भिंड। पुलिस पर अक्सर कई तरह के आरोप लगते हैं उदासीनता हो या एक पक्षीय कार्रवाई. कई बार अपराधियों को संरक्षण देने के भी आरोप लगे हैं. लेकिन भिंड जिले में इसके उलट बीते कुछ महीनों में पुलिसिंग एक अलग पहचान बना रही है. अपराधियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है, गांजा, स्मैक, अवैध हथियार या गम्भीर अपराध के अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने की मुहीम छिड़ी हुई है. पुलिस की कार्रवाई का गहरा असर दिखायी भी दे रहा है. न्यायालय में एक ऐसे अपराधी ने सरेंडर किया है जिस पर 31 मामले दर्ज थे, वह भी गम्भीर अपराधों में. आरोपी को डर था की कहीं पुलिस उसका एनकाउंटर ना कर दे.
गिरफ्तारी के लिए गठित हुई थी विशेष टीम
एट्रोसिटी एक्ट में 6-7 महीने से फरार लाखन सिंह गुर्जर को पकड़ने के लिए पुलिस के आला अधिकारियों ने विशेष टीम का गठित किया. जिसमें SDOP गोहद नरेंद्र सोलंकी, महिला सेल प्रभारी और डीएसपी पूनम थापा, मालनपुर थाना प्रभारी समेत गोहद अनुभाग के अन्य थाना प्रभारियों को इसका जिम्मा सौंपा. पुलिस उसे तलाश कर रही है इस बात की खबर लगते ही आरोपी ने कोर्ट के सामने सरेंडर कर दिया.
हत्या सहित 31 मामले दर्ज
गोहद एसडीओपी नरेंद्र सोलंकी ने बताया कि, आरोपी लाखन सिंह पर मालनपुर थाने में 6 महीने पहले अन्य धाराओं के साथ रेप और एट्रोसिटी ऐक्ट का मामला भी दर्ज हुआ था, जिसके वह फरार चल रहा था. डीएसपी पूनम थापा इसकी जांच कर रही थी. जब वरिष्ठ अधिकारियों ने टीम बनाकर कार्रवाई के निर्देश दिए तो शुरुआती जांच में पता चला की इसके ख़िलाफ पूर्व में भी कई अपराध पंजीबद्ध थे. कुल 31 मामले जिनमें हत्या, रेप, एससीएसटी जैसे गम्भीर अपराध भी शामिल थे. इस पर पहला केस ही आईपीसी 302 यानी हत्या का मामला 1997 में दर्ज हुआ था.
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आरोपी को एंकाउंटर का खौफ
पुलिस ने अलग अलग जगह पर जाकर आरोपी को पकड़ने के लिए दबिश दी. जब लाखन सिंह को इस बात की जानकारी लगी की पुलिस उसके पीछे है, तो बुधवार सुबह भिंड न्यायालय में जाकर छिप गया और न्यायालय की शुरुआत होती ही उसने विशेष न्यायाधीश के सामने सरेंडर कर दिया. आरोपी को शायद इस बात का दर था की पुलिस उसका एनकाउंटर ना कर दे. एसडीओपी सोलंकी ने कहा अब आगे कोर्ट की कार्रवाई होगी और उसे अपराधों की सजा मिलेगी.
(Bhind Police in Action)