भिंड। विधानसभा से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रवि सेन जैन का गुरुवार शाम अचानक फोन स्विच ऑफ होने के बाद जैन समाज में अफवाह फैली कि उनका अपहरण हो गया है. अफवाह के चलते समाजवादी पार्टी और जैन समाज के लोगों ने बड़ी तादाद में शहर कोतवाली पहुंच गए और थाने का घेराव कर रवि सेन जैन को खोजने का पुलिस पर दवाव बनाया.
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक असित यादव, यूपी पुलिस अधीक्षक संजीव पाठक सहित जिले के आला पुलिस अधिकारी शहर कोतवाली में बैठकर मामले की समीक्षा करते रहे, फिर कुछ घंटों बाद अचानक देर रात समाजवादी प्रत्याशी रवि सेन जैन थाने पर प्रकट हुए और उन्होंने चुनाव से दूरी बनाने की बात भी कही. साथ ही उन्होंने कहा कि ना तो वे अब चुनाव में बैठे हैं और ना ही किसी को समर्थन दिया है, इस तरह गोल-गोल जवाब देते हुए वह वहां से निकल गए.
समय निकल जाने से नामांकन नहीं हो सका वापिस: सूत्रों की माने तो रवि जैन दिनभर भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं के संपर्क में रहे थे, लेकिन समय निकल जाने के चलते नामांकन वापस नहीं ले सके. बताया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने किसी बड़े पद को नवाजने के आश्वासन पर चुनाव से बाहर हुए हैं. हालांकि इस मामले को लेकर बीजेपी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और भिंड विधानसभा के प्रत्याशी नरेंद्र कुशवाह का कहना है कि रवि सेन जैन पार्टी के सीनियर लीडर हैं, चुनाव में टिकट के लाए दावेदार होते हैं लेकिन उम्मीदवार एक ही बन पाता है. वे नाराज थे, लेकिन अब उन्होंने घर वापसी(बीजेपी में) कर ली है.
सपा ने लगाया धोखाधड़ी का आरोप, पुलिस ने जैन समेत 5 पर की FIR: वहीं शहर कोतवाली पर मौजूद समाजवादी पार्टी के नेताओं ने पार्टी के साथ गद्दारी और धोखाधड़ी कर जैन समाज को बेचने का आरोप लगाते हुए रवि सेन जैन पर बरसते रहे. वहीं एएसपी संजीव पाठक का कहना था कि रवि सेन के बेटे ने थाने में आकर उनके गायब होने की सूचना दी थी, लेकिन जब उनका फोन लगाया गया तो बातचीत हो गई थी. उन्होंने थाने पर आने की बात कही थी, बाद में वे आये तो सारी बातें साफ हो गईं. उधर थाना घेराव करने और कोतवाली पर हाई वोल्टेज ड्रामे हंगामें के बाद भिंड पुलिस ने भी सपा प्रत्याशी समेत 5 लोगों के खिलाफ आदर्श आचार सहिंता के उल्लंघन का मामला दर्ज कर लिया है.
चुनाव के पहले ही हारी सपा: समाजवादी पार्टी ने रवि सेन जैन को भिंड विधानसभा से अपना उम्मीदवार घोषित किया था, भाजपा से बगाबत कर सपा में शामिल हुए रवि सेन जैन ने भिंड में पार्टी का ऑफिस खोला और चुनाव प्रचार शुरू किया और इसके बाद वे अचानक गायब हो गए. जब वे मिले तो पता चला कि वे भाजपा में दोबारा शामिल हो गए हैं, फिलहाल रवि सेन जैन ने बीजेपी में वापसी कर ली है तो मानकर चलिए कि चुनाव के पहले ही समाजवादी पार्टी इस सीट से हार गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि रवि सेन जैन के भाजपा से बगावत करने के बाद यहां से भाजपा को जीतने के लिए काफी जद्दोजहत करनी पड़ रही थी, लेकिन अब जब रवि सेन जैन के भाजपा में वापसी की है तो पूरा जैन समाज रवि सेन जैन का समर्थन करेगा और इस हिसाब से भाजपा की जीत के रास्ते खुल गए हैं. भिंड में जैन समाज के तकरीबन 25000 मतदाता हैं, जिसका सीधा फायदा भाजपा को होगा.