भिंड। मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव का आगाज हो चुका है. तीन चरणों में हर पंचायत की जनता (bhind panchayat election 2022) अपने सरपंच का चुनाव करेगी. आने वाले पांच सालों में वही प्रधान बनकर उनकी पंचायत के विकास में अहम भूमिका निभाएगा. पिछली बार हुए चुनाव के बाद चुने गया सरपंच से ग्रामीण कितने खुश हैं, यह जानने के लिए ETV भारत ने गोहद क्षेत्र की पंचायत एंडोरी का रुख किया. यहां ग्रामीणों से पंचायत के विकास, समस्या और नए सरपंच से उम्मीदों पर बातचीत की गई.
16 फरवरी को होंगे भिंड में चुनाव
पंचायत चुनाव की प्रक्रिया की शुरुआत के साथ ही प्रत्याशी नामांकन दाखिल करने लगे हैं. त्रिस्तरीय चुनाव में गोहद क्षेत्र में पंचायत चुनाव में 16 फरवरी को यानी तीसरे चरण में मतदान होगा. ऐसे ग्रामीण अंचल में लोगों को इस चुनाव से बहुत उम्मीद है. ETV भारत जब गोहद के एंडोरी ग्राम पंचायत पहुंचा तो लोगों ने विकास पर सवाल पूछते ही समस्याएं गिनाना (issues arises in bhind panchayat election) शुरू कर दीं. पंचायत में विकास के नाम पर हुए घोटाले भी उजागर किए.
जल निकासी बड़ी समस्या
लोगों ने बताया कि यहां जल निकासी एक बड़ी समस्या है. गांव में नालियों की व्यवस्था (drainage problem in bhind) नहीं है. सरपंच रामकल्याण को क्षेत्र के विकास के लिए मौका दिया, लेकिन उसने नालियों में जमकर भ्रष्टाचार किया है. ग्रामीणों का आरोप है कि नाला निर्माण में भी घोटाला किया गया है. घटिया मैटेरियल का उपयोग कर नाम मात्र के लिए नाला बनवाया गया. खुद ग्रामीणों ने मौके पर नाली की गुणवत्ता दिखायी, जिसमें नाला की दीवार एक लकड़ी से ही झाड़ गयी. उसके पीछे से गिरती मिट्टी से नाला अवरुद्ध हो गया. गांव के अंदर बनाई गयी नलियां भी महज खोद कर छोड़ दी गयींं हैं
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गयी पंचायत
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत एंडोरी में सड़क निर्माण में भी कोताही बरती गयी. भारी भरकम एस्टिमेट तैयार कर सड़क निर्माण कराया गया, लेकिन ऐसा की सीसी रोड साल भर बाद ही जर्जर हो गयी. जहां बची वहां भी जलभरव की वजह से कट गयी. ग्रामीणों का कहना था कि सरपंच ने अधिकारियों की मिलीभगत से पिछले दस महीने में नाली और अन्य निर्माण कार्यों के लिए करीब 48 लाख रुपये की राशि पंचायत खाते से निकाली है. इसकी पुष्टि खुद पंचायत के उप सरपंच ब्रजभूषण सिंह तोमर ने की. उन्होंने बताया कि इस पूरे कार्यकाल में पंचायत में करोड़ों का घोटाला हुआ है. फिर चाहे वह शौचालय निर्माण हो, सीसी रोड या तालाब. उन्होंने इस बात का विरोध भी किया लेकिन कहीं कोई सुनवाई ही नहीं होती.
स्कूल में नही आते शिक्षक
एंडोरी पंचायत में मूलभूत सुविधाओं में शिक्षा भी बड़ी समस्या है. बातचीत के दौरान एक ग्रामीण ने बताया कि यहां एक सरकारी स्कूल तो खोला गया है, लेकिन शिक्षक पढ़ाने तक नहीं आते. ऐसे में बच्चे सिर्फ स्कूल परिसर में खेलते रहते हैं. वही गांव के युवकों से बातचीत करने पर उनका कहना था कि गांव में उनका खेल मैदान महज कागजों का तक सीमित है. गांव में खेल मैदान नहीं है. ऐसे में पुलिस और आर्मी की तैयारी करने वाले युवाओं को दौड़ने के लिए भी मुख्य मार्ग पर जाना पड़ता है. इससे उनकी जान को खतरा बना रहता है.
सरपंच पर लगाया शराबी होने का आरोप
सरपंच पर ग्रामीणों ने गम्भीर आरोप लगाए. उनका कहना था कि सरपंच हमेशा शराब के नशे में रहता है. वह उनकी किसी समस्या पर ध्यान नहीं देता. सिर्फ टालता रहता है. उसके खिलाफ कई बार शिकायती भी की गई लेकिन कभी कोई निराकरण नहीं होता. इसकी वजह से वह पंचायत के पैसे का गबन कर खुद का विकास करने में लगा है. उसने अपने कार्यकाल में खुद के लिए ट्रैक्टर खरीद लिए, जमीन खरीद ली बेटी की अच्छी शादी कर दी.
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अब सोच समझ कर करेंगे नए सरपंच का चुनाव
ग्रामीणों को पंचायत चुनाव के आने से एक बार फिर क्षेत्र के विकास की उम्मीद जागी है. लोगों का कहना है कि इस बार पंचायत में नया सरपंच चुनेंगे जो शायद विकास की नई लकीर खींचे और ईमानदारी से पंचायत में कार्य करे. इस बार वे सजग रहकर नए सरपंच का चुनाव करेंगे. जिससे क्षेत्र की समस्याएं खत्म हो और उनका जीवन सुगम हो.