भिंड। मध्य प्रदेश में चुनाव के बीच निर्वाचन आयोग से शिकायतों का दौर जारी है. हाल ही में कांग्रेस विधायक और नेता प्रतिपक्ष ने भिंड एसपी द्वारा चुनाव प्रभावित करने के लिए जिले में थाना प्रभारियों की जातिगत पोस्टिंग को लेकर हुई शिकायत के बाद पुलिस अधीक्षक का भिंड से तबादला किया गया था. वहीं अब अटेर से कांग्रेस प्रत्याशी हेमंत कटारे ने भी निर्वाचन आयोग से शिकायत करते हुए यहां से बीजेपी प्रत्याशी और प्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद द्वारा अटेर क्षेत्र में चुनाव को बीजेपी के पक्ष में प्रभावित करने के लिए अन्य ज़िलों से थानेदारों के ट्रांसफर कराने और उन्हें अपने विधानसभा क्षेत्र में पदस्थ करने का आरोप लगाया है.
मंत्री पर चुनाव के लिए अनुशंशा का आरोप: पूर्व विधायक हेमंत कटारे ने मंत्री अरविंद भदौरिया द्वारा इन पुलिस अधिकारियों की पोस्टिंग से संबंधित जारी किए गए अनुशासंसा पत्र की प्रतिया उपलब्ध करायी है. उन्होंने अपने शिकायत में क्षेत्र के अटेर और फूप थाना में पदस्थ थाना प्रभारियों को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग की है. हेमंत कटारे ने अपनी शिकायतों में पांच पुलिस अधिकारियों की पोस्टिंग के लिए अनुशंसा किए जाने का जिक्र किया है. इनमें पहले लेटर में चार पुलिसकर्मियों के तबादले भिंड जिले में कराये जाने की मांग की गई है. यह 27 सितंबर 2022 को लिखा गया है और इनमें से एक निरीक्षक रामनारायण सिंह भदौरिया वर्तमान में अटेर के फूप थाना प्रभारी के पद पर पदस्थ है.
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वहीं दूसरा और तीसरा पत्र इसी वर्ष निरीक्षक प्रशांत सिंह यादव की ग्वालियर से भिंड तलब्दला कराने की अनुशंसा का है. जो 13 मार्च 2023 और 9 मई 2023 को लिखा गया है. प्रशांत यादव भी वर्तमान में अटेर थाना प्रभारी के रूप में पदस्थ हैं. कांग्रेस प्रत्याशी ने इन दोनों पर ही चुनाव प्रभावित कराने की आशंका जाहिर करते हुए किसी अन्य जिले में ट्रांसफर करने की मांग की है.
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'चुनाव प्रभावित करना चाहते हैं मंत्री': हेमंत कटारे का कहना है कि "मंत्री भदौरिया ने चुनाव में बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिये योजनाबद्ध तरीके से इन अधिकारियों का तबादला कराया है. जिससे चुनाव के दौरान ये पुलिसकर्मी कांग्रेस के एजेंट्स को डराने धमकाने उन पर फर्जी मुकदमे दर्ज कर चुनाव को प्रभावित कर सकेंगे. इसलिए उनकी शिकायत की है. उन्होंने कहा कि उपचुनाव के दौरान भी मंत्री ने मेहगांव में ऐसा ही किया था. तब भी चुनाव आयोग से शिकायत के बाद वहां से तबादला किया गया था. अब वही एक बार फिर हो रहा है. उन्होंने कहा कि पांच निरीक्षकों के तबादले की अनुशंसा मंत्री ने की थी, लेकिन उनमें से एक ने अब तक जॉइन नहीं किया. इसलिए उसके संबंध में कोई शिकायत नहीं की है. अन्य चार को हटाने ले लिये शिकायत में लिखा है.