भिंड। भिंड दतिया संसदीय क्षेत्र की सांसद संध्या राय को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. यही नहीं उनपर उनकी ही पार्टी के जनपद सदस्य ने गंभीर आरोप लगाए है. दरअसल शाम के समय व्यक्तिगत दौरे पर भ्रमण करने आई सांसद को अपने ही पार्टी के जमीनी कार्यकर्ता और जनपद सदस्य नारायण बघेल की नाराजगी का सामना करना पड़ा.
जनप्रतिनिधि को इसलिए चुना जाता है कि जब लोगों के सामने कोई समस्या आए तो वो उनके बीच नजर आए,लेकिन जीतने के बाद जब वो अपने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने लगता है तो उसके खिलाफ विरोध के स्वर मुखर होने लगते हैं. ऐसा ही नजारा भिंड जिले के दबोह कस्बे में देखने को मिला. जहां व्यक्तिगत दौरे पर आयी भिंड दतिया सांसद संध्या राय को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा.
बीजेपी के ही कार्यकर्ताओं ने लगाए आरोप
जनपद सदस्य नारायण बघेल का कहना है कि कांग्रेस सरकार में जब दबोह नगर की बेतरतीब तुड़ाई हो रही थी तब वे न कार्यकर्ताओं की मदद करने आई और ना ही उन्होंने किसी के फोन उठाएं. बघेल ने पीड़ा जाहिर करते भरपूर मदद करने की बात को भी याद दिलाया और बोले जब आप यहां वोट मांगने आई थी. तब आपको कोई नहीं जानता था. लेकिन हमने तब भी मदद की, वह लगातार कार्यकर्ताओं की अनदेखी से हो रही है. भिंड दतिया सांसद संध्या राय मुरैना जिले की रहने वाली है. भाजपा ने पूर्व सांसद भागीरथ प्रसाद का टिकिट काटकर संध्या राय को टिकिट दिया था. उन पर पहले भी क्षेत्र में न रहने के आरोप लगते रहे है.