भिंड। इस साल का अंतिम चंद्रग्रहण 8 नवंबर मंगलवार को पड़ रहा है. चंद्रग्रहण भरणी नक्षत्र मेष राशि में हो रहा है, और सूतक चंद्रग्रहण शुरू होने के 8 घंटे पहले से प्रारंभ हो जाएगा. ग्रहण का संबंध ज्योतिषशास्त्र में बहुत अहम माना जाता है (Chandra Grahan 2022). ज्योतिषाचार्य की मानें तो इस बार का चंद्रग्रहण कई राशियों के लिए हानिकारक है, इसलिए उन्हें बहुत ही सावधान रहना होगा. वहीं कुछ राशियों के लिए ये चंद्रग्रहण फायदेमंद भी साबित हो सकता है. इस बार राशियों पर ग्रहण का प्रभाव करीब 15 दिनों से एक महीने तक रहेगा. जानिए किन राशियों पर ग्रहण का क्या प्रभाव होने जा रहा है.
मेष: मेष राशि में ही चंद्र ग्रहण पड़ने जा रहा है. इसी वजह से सबसे ज्यादा प्रभाव भी इसी राशि पर होगा. इस राशि के जातक अगले 15 दिन से एक महीने तक अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और दुर्घटनाओं से बचें. आपका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है. आपके साथ दुर्घटना घट सकती है. करियर से संबंधित अगर फैसला ले रहे हों तो बहुत सोच समझ कर ही करियर में परिवर्तन के बारे में सोचें. इस समय करियर के मामले में रिस्क लेना बुरा हो सकता है, जो आपके लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है.
उपाय: ग्रहण समाप्ति के बाद किसी गरीब को चावल का दान करें, इससे ग्रहण का दुष्प्रभाव आप पर नहीं पड़ेगा.
वृषभ: इस राशि पर भी ग्रहण का असर पड़ेगा. वृषभ राशि के 12वें घर में यह ग्रहण लगेगा. इस राशि के जातकों के करियर में बदलाव हो सकता है. ये बदलाव आपके लिए अच्छा हो इसकी संभावना कम है. करियर में बदलाव को लेकर सतर्क रहें, परेशानियां खड़ी हो सकती है. वृषभ राशि के जातकों पर ग्रहण का सबसे ज्यादा असर मानसिक स्थिति को लेकर होगा. इस समय मानसिक परेशानी भी बढ़ सकती है, डिप्रेशन का ध्यान रखें. बेवजह तनाव और क्लेश हो सकते हैं. मन को मजबूत रखें.
उपाय: ग्रहण समाप्ति के बाद श्रद्धानुसार किसी निर्धन को चीनी का दान करें. इस उपाय से ग्रहण के दुष्प्रभाव से काफी हद तक रक्षा होगी.
मिथुन: इस राशि के जातकों के लिए चंद्र ग्रहण का प्रभाव शुभ रहेगा. अगले 15 दिन से एक महीने में रुके हुए काम पूरे होंगे. करियर में लाभ होगा, करियर से जुड़ी मुश्किलें दूर होंगी. मिथुन राशि में शनि की ढैया उत्तर रही है, इसलिए दुश्मन और विरोधी बहुत हैं जो आने वाले दिनों में परास्त होंगे, तनाव समाप्त होगा.
उपाय: ग्रहण समाप्त होने के बाद भोलेनाथ पर जल चढ़ायें. थोड़ी देर उपासना करें. ‘ओम् नमः शिवाय’ मंत्रा का जाप करें. भगवान शिव से कृपा की प्रार्थना करें. इस उपाय से ग्रहण के प्रभाव और भी ज्यादा शुभ होंगे.
कर्क: चंद्रमा कर्क राशि का स्वामी है, इसलिए चंद्र पर होने वाला कोई भी बदलाव या प्रभाव सबसे ज्यादा कर्क राशि को ही प्रभावित करता है. अगले एक माह में करियर से जुड़े बड़े परिवर्तन हो सकते हैं. नौकरी बदलने का संयोग बन सकता है. नौकरी बदलने के अवसर प्राप्त हो सकते हैं. स्थान या करियर भी बदल सकता है, लेकिन इस राशि के जातक अपने संबंधों और रिश्तों का ध्यान रखें. रिश्तों में दूरियां आ सकती है. रिलेशनशिप बिगड़ सकते हैं. प्रेम और विवाह के मामले कठिन हो सकते हैं, सावधानी बरतें.
उपाय: ग्रहण के बाद किसी निर्धन को दूध का दान करें, इससे चंद्र ग्रहण का दुष्प्रभाव आप पर नहीं पड़ेगा.
सिंह: इस राशि का स्वामी सूर्य है. ग्रहण चंद्र और सूर्य के संबंधों की वजह से ही लगते हैं. सिंह राशि पर भी ग्रहण का दुष्प्रभाव रहेगा. अगले एक महीने तक सेहत को लेकर सावधान रहें, स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है. बेवजह दुर्घटनाओं के शिकार हो सकते हैं. मुकदमा या विवादों से दूर रहें. कोर्ट केस होने की सम्भावना है. मुश्किलें बढ़ सकती है.
उपाय: ग्रहण के समाप्त होने पर किसी निर्धन को किसी भी मात्रा में चावल का दान करें. ये उपाय ग्रहण के दुष्प्रभाव से काफी हद तक बचाएगा.
