भिंड। एक आपराधिक मामले में बिजली विभाग के एई की गिरफ्तारी के बाद आज बिजली कर्मचारियों ने रैली निकालते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर धरना प्रदर्शन और नारेबाजी की. साथ ही कलेक्टर के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए एई को रिहा करने के साथ ही मामले में दोषी आरोपियों को गिरफ्तार करने और मामले में लिप्त पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है. और ऐसा नहीं होने पर 2 दिसंबर के दिन काम बंद करने की चेतावनी भी दी है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल भिंड बिजली विभाग के आईटीआई जोन पर पदस्थ सहायक यंत्री नरेंद्र तरवरिया से कुछ समय पहले कार्यालय में आए कुछ लोगों ने मारपीट की थी, उसके कुछ समय बाद उसी मामले से जोड़ते हुए एक अन्य कर्मचारी के साथ भी मारपीट की गई, दोनों ही मामलों में पुलिस में एफआईआर कराई गई थी, शनिवार को सहायक यंत्री नरेंद्र तरवरिया का किसी से विवाद हुआ जिसकी लिए वे शहर कोतवाली पहुंचे थे, लेकिन वहां उल्टा उन्हीं के खिलाफ एक FIR करके उनकी गिरफ्तारी कर ली गई, और रविवार सुबह उन्हें जेल भेज दिया गया था, जिसके बाद बिजली विभाग के कर्मचारी अब आंदोलन का ऐलान कर चुके हैं.
बिजली कर्मचारियों ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव
सहायक यंत्री नरेंद्र तरवरिया की गिरफ्तारी से आहत बिजली कर्मचारियों ने मंगलवार को भिंड कलेक्ट्रेट का घेराव किया सिटी कोतवाली से लेकर कलेक्ट्रेट तक नारेबाजी करते हुए सैकड़ों कर्मचारी कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर से मिलने और उन्हें ज्ञापन सौंपने की बात पर अड़ गए, लेकिन मौके पर कलेक्टर के मौजूद न होने पर उन्होंने वहीं बैठ कर धरना प्रदर्शन और नारेबाजी शुरू कर दी. जिसके बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम ने प्रदर्शनकारी कर्मचारियों को शांत कराया और उनसे ज्ञापन लेकर उनकी बात ऊपर तक पहुंचाने का आश्वासन दिया.
बिजली कर्मचारियों की मांग
बिजली विभाग के कर्मचारियों ने ज्ञापन सौंपकर यह मांग की है कि उनके पीड़ित सहायक यंत्री को जल्द से जल्द रिहा किया जाए, साथ ही पहले मारपीट के लिए दर्ज कराए गए. दोनों मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी कराई जाए साथ ही गलत तरीके से कार्रवाई करने के लिए और सहायक यंत्री नरेंद्र तरवरिया को प्रताड़ित करने की वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
काम बंद कर आंदोलन की चेतावनी
प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट में साफ चेतावनी दी है कि यदि 24 घंटे के अंदर सहायक यंत्री को छोड़ने समेत सभी मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो बुधवार को कर्मचारी भिंड की लाइट बंद कर देंगे, और सभी कर्मचारी बिजली समस्या से जुड़ी किसी भी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं करेंगे, और एक योजनाबद्ध तरीके से प्रशासन के और पुलिस के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा .
बिजली कर्मचारियों द्वारा आंदोलन की घोषणा करने के बाद से ही प्रशासन सकते में है, हालांकि अब तक किसी कार्रवाई की कोई बात सामने नहीं आई है, लेकिन यदि बिजली कर्मचारी हड़ताल पर जाते हैं, तो इस से भिंड की बिजली व्यवस्था बहुत प्रभावित होने वाली है, क्योंकि कई जगह फॉल्ट बिजली के तार टूटने जैसी समस्याएं आती हैं, ऐसे में अगर कर्मचारी काम पर नहीं होंगे, तो पूरी व्यवस्था ठप हो जाएगी, और इसका खामियाजा भिंड शहर के निवासियों को भुगतना पड़ेगा.