन्होंने कहा कि यहां के कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी और लहार के एसडीएम मिलकर साजिश के तहत दबाव डालकर परेशानियां खड़ी कर मतदाताओं को वोट देने से वंचित कर रहे हैं.
मताधिकार से वंचित ग्रामीण: डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि सबसे पहला सवाल तो उन शासकीय कर्मचारियों का है जिनकी ड्यूटी निर्वाचन कार्य में लगाई गई है. उनको न तो समान दिया गया और न ही पूर्व से दिए जाने वाले मतपत्र उपलब्ध कराए गए. इससे वे अपनी इच्छा से वोट दे पाते. उन्हें सीधा उनके मताधिकार से वंचित कर दिया गया है. मंगलवार शाम तक कई ऐसे कर्मचारियों ने फोन पर मुझसे शिकायत की कि उन्हें मतपत्र नहीं दिए जा रहे हैं. वोट के अधिकार से वंचित किया जा रहा है. उसके बाद मैंने लहार और आलमपुर के अधिकारियों से बात भी की फिर भी उसका कोई नतीजा नहीं निकला. लहार के एक पुलिस अधिकारी से बात करने पर उनका कहना था कि लहार एसडीएम द्वारा उन्हें रोका गया है कि बिना आधार और वोटर कार्ड के मतदान नहीं करने दिया जाए. उन्होंने सावाल उठाया कि जब मतदान केंद्र पर बैठे पोलिंग एजेंटों को परेशानी नहीं है तो निर्वाचन अधिकारियों को क्यों परेशानी है.
सीएम शिवराज पर डॉ.गोविंद का तंज: नगरीय निकाय चुनाव को लेकर भोपाल में सीएम शिवराज ने एक बयान दिया था. उनका कहना है कि "हम पहले भी शिखर पर थे इस बार भी शिखर पर रहेंगे." इसको लेकर एमपी विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने शिवराज पर तंज कसते हुए कहा कि, शायद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ज्योतिष का ज्ञान कहीं से प्राप्त कर आए हैं. वह ज्ञान उनको ही रहे, अच्छा लगे, विद्वान बने वह उस ज्योतिष में, लेकिन गोविंद सिंह को इतना ज्योतिष का ज्ञान नहीं है, इसलिए आगे होने वाले भविष्य की घोषणा गोविंद सिंह नहीं कर सकते.
कानून व्यवस्था को ध्वस्त बताया: नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी निशाना साधा है, उन्होंने कानून व्यवस्था को ध्वस्त बताते हुए कहा कि यहां के कई नियम, संविधान और मध्य प्रदेश सरकार के कानून नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. इसके लिए मुख्य सहयोगी भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ता हैं. जिला प्रशासन उनके दबाव में बेरहमी से विपक्षी दलों के लोगों को कुचल रहा है.