कन्या: राशि के जातकों पर भी ग्रहण का दुष्प्रभाव रहेगा. बड़ी दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं. स्वास्थ्य समस्या भी परेशान कर सकती है. बुखार, पेट में दर्द, आंखों में समस्या हो तो इसे टालें नहीं. टालना आपके लिए गंभीर समस्या बन सकती है. करियर में लापरवाही भारी पड़ सकती है. अपने काम को टालना, गंभीरता से ना लेना नौकरी हाथ से जा सकती है या व्यापार में भारी नुकसान हो सकते हैं.
उपाय: ग्रहण खत्म होने के बाद पानी वाला नारियल को सिर पर तीन या पांच बार उसार कर बहते जल में प्रवाहित करें. ऐसा करने से ग्रहण के दुष्प्रभाव आपके ऊपर नहीं पड़ेंगे. आप ग्रहण के दुष्प्रभावों से काफी हद तक बचे रहेंगे.
तुला: ग्रहण का सबसे ज्यादा प्रभाव चार राशियों पर पड़ेगा, जिसमें तुला राशि भी शामिल है. इस राशि के जातक अपने वैवाहिक जीवन का ध्यान रखें. वैवाहिक जीवन में दिक्कतें आ सकती हैं, सतर्क रहें. पेट संबंधी समस्या या डाइजेशन की समस्या हो सकती है. बेवजह बदनामी के शिकार हो सकते हैं, इससे बचें.
उपाय: वैवाहिक जीवन वाले व्यक्ति इस बात का ध्यान रखें कि अगर पूर्व से कोई समस्या चली आ रही हो तो अगले एक से सवा महीने तक शांति बनाए रखनी होगी. अन्यथा मामला बिगड़ सकता है. साथ ही ग्रहण के बाद किसी निर्धन को चीनी का दान करें. ये ग्रहण के दुष्प्रभावों को कम करेगा.
वृश्चिक: मिथुन की तरह ही वृश्चिक राशि के लिए भी ग्रहण का प्रभाव बहुत अच्छा है. इस राशि के जातकों को अगले एक महीने तक करियर में आकस्मिक सफलता मिल सकती है. रुके हुए काम बन सकते हैं. जीवन में आ रही अड़चने दूर होंगी.
उपाय: ग्रहण समाप्ति के बाद भगवान शिव की उपासना करें. उनसे कृपा की प्रार्थना करें कि, आपके जीवन में इस ग्रहण के प्रभाव शुभ हों.
धनु: इस राशि पर ग्रहण का प्रभाव थोड़ा ज्यादा है. धनु पर शनि की साढ़ेसाती उतर रही है. इससे इस राशि के जातकों पर बदनामी और विवादों की सम्भावना बन सकती है, सावधान रहें. संतान पक्ष पर ध्यान देना जरूरी होगा. संतान को लेकर अपने मन में चिंता हो सकती है, संतान प्राप्ति, संतान के करियर, जीवन या स्वभाव को लेकर दिक्कतें हो सकती है. संतान पक्ष को लेकर किसी भी लापरवाही से बचें.
उपाय: ग्रहण के समाप्त होने पर किसी निर्धन को किसी भी मात्रा में चावल का दान करें, ये उपाय ग्रहण के दुष्प्रभाव नहीं होंगे.
मकर: इस राशि के चौथे घर में चन्द्र ग्रहण लगेगा. इसका सबसे ज्यादा असर मकर राशि के लोगों के घर की महिला पक्ष को प्रभावित करेगा. आपकी मां, पत्नी, बेटी या बहन को स्वास्थ्य की समस्या हो सकती है. उनके स्वास्थ्य में सावधानी बरतें. खासकर आपकी माता और पत्नी इससे प्रभावित हो सकती हैं. उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखें, लापरवाही से बचें. करियर के संबंध में परेशानी हो सकती है. कोई भी ऐसा निर्णय या रिस्क लेने से बचें जिससे आपकी नौकरी चली जाए. करियर या व्यापार में संकट हो सकता है सतर्क रहें.
उपाय: ग्रहण समाप्त होने के बाद निर्धन व्यक्ति को दूध का दान आपको ग्रहण के दुष्प्रभाव से दूर रखेगा.
कुम्भ: मिथुन और वृश्चिक राशि की तरह ही कुम्भ राशि के लिए भी यह ग्रहण शुभ है. करियर में सफलता का योग बन रहा है. हाल ही में दी गई परीक्षा में सफलता मिलेगी. करियर में रुकी हुई तरक्की मिल सकती है. करियर के मामले में शिक्षा प्रतियोगिता के मामले में थोड़ी मेहनत आपको सफलता दिलाएगी. धन दम्पति का लाभ भी हो सकता है. धन की प्राप्ति होगी, यदि प्रॉपर्टी खरीद या बेच रहे हैं तो उसका लाभ भी मिलेगा.
उपाय: ग्रहण समाप्ति के बाद भगवान शिव की उपासना करें. उनसे कृपा की प्रार्थना करें कि आपके जीवन में इस ग्रहण के प्रभाव शुभ हों.
मीन: धन संबंधी मामलों लेनदेन में अब विशेष सावधानी रखें. डाइजेशन बिगड़ सकता है या पेट संबंधी समस्या बढ़ सकती है. कारोबार, व्यापार में परेशानी आ सकती है सतर्क रहें.
उपाय: ग्रहण समाप्त होने के बाद निर्धन व्यक्ति को दूध का दान आपको ग्रहण के ज्यादातर दुष्प्रभाव आपको परेशान नहीं करेंगे.
Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी ज्योतिष के विभिन्न माध्यमों द्वारा जुटाई गई है. ईटीवी भारत इस जानकारी के पूर्ण सत्य होने की पुष्टि नहीं करता है.