भिंड। जिले के बरथरा गांव मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रहा है. भ्रष्टाचार गांव के विकास में रोड़ा बना हुआ है. जिसका खामियाजा गांव के ग्रामीणों को उठाना पड़ रहा है. गांव में आज ना तो अच्छी सड़कें हैं और न ही बिजली जैसी व्यवस्थाएं. गांव की इस हालत के लिए ग्रामीणों ने गांव के सरपंच और सचिव को जिम्मेदार ठहराया है तो वहीं मामले को लेकर अधिकारी भी रटे रटाया जवाब देते नजर आ रहे हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में बिजली विभाग ने कनेक्शन देकर मीटर तो लगा दिए लेकिन घरों तक बिजली पहुंचाना भूल गए. जिस कारण वे 200 रुपए प्रतिमाह देकर प्राइवेट बिजली खरीदने को मजबूर हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली विभाग बिना बिजली दिए हजारों के बिल थमाए जा रहा है. जिसकी शिकायक कई बार करने के बाद भी अधिकारी इन सब बातों को नकार रहे हैं.
ग्रामीणों ने गांव की महिला सरपंच और सचिव विकास कार्यों में मिली भगत कर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है. गांव वालों का कहना है कि सरपंच उनकी समस्याएं जानने के लिए आते तक नहीं है. वही हाल ही में 2 महीने पहले बनवाई गई सीसी रोड घटिया निर्माण सामग्री के चलते उखड़ना शुरू हो गई है. वहीं इस मामले में ग्रामीणों ने जिला पंचायत सीईओ से भी शिकायत की है. लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.