भिण्ड। मध्यप्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग में बाढ़ से हुई बर्बादी के बाद अब माननीयों का प्रभावित क्षेत्रों में दौरे का सिलसिला जारी है, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह लहार के पर्राइच पहुंच बाढ़ प्रभावितों का हाल जाना. वहीं शिवराज सरकार (Shivraj Government) को इन हालातों के लिए दोषी ठहराया है, इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) के विभाजन विभीषिका (Partition Horrors Remembrance Day) पर किए ट्वीट को लेकर पीएम और भाजपा पर तीखा हमला किया है.
-
देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी। उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है।
— Narendra Modi (@narendramodi) August 14, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी। उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है।
— Narendra Modi (@narendramodi) August 14, 2021देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी। उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है।
— Narendra Modi (@narendramodi) August 14, 2021
विभीषिका स्मृति दिवस की घोषणा पर तंज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभाजन के वक्त हुए नरसंहार को याद करते हुए 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस (Vibhishika Memorial Day) मनाने की घोषणा की थी, इस बावत किए गए उनके ट्वीट पर राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री (Prime Minister) की राजनीति पूरी तरह विभाजन पर ही निर्भर है, इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री और बीजेपी की तुलना अंग्रेजों से भी कर दी है. उन्होंने विभाजन की राजनीति का सूत्रधार दामोदर वीर सावरकर (Veer Savarkar) और जिन्ना को बताया है. एक बार फिर जिन्ना (Mohammad Ali Zinna) को जिन्ना जी कहकर संबोधित किये हैं.
अल्पसंख्यक-अत्याचार और गोधरा का हवाला
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस (Partition Horrors Remembrance Day) मनाने पर उन्होंने पीएम को इतिहास पढ़ने की सलाह देते हुए कहा कि यह समझ लेना चाहिए कि जिस वीर सावरकर को आप मान मंडित करते हैं, विभाजन की नींव उन्होंने ही रखी थी. दिग्विजय सिंह (digvijay singh) ने एक बार फिर अल्पसंख्यक अत्याचार (Minority Torture) और गोधरा दंगे (Godhra Riots) का हवाला देते हुए कहा कि जब तक आप गोधरा दंगे और आपके कार्यकाल में हो रहे अल्पसंख्यक अत्याचार पर रोक नहीं लगाएंगे, तब तक आपका यह कथन सिर्फ कथन है क्योंकि भाजपा का हाल मुंह में राम बगल में छुरी वाला है, यही उनका दोहरा चरित्र है.
मन की बात सुन सुनकर पक गए कान
स्वतंत्रता दिवस के मुख्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लाल किले की प्राचीर से पंडित जवाहरलाल नेहरू (Pandit Jawaharlal Nehru) और सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) का नाम लेने पर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया, उन्होंने कहा कि वैसे तो मैं प्रधानमंत्री का भाषण सुनता ही नहीं हूं क्योंकि मन की बात सुन सुनकर कान पक गए हैं. वह बोले मोदी सिर्फ झूठ बोलते हैं, सच बोलना उन्हें आता नहीं.
प्रधानमंत्री की राजनीति पूरी तरह विभाजन पर ही निर्भर है, इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री और बीजेपी की तुलना अंग्रेजों से भी कर दी है. उन्होंने विभाजन की राजनीति का सूत्रधार दामोदर वीर सावरकर और जिन्ना को बताया है. एक बार फिर जिन्ना को जिन्ना जी कहकर संबोधित किये हैं. जिस विभाजन की राजनीति को सावरकर ने शुरू किया था, पहली बार हिंदुस्तान और पाकिस्तान को अलग करने का लेख लिखा था, उसे जिन्ना 'जी' ने आगे बढ़ाते हुए मुस्लिम लीग और हिंदू महासभा ने मिलकर अपनी सरकार भी बनाई, जिस मुस्लिम लीग ने विभाजन का प्रस्ताव पेश किया था, उसी के मुख्यमंत्री के नीचे श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने मंत्री के रूप में शपथ ली थी. विभाजन का स्मृति दिवस मनाने पर उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को इतिहास पढ़ने की सलाह देते हुए कहा कि विभाजन स्मृति दिवस मनाने वालों को यह समझ लेना चाहिए कि जिस वीर सावरकर को वह मान मंडित करते हैं, विभाजन की नींव उन्होंने ही रखी थी. दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर अल्पसंख्यक अत्याचार और गोधरा दंगे का हवाला देते हुए कहा कि जब तक आप गोधरा दंगे और आपके कार्यकाल में हो रहे अल्पसंख्यक अत्याचार पर रोक नहीं लगाएंगे, तब तक आपका यह कथन सिर्फ कथन है क्योंकि भाजपा का हाल मुंह में राम बगल में छुरी वाला है, यही उनका दोहरा चरित्र है.