भिंड। मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमित मामलों की संख्या 465 के पार जा चुकी है. साथ ही अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इन परिस्थितियों को देखते हुए भिंड में अभी स्वास्थ्य और जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. भारी संख्या में बाहर के प्रदेशों और जिलों से लोग भिंड जिले में आए हैं, जिनको लेकर भी स्वास्थ्य विभाग मुस्तैदी से काम कर रहा है. ऐसे लोगों के लिए स्क्रीनिंग के साथ ही होम क्वॉरेंटाइन और आइसोलेशन सेंटर में भी पूरी शिद्दत से अपना फर्ज निभा रहा है. जिले में हाल ही में जमुना रोड इलाके में 7 लोगों के ग्वालियर में करुणा शंकर में नर्स के संपर्क में आने की जानकारी मिलते ही प्रशासन ने पूरा इलाका सील कर उसे कंटेनमेंट एरिया घोषित कर दिया है. इसके साथ ही भिंड कलेक्टर ने कोरोना के खिलाफ जंग की तैयारी को लेकर जानकारी दी.
भिंड कलेक्टर ने बताया कि लॉकडाउन शुरू होने से शुक्रवार तक भिंड जिले में मौजूदा और बाहर से आए हुए करीब दो लाख 18 हजार से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. इनमें तीन हजार से ज्यादा लोग ऐसे हैं जिन्हें मामूली सर्दी खांसी की शिकायत थी और उन्हें दवाइयां दी गई हैं. वहीं बाहर से आए करीब 22 हजार 800 लोगों को होम क्वॉरेंटाइन किया गया है. साथ ही कलेक्टर ने बताया कि अब तक कोरोना टेस्ट के लिए 22 सैंपल भेजे गए हैं, जिनमें से 14 सैंपल की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है 8 सैंपल की रिपोर्ट अभी आना बाकी है. इसके अलावा क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने के निर्देश के सवाल पर भिंड कलेक्टर ने बताया कि वर्तमान में जिले की सीमाओं पर 18 सेंटर बनाए गए हैं. जिनमें करीब 7 लोग हैं, जो संदेहास्पद जगहों से आए हैं.
भिंड जिला अस्पताल में 20 बेड के दो आइसोलेशन वार्ड तैयार किए गए हैं, जहां कोरोना वायरस लोगों को रखा गया है. इसके अलावा जिला अस्पताल में 10 बेड का क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. साथ ही शहर से बाहर गैर रिहायशी इलाकों में मौजूद संस्थानों होटलों और होटलों जैसी जगहों का अधिग्रहण किया जा रहा है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अजीत मिश्रा ने बताया कि भिंड शहर और उसके आसपास कुछ संस्थानों को अधिग्रहित कर 80 बेड की व्यवस्था की गई है. वहीं कुछ और संस्थानों का भी अधिग्रहण किया जा रहा है, जिससे कि किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हो.