भिंड। भोपाल में कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद भारत तिब्बत सहयोग मंच ने इस पर सवाल उठाए हैं. युवा विभाग के प्रांताध्यक्ष अर्पित मुद्गल ने कहा कि लोकतंत्र के लिए शर्म की बात है कि आमजनों के मद्दों को उठाने वालों की आवाज को दबाने के लिए धारा 144 लगा दी जाती है, वहीं खुद के कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए सीएम ने धारा 144 को हटा दिया है. उन्होंने कहा ये संविधान की सार्वजनिक रुप से धज्जियां उड़ाना है.
मुद्गल ने कहा कि एक संवैधानिक पद पर बैठा हुआ व्यक्ति उसी संविधान की सार्वजनिक रुप से धज्जियां उड़ा रहा है, जिसकी शपथ लेकर वह सीएम की कुर्सी पर बैठा हो. उन्होंने कहा कि अपनी इस करतूत के बाद सीएम कमलनाथ मंत्री पद पर बने रहने के लायक नहीं रह गए है. उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए या फिर प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए.
अर्पित मुद्गल ने कहा कि सीएम कमलनाथ ने प्रदेश में सीएए कानून को लागू नहीं करने की बात कहकर संविधान की सत्ता को चुनौती दिया है.