भिंड। प्रदेश के अस्पतालों की स्वास्थ्य सेवाओं पर अक्सर सवाल खड़े होते हैं. कई बार अस्पतालों में मरीजों के साथ गंदा सुलूक करने के मामले सामने आ चुके हैं. भिंड शहर के अमित यादव के रिश्तेदार ज़िला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हुए थे. अमित यादव ने आरोप लगाया कि वह रात में अपने बहन और जीजा के साथ जिला अस्पताल पहुँचे तो मौके पर कोई डॉक्टर नहीं मिला. स्टाफ नर्स ने बताया कि रात में ड्यूटी पर बच्चों के वार्ड एसएनसीयू में पदस्थ डॉ. सुनील करसोरिया हैं. जब अमित की बहन ने उन्हें फोन कर बुलाना चाहा तो डॉ. करसोरिया ने अभद्रता करते हुए गालीगलौज कर दी.
अटेंडर से की गालीगलौज : इसके कुछ देर बाद अमित बाहर आए और डॉक्टर से मिले तो पता चला कि डॉक्टर नशे की हालत में हैं. नशे की हालत में डॉक्टर ने अमित से गालीगलौज की और इलाज करने से मना कर दिया. अमित ने बताया कि डॉक्टर साहब ने शराब पी रखी थी. नशे में उन्होंने मंत्री व विधायक के कहने पर भी इलाज ना करने की बात कही. इसके बाद पीड़ित परिजनों ने कैमरा शुरू कर डॉ. साहब से सवाल जवाब शुरू करते हुए उनके नशे में होने की बात कही तो डॉक्टर साहब उठकर भागने लगे.
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मरीज के परिजनों ने की शिकायत : इसके बाद मरीज के परिजनों ने जब शराब की पुष्टि के लिए खून की जाँच कराने की बात कही और उन्हें पकड़ कर ले जाने की कोशिश की तो डॉ. सुनील करसोरिया वहाँ से सीधा अस्पताल में बने एक शौचालय में जाकर छिप गए. यह पूरा घटनाक्रम मोबाइल के कैमरा में भी क़ैद हो गया. इस घटना के बाद शुक्रवार सुबह अमित यादव और मरीज के परिजन ज़िला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. अनिल गोयल से मिलने पहुँचे लेकिन उनसे मुलाक़ात ना हो पाने पर नोडल ऑफ़िसर डॉ. देवेश शर्मा को शिकायती आवेदन सौंपा. डॉ. देवेंद्र शर्मा ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी.