भिंड। ग्राम पंचायत हवीपुरा में इन दिनों चल रहे शासकीय स्कूल भवन के निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है. सर्व शिक्षा अभियान के तहत हवीपुरा गांव में 14 लाख 72 हजार रुपए की लागत से नया स्कूल भवन बनाने की स्वीकृती मिली है, लेकिन जब ईटीवी की टीम मौके पर पहुंची तो भ्रष्टाचार की पोल खुली. निर्माण कार्य में इस्तेमाल होने वाला मटेरियल बेहद घटिया किस्म का है, खासकर ईंट. निर्माण कार्य में ज्यादातर पुरानी ईंटें इस्तेमाल की जा रही हैं.
ग्रामीणों के मुताबिक निर्माण के लिए महज 4 हजार ईंट ही सरपंच ने मंगवाई थीं, लेकिन गवर्नमेंट पोर्टल पर जो बिल अपलोड है, उसमें करीब 22 हजार ईंट खरीदी बताए जा रहे हैं. जिसकी कीमत 1 लाख10 हजार दर्शाई गई है. वहीं मौके पर काम करने वाले कारीगरों का कहना है कि जो मटेरियल उपलब्ध कराया जा रहा है. उसी से बिल्डिंग तैयार हो रही है.
ईटीवी भारत ने जब मौके पर पहुंचकर देखा तो निर्माणाधीन बिल्डिंग के पीछे एक मजदूर पुरानी ईंटों से सीमेंट हटाकर उन्हें लगाने के लिए इकट्ठा करता नजर आया.
सचिव के बयान से हुई घोटाले की पुष्टि
घोटाले का खुलासा इस बात से भी हुआ जब ग्राम सचिव सोबरन सिंह से बात करने पर उन्होनें बताया कि निर्माण कार्य के लिए ईंट गोहद से खरीदी गई हैं, जबकि पंचायतों के लिए बनाए पोर्टल पंच परमेश्वर पर अपलोड बिल में मालनपुर की एक फर्म का नाम है, जहां से लगातार मटेरियल खरीदने के लिए कई बिल लगाए गए हैं. ऐसे में ग्राम सचिव का बयान और पोर्टल पर दर्ज जानकारी में फर्क साफ पता चल रहा है.
जनपद सीईओ बोले कराएंगे जांच
इस पूरे मामले में जनपद सीईओ नवल किशोर पाठक से बात की तो पहले तो वे कैमरे पर कुछ भी बोलने से बचते रहे, लेकिन जब उन्हें निर्माण स्थल के वीडियो फुटेज दिखाए गए तो उन्होंने जल्द मामले की जांच का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि उपयंत्री भेजकर कार्य की गुणवत्ता के आधार पर मूल्यांकन कराने और सही नहीं मिलने पर काम निरस्त कराने की बात कही है